माओवादियों के विरुद्ध सुरक्षाबलों का आक्रामक अभियान, बस्तर में 4 माओवादी घायल; 6 गिरफ्तार

छत्तीसगढ़ के सुकमा एवं दंतेवाड़ा के सीमावर्ती क्षेत्र में सुरक्षाबलों एवं माओवादी आतंकियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई है। अभी तक सामने आई इस जानकारी के अनुसार इस मुठभेड़ में माओवादियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है।

The Narrative World    23-Dec-2023   
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हाल ही में छत्तीसगढ़ में नई सरकार बनने के बाद से माओवादी घटनाओं में अचानक आई तेजी के बाद अब सुरक्षाबलों ने अपने सभी अभियानों को तेज कर दिया है। एक तरफ जहां माओवादियों के गढ़ में सुरक्षाबल के जवान घुस कर एरिया डोमिनेशन कर रहे हैं
, वहीं दूसरी ओर विभिन्न क्षेत्रों से माओवादियों को गिरफ्तार भी किया जा रहा है।


इसी क्रम माओवादियों के लिए एक और झटका देने वाली खबर सामने आई है। छत्तीसगढ़ के सुकमा एवं दंतेवाड़ा के सीमावर्ती क्षेत्र में सुरक्षाबलों एवं माओवादी आतंकियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई है। अभी तक सामने आई इस जानकारी के अनुसार इस मुठभेड़ में माओवादियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है।


मुठभेड़ की यह घटना सुकमा एवं दंतेवाड़ा जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में गोगुंडा की पहाड़ी पर शनिवार, 23 दिसंबर को हुई है। इस मुठभेड़ में 3 से 4 माओवादियों के घायल होने की शुरुआती खबर आई है, हालांकि सुरक्षाबल के जवान इस रिपोर्ट के लिखे जाने तक सर्चिंग में ही हैं, अतः सभी खबरों की पुष्टि नहीं हो पाई है।


पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सुरक्षाबलों को यह गुप्त सूचना मिली थी कि माओवादी आतंकी संगठन का कमांडर जगदीश सुकमा और दंतेवाड़ा की सीमा से लगे क्षेत्रों में सक्रिय है, और इसी क्षेत्र में उपस्थित है। इस गुप्त सूचना की पुष्टि होने के बाद दोनों जिले की पुलिस ने संयुक्त रूप से योजना बनाते हुए ऑपरेशन शुरू किया।


माओवादी विरोधी इस अभियान में डीआरजी और सीआरपीएफ के जवानों को शामिल किया गया, जिन्हें ककाड़ी, नहाड़ी और गोगुंडा की पहाड़ियों की ओर सर्चिंग के लिए भेजा गया। इस बीच जब माओवादी आतंकियों को यह आभास हुआ कि सुरक्षाबल के जवान उनके ठिकानों तक पहुंच चुके हैं, तब उन्होंने सुरक्षाबलों को घेर लिया और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी।


माओवादियों की गोलीबारी का जवाब सुरक्षाबलों ने भी दिया और इस बीच दोनों ओर स जमकर गोलियां चलीं। तकरीबन आधे घंटे के भीतर ही सुरक्षाबलों ने इस मुठभेड़ में बढ़त हासिल कर ली और माओवादी आतंकियों को घेरना शुरू कर दिया। इस बीच सुरक्षाबलों को भारी पड़ता देख, नक्सली जंगल एवं पहाड़ी की आड़ लेकर भागने लगे। हालांकि गोलीबारी रुकने के बाद सुरक्षाबल के जवानों ने सर्चिंग तेज कर दी है।


यह माना जा रहा है कि जवानों ने नक्सलियों को सभी ओर से घेर लिया है, जिसके कारण कुछ माओवादी सुरक्षाबलों की पकड़ में भी आ सकते हैं। वहीं जवानों को मुठभेड़ स्थल में कई स्थानों से खून के धब्बे मिले, जो इस बात की ओर संकेत करते हैं कि 3 से 4 माओवादी इस मुठभेड़ में बुरी तरह घायल हुए हैं। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार घटनास्थल पर अतिरिक्त फोर्स भी बुलाई जा चुकी है, जो सर्चिंग में लगी हुई है।


एक दिन पहले दंतेवाड़ा में पकड़ाए थे 6 माओवादी


दंतेवाड़ा जिले में एक दिन पूर्व अर्थात 22 दिसंबर को 6 माओवादी गिरफ्तार हुए थे, जो माओवादी आतंकी संगठन के लिए सक्रिय रूप से कार्य कर रहे थे। जिले में चल रहे माओवाद उन्मूलन अभियान के तहत सुरक्षाबलों द्वारा लगातार अभियान चलाया जा रहा है, इसी क्रम में सीआरपीएफ, यंग प्लाटून एवं पुलिस का संयुक्त बल पहाड़ों में गश्ती के लिए निकला था, जहां उन्होंने घेरा बंदी कर 6 माओवादियों को गिरफ्तार किया है।


परलागट्टा क्षेत्र से सुरक्षाबलों ने मिलिशिया सदस्य सुंडाम हुर्रा, माड़वी हांदा, हिड़मा माड़वी, डीएकेएमएस सदस्य हिड़मा माड़वी, सुंडाम नंदा और मुद्दा सुंडाम को गिरफ्तार किया गया। सभी को न्यायिक रिमांड पर भेजा जा चुका है।


अभी तक सामने आई जानकारी के अनुसार सभी गिरफ्तार माओवादी बड़ेपल्ली एवं परलगट्टा के मध्य पहाड़ी एवं वन्य क्षेत्रों में प्रेशर आईईडी विस्फोटक लगाने के षड्यंत्र में शामिल थे। इसके अलावा सुरक्षाबलों पर हुई फायरिंग में भी इनकी भूमिका रही है। इस घटना में सुरक्षाबल का एक जवान गंभीर रूप से घायल हुए था।


झारखंड में अपने ही बिछाए जाल में फंसी माओवादी आतंकी


झारखंड के पोड़ाहाट जंगल क्षेत्र में एक महिला माओवादी आतंकी अपने ही बिछाए जाल में फंस कर मारी गई है। दरअसल क्षेत्र में एक महिला माओवादी सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए लैंड माइन लगाने का प्रयास कर रही थी, जो लगने के दौरान ही फट गया। इस विस्फोट में महिला माओवादी की मौत हो गई है। हालांकि शव बरामद नहीं किया जा सका है, लेकिन मृतक माओवादी के शव का एक हिस्सा पनसुआ बांध में बहता हुआ दिखाई दिया है।


घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है। स्थानीय ग्रामीणों एवं क्षेत्र में पेट्रोलिंग के लिए निकले जवानों ने जंगल के अंदरूनी क्षेत्र से शुक्रवार शाम को एक तेज विस्फोट सुनने की पुष्टि की है।