झारखंड में नक्सल विरोधी अभियान में 6 जवान घायल, वहीं एनआईए ने 2019 में हुए कुकरू हाट नक्सल हमले में की कई राज्यों में छापेमारी

जानकारी है कि आईडी विस्फोट के उपरांत सुरक्षाबल जंगल के भीतर भाग गए जिसके बाद अतिरिक्त जवानों को बुलाकर इलाके की घेराबंदी कर दी गई है

The Narrative World    12-Jan-2023   
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देश भर में कम्युनिस्ट आतंक (माओवाद/नक्सलवाद) से सबसे अधिक प्रभावित झारखंड एवं छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों द्वारा माओवादियों के विरुद्ध वृहद अभियान चलाया जा रहा है, जानकारी के अनुसार इस क्रम में सुरक्षाबलों द्वारा झारखंड के चाईबासा में माओवादियों के विरुद्ध घेराबंदी कर खोजी अभियान शुरू किया गया है।
 
यह घेराबंदी बुधवार को झारखंड के माओवाद प्रभावित पश्चिमी सिंहभूम जिला के टोंटों थाना क्षेत्र अंतर्गत तुम्बाहका के जंगलो में माओवादियों के एकत्रीत होने की सूचना के बाद की गई है। दरअसल पुलिस को जानकारी मिली थी कि इस क्षेत्र में एक करोड़ के इनामी नक्सली मिसिर बेसरा अपने समूह के साथ किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए उपस्थित है जिसकी सूचना मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने इस क्षेत्र की घेराबंदी कर अभियान चलाया है।
 
सूचना के अनुसार अभियान के दौरान जब झारखंड जगुआर, सीआरपीएफ एवं जिला बल की संयुक्त टीम जंगलो में आगे बढ़ रही थी तभी घात लगाए बैठे माओवादियों ने सुरक्षाबलों पर अंधाधुन गोलियां बरसा दीं, माओवादियों के हमले से संभलते हुए सुरक्षाबलों ने भी जबरदस्त जवाबी कार्यवाही की है हालांकि इसी दौरान नक्सलियों ने आईडी विस्फ़ोट कर दिया जिसमें 6 जवान घायल हो गए हैं।
 
injured personnels
(घायल जवान चित्र- साभार (सोशल मीडिया))
 
जानकारी है कि आईडी विस्फोट के उपरांत सुरक्षाबल जंगल के भीतर भाग गए जिसके बाद अतिरिक्त जवानों को बुलाकर इलाके की घेराबंदी कर दी गई है, वहीं आईडी विस्फोट से घायल सभी जवानों को एयरलिफ्ट कर रांची लाए जाने की सूचना मिली है, जहां उन्हें मेडिको अस्पताल में भर्ती किया गया है। बता दें कि अभी हाल ही में झारखंड के कोल्हान क्षेत्र अंतर्गत मिसिर बेसरा समूह से जुड़े 8 माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर दिया था, यह सभी माओवादी भाकपा माओवादियों की सेंट्रल कमेटी के विशेष मारक दस्ते के सदस्य थे जिनके आत्मसमर्पण को सुरक्षाबलों के लिए बड़ी सफलता माना जा रहा है।
 
एनआईए ने कई राज्यों में की छापेमारी
 
वहीं जहां एक ओर सुरक्षाबलों द्वारा माओवादियों के विरुद्ध कॉम्बिंग अभियानों को तेज कर दिया गया है तो वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय अन्वेषण ब्यूरो (एनआईए) ने भी माओवादियों से संबंधित ठिकानों पर छापेमारी की है। जानकारी है कि यह छापेमारी वर्ष 2019 में हुए माओवादी हमले के संबंध में की गई हैं जिसमें एनआईए द्वारा पश्चिम बंगाल के पुरुलिया एवं बिहार के मुंगेर समेत झारखंड के भी कई स्थानों पर दबिश दी गई है।
 
सूचना के अनुसार एनआईए की टीम ने इस संदर्भ में झारखंड के सरायकेला - खरसावां में चार स्थानों पर दबिश दी है जबकि वहीं इसी दौरान रांची में भी एक घर पर दबिश डाली गई है।
 
जानकारी के अनुसार छापेमारी के दौरान एनआईए की टीम द्वारा महत्वपूर्ण दस्तावेजों एवं डिजिटल उपकरणों की भी बरामदगी की है, सूत्रों के अनुसार छापेमारी के दौरान एजेंसी ने प्रतिबंधित माओवादी संगठन कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (माओइस्ट) - सीपीआई-एम के कई ओवरग्राउंड वर्करों के संबंध में भी जानकारी हाथ लगी है जिनके विरुद्ध आने वाले दिनों में एजेंसी छापेमारी अभियान चला सकती है।
 
ज्ञात हो कि वर्ष 2019 में 14 जून को सरायकेला-खरसावां जिले के कुकरू हाट में माओवादियों ने सुरक्षाबलों पर दिनदहाड़े हमला बोल कर 5 जवानों की बर्बरता से हत्या कर दी थी, इस हमले में माओवादी सुरक्षाबलों के हथियार भी लूट कर ले गए थे, जिसके बाद इस मामले की जांच एनआईए को सौंपी गई थी।