ओड़िशा में तीन इनामी माओवादियों ने छोड़ी हिंसा की राह, नक्सल डंप भी बरामद

अधिकारियों का कहना है कि बरामद की गई सामग्री सीपीआई - एम के दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी ( डीकेएसजेके) द्वारा जमीन में गाड़ कर रखी गई थी जिसकी बरामदगी से उन्हें बड़ा नुकसान पहुंचा है

The Narrative World    28-Jan-2023   
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 Cache of arms and ammunition
 
 
ओड़िशा के धुर माओवाद (नक्सलवाद) प्रभावित मलकानगिरी में बीते गणतंत्र दिवस पर एक महिला माओवादी समेत कुल 3 नक्सलियों ने हिंसा का मार्ग छोड़कर मुख्यधारा को अपना लिया है। जानकारी के अनुसार आत्मसमर्पण करने वाले तीनो ही माओवादियों पर राज्य सरकार की ओर से एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित था।
 
आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों की पहचान पांडु कसबी, माति मढ़ी एवं ऐते कर्तामी के रूप में की गई है यह सभी मलकानगिरी जिले के माथिली थाना क्षेत्र अंतर्गत दलदली गांव के निवासी हैं, जानकारी के अनुसार यह सभी प्रतिबंधित कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (माओइस्ट) की दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के महुआपडर लोकल ऑर्गनिसिंग स्क्वाड के सक्रिय सदस्य हैं।
 
यह आत्मसमर्पण डीआईजी दक्षिण पश्चिम रेंज राजेश पंडित, अतिरिक्त एडीजी (अभियान) अमिताभ ठाकुर, मलकानगिरि पुलिस अधीक्षक नितेश वाधवानी समेत पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में किया गया है जहां मीडिया से बात करते हुए माओवादियों ने कहा कि 'बीते कुछ वर्षों में क्षेत्र के स्थिति बदली है जिसने हमें इस खोखली विचारधारा को छोड़कर आत्मसमर्पण की प्रेरणा दी है।"
 
वहीं आत्मसमर्पण के दौरान पुलिस के वरीय अधिकारियों ने बताया कि कभी माओवादियों के गढ़ माने जाने वाले क्षेत्रों में सुरक्षाबलों द्वारा खोले जा रहे नवीन कैंपो से सरेंडर करना चाह रहे माओवादियों के लिए राह आसान हुई है जो भयमुक्त होकर मुख्यधारा की राह चुन रहे, अधिकारियों ने कहा कि आत्मसमर्पण करने वाले इन सभी माओवादियों को शासन की पुनर्वास नीति के तहत यथासंभव सहायता की जाएगी।
 
हथियार एवं गोला बारूदों की भी बरामदगी
 
ज्ञात हो कि गुरुवार को ही जिले में चलाए गए एक अन्य अभियान में सुरक्षाबलों ने माओवादियों द्वारा छिपा कर रखे हुए हथियारों एवं गोला बारूदों की बरामदगी की गई है।
 
जानकारी के अनुसार खुफिया जानकारी के आधार पर विशेष अभियान समूह (एसओजी) एवं मलकानगिरी पुलिस द्वारा चलाए गए इस अभियान में किरमिति एवं कटुआपदर के बीच तुलसी पहाड़ पर नक्सल डंप बरामद किया गया जिसमें तीन देशी भरमार बंदूकें, एक एयर पिस्तौल, 14 टिफ़िन आईडी एवं इलेक्ट्रॉनिक डेटोनेटर्स, 10 जिलेटिन रॉड, तीन बक्से बारूद, एक एसएलआर राइफल एवं 6 ग्रेनेड लांचर बरामद किया गया है।
 
अधिकारियों का कहना है कि बरामद की गई सामग्री सीपीआई - एम के दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी ( डीकेएसजेके) द्वारा जमीन में गाड़ कर रखी गई थी जिसकी बरामदगी से उन्हें बड़ा नुकसान पहुंचा है, वहीं इस विषय पर जानकारी साझा करते हुए पुलिस के एक वरीय अधिकारी ने बताया कि "माओवादी, अभियान के दौरान सुरक्षाबलों को तात्कालिक नुकसान पहुँचाने के लिए आईडी बमों का उपयोग करते रहे हैं जिसकी जद में निर्दोष नागरिक भी आते रहे हैं, हम ऐसे अभियानों के माध्यम से ऐसी बरामदगी करते रहेंगे।"
 
जानकारी है कि हथियारों की बरामदगी होने के उपरांत तुलसी पहाड़ क्षेत्र के जाजभाटा एवं समीप के क्षेत्रो में सुरक्षाबलों द्वारा कॉम्बिंग अभियान चलाया जा रहा है।
 
सुकमा में भी महिला समेत 10 ने किया सरेंडर
 
वहीं माओवादियों से संबंधित एक अन्य विकास में छत्तीसगढ़ के सुकमा में महिला कैडरों समेत कुल 10 माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है, यह सभी प्रतिबंधित माओवादी संगठन सीपीआई-एम के विभिन्न फ्रंटल समुहों से जुड़े बताए गए हैं।
 
इस संदर्भ में मिली जानकारी के अनुसार सुकमा जिले अंतर्गत शासन एवं सुरक्षाबलों के पूना नार्कोम (नया सवेरा) अभियान से प्रभावित होकर इंजीराम क्षेत्र में 3 महिला माओवादियों समेत 10 ने आत्मसमर्पण किया है, यह आत्मसमर्पण इंजीराम क्षेत्र अंतर्गत सीआरपीएफ बटालियन संख्या 219 के कैम्प परिसर में किया गया है।