छत्तीसगढ़ में तेज हुआ सुरक्षाबलों का अभियान, माओवादी बैकफुट पर

बुधवार 20 दिसंबर को माओवादियों ने बस्तर के अलग-अलग जिलों में आतंक मचाया है, वहीं उत्तर क्षेत्र में झारखंड-छत्तीसगढ़ की सीमा में माओवादियों और सुरक्षाबलों के बीच एक मुठभेड़ की खबर सामने आई है।

The Narrative World    21-Dec-2023   
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छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार आने के बाद से प्रदेश के उत्तर एवं दक्षिण
, दोनों क्षेत्रों में माओवादियों की बौखलाहट साफ नजर आ रही है। एक तरफ जहां बस्तर में माओवादी एक के बाद एक अपनी विभिन्न गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं, वहीं दूसरी ओर उत्तरी क्षेत्रों में भी अब उनके द्वारा छटपटाहट में कदम उठाए जा रहे हैं।


बुधवार 20 दिसंबर को माओवादियों ने बस्तर के अलग-अलग जिलों में आतंक मचाया है, वहीं उत्तर क्षेत्र में झारखंड-छत्तीसगढ़ की सीमा में माओवादियों और सुरक्षाबलों के बीच एक मुठभेड़ की खबर सामने आई है।


छत्तीसगढ़ में बीते 20 दिनों में माओवादियों करीब डेढ़ दर्जन से अधिक घटनाओं को अंजाम दिया है। इस बीच नई सरकार के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सुरक्षा अधिकारियों को निर्देश देते हुए माओवादियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने को कहा है।


सुकमा में माओवादियों ने की आगजनी, भाजपा नेता की गाड़ी पर किया हमला


सुकमा जिले कोंटा क्षेत्र में माओवादियों ने बड़ी घटना को अंजाम दिया है। माओवादी आतंकियों ने क्षेत्र में यात्री बस सहित 3 वाहनों को आग के हवाले किया है। सामने आई जानकारी के अनुसार बुधवार की रात जिले के असिरगुड़ा क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 30 पर माओवादी आतंकियों ने यात्री बस को रोक दिया। यह यात्री बस जगदलपुर से विजयवाड़ा की ओर जा रही थी।


गाड़ी को रोकने के बाद माओवादियों ने बस में आग लगा दी। हालांकि इस दौरान किसी व्यक्ति को चोट नहीं पहुँची, लेकिन सभी यात्री भय के माहौल में थे। मिली जानकारी के अनुसार इस दौरान लगभग 10 माओवादी मौके पर मौजूद थे, वहीं कुछ अन्य माओवादियों के भी होने की आशंका जताई जा रही है।


माओवादियों ने सीमावर्ती क्षेत्र में यात्री बस के अलावा 2 अन्य ट्रकों को भी आग के हवाले किया, जिसके बाद पूरे क्षेत्र में भय का माहौल बन चुका है। वहीं दूसरी ओर यह जानकारी भी सामने आई है कि माओवादी आतंकियों ने क्षेत्र में भाजपा नेता की गाड़ी में भी पथराव किया, हालांकि गाड़ी में भाजपा नेता मौजूद नहीं थे।


इन घटनाओं के बाद सुरक्षाबल के जवानों ने क्षेत्र में सर्च अभियान शुरू कर दिया है। दरअसल माओवादी आतंकियों ने दिसंबर के पहले सप्ताह में जिस PLGA सप्ताह का आह्वान किया था, वह पूरी तरह विफल रहा था।


यही कारण है कि माओवादियों ने 16 दिसंबर से एक अन्य अभियान का आह्वान किया था, जिसे माओवादी आतंकी संगठन की दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी द्वारा अंजाम दिया जा रहा है। 16 दिसंबर से चल रहे इस अभियान के अंतिम दिन, 22 दिसंबर को माओवादी आतंकी संगठन भारत बंद का आह्वान किया है, जिसके कारण माओवादी प्रभावित क्षेत्रों में आतंकी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।


झारखंड बॉर्डर में माओवादी-पुलिस मुठभेड़


छत्तीसगढ़ के उत्तरी हिस्से में झारखंड की सीमा से लगे क्षेत्र में पुलिस और माओवादियों के बीच मुठभेड़ की खबर भी सामने आई है। इस मुठभेड़ में एक पुलिसकर्मी को गोली लगी है। वहीं एक माओवादी के घायल होने की भी सूचना है।


माओवादियों और सुरक्षाबलों के बीच हुए मुठभेड़ के बाद बलरामपुर जिले में पुलिस अलर्ट मोड पर आ गई है। मुठभेड़ के बाद पुलिस ने गढ़वा से लगे क्षेत्रों में सर्च अभियान तेज कर दिया है, वहीं ग्रामीणों से भी संदिग्ध लोगों की सूचना देने की अपील की है।


छत्तीसगढ़ में तेज हुआ माओवाद विरोधी अभियान


छत्तीसगढ़ में माओवादी आतंकियों की गतिविधियों के देखते हुए मुख्यमंत्री ने सुरक्षाबलों को अपने अभियानों और अधिक आक्रामक करने के निर्देश दिए हैं। मिली जानकारी के अनुसार बीते मंगलवार को मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद नारायणपुर जिले में एडीजी विवेकानंद सिन्हा ने अर्धसैनिक बलों के अधिकारियों के साथ-साथ पुलिस अधिकारियों की भी बैठक ली है।


इस बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि पूरे क्षेत्र में माओवाद संबंधी सभी अभियानों को तेज किया जाएगा वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहे हैं सभी विकास कार्यों की पर्याप्त सुरक्षा दी जाएगी। इसके अतिरिक्त बस्तर क्षेत्र में पुलिस कैम्पों को बढ़ाने की योजना को लेकर भी चर्चा की गई है।