धर्मांतरण का जहर : इंदौर में ईसाइयों के दबाव के चलते एक युवती की हुई मौत, वहीं यूपी में मतांतरण कराते 16 ईसाई गिरफ्तार

एक तरफ जहां मध्यप्रदेश में ईसाई मिशनरियों के दबाव के चलते एक हिन्दु युवती की जान चली गई, वहीं उत्तरप्रदेश में भी ईसाइयों के एक बड़े षड्यंत्र का भंडाफोड़ हुआ है, जिसमें 16 मिशनरी सदस्य गिरफ्तार हुए हैं।

The Narrative World    14-Feb-2023   
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ईसाई मिशनरियों द्वारा हिंदुओं पर जबरन मतांतरण करने के दबाव देश के अलग
-अलग हिस्सों में लगातार देखा जा रहा है।


मिशनरियों की इन हरकतों के कारण जहां एक ओर कई परिवार असुरक्षा एवं भय महसूस कर रहे हैं, वहीं कुछ स्थानों पर तो लोगों को जान तक गंवानी पड़ रही है।


एक ऐसी ही घटना की खबर मध्यप्रदेश के इंदौर से सामने आई है, जहां दिव्यांग युवती की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद उसके पड़ोसी ईसाई परिवार पर केस दर्ज किया गया है।


दरअसल बीते शुक्रवार (10 फरवरी, 2023) को इंदौर के सोलंकी नगर निवासी काजल नामक युवती की संदिग्ध स्थिति में मृत्यु के बाद परिवार ने आरोप लगाया है कि उनके घर के सामने रहने वाले ईसाई परिवार के द्वारा मतांतरण के लिए दबाव बनाने की वजह से उनकी बेटी की मौत हुई है।


दअरसल मृतक युवती के परिवार ने ईसाई पड़ोसी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसके बाद ऐसा प्रतीत होता है कि ईसाइयों का मायाजाल अपने षड्यंत्रों को पूरा करने के लिए अब हिन्दु परिवारों की जान लेने से भी नहीं चूक रहा है।


मृतक युवती काजल के परिजनों का कहना है कि उनके पड़ोसी दशरथ अहिरवार का परिवार बार-बार उनके परिवार पर धर्मान्तरण का दबाव बना रहा था।


ईसाई परिवार की इन गतिविधियों के कारण काजल लंबे समय से मानसिक तनाव से ग्रस्त थी और डिप्रेशन से जूझ रही रही थी।


पीड़ित परिवार का कहना है कि इस दौरान काजल के पिता गोपाल यादव द्वारा मतान्तरण नहीं करने की बात कहने पर ईसाई परिवार ने उन्हें जमकर प्रताड़ित किया।


“ईसाइयों की प्रताड़ना का शिकार हुई काजल की बड़ी बहन खुशबू ने मीडिया को बताया कि जब उनके परिवार ने ईसाई बनने से इंकार किया, तो उन्हें कई प्रकार के प्रलोभन देने का प्रयास किया गया। ईसाई परिवार ने प्रलोभन देने के साथ-साथ धमकी एवं दबाव का भी प्रयोग किया। लेकिन इन सब के बावजूद मतांतरण नहीं करने पर ईसाइयों ने उनके घर के समीप अंडे और मांस के टुकड़े भी फेंके।”

 


खुशबू ने ईसाई परिवार पर आरोप लगाया कि जब उनका परिवार आरती करता या भगवान की पूजा करता, उसी दौरान तेज आवाज में ईसाई प्रार्थना बजा दी जाती थी।


सिर्फ इतना ही नहीं, ईसाई परिवार ने गोपाल की बेटियों का सड़क पर निकलना भी दूभर कर दिया था।


हालांकि इन सब के बाद भी गोपाल और उसके परिवार ने अपनी सनातन आस्था को नहीं छोड़ा और ईसाई धर्म नहीं अपनाया।


गोपाल के परिवार के द्वारा हिन्दु धर्म में अनन्य आस्था देखने के बाद ईसाइयों ने षड्यंत्र पूर्वक गोपाल पर छेड़खानी के झूठे मुकदमे दाखिल करवाए।


कोर्ट-कचहरी के चक्कर में गोपाल के परिवार की स्थिति बिगड़ती रही, ऐसे में उसकी बेटी काजल पूरी तरह डिप्रेशन में चली गई।


ईसाइयों के दबाव के कारण पूरा परिवार प्रताड़ित था और मृतक युवती दिनभर रोती रहती थी। स्थिति ऐसी हो चुकी थी कि ईसाइयों के भय से काजल ने खाना-पीना भी छोड़ दिया था।


इन सब के बीच शुक्रवार को संदिग्ध अवस्था में काजल की लाश बरामद हुई, जिसके बाद पुलिस को इस पूरी घटना की जानकारी मिली।


पुलिस ने इस मामले में मृतक हिन्दू युवती के ईसाई पड़ोसी पर केस दर्ज कर लिया है।पुलिस जांच में अभी तक सामने आई जानकारी के अनुसार आरोपी परिवार ने 7 वर्ष पहले ईसाई धर्म अपनाया था। इसके बाद से ही वह पीड़ित परिवार पर ईसाई धर्म अपनाने का दबाव बना रहा था।


जौनपुर में मतांतरण करा रहे 16 ईसाई गिरफ्तार


एक तरफ जहां मध्यप्रदेश में ईसाई मिशनरियों के दबाव के चलते एक हिन्दु युवती की जान चली गई, वहीं उत्तरप्रदेश में भी ईसाइयों के एक बड़े षड्यंत्र का भंडाफोड़ हुआ है, जिसमें 16 मिशनरी सदस्य गिरफ्तार हुए हैं।


उत्तर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में ईसाई मिशनरियों के द्वारा हिंदुओं को निशाना बनाकर छोटे-छोटे गांवों एवं कस्बों में प्रार्थना सभाओं के माध्यम से अवैध धर्मांतरण कराया जा रहा है।


इसी क्रम में ताजा मामला प्रदेश के जौनपुर जिले से आया है। जिले के मुरादपुर कोटिला गांव में बीते रविवार रात पुलिस की टीम ने छापा मारकर मौके से भारी संख्या में ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया है जो प्रार्थना सभा के माध्यम से धर्मांतरण की अवैध गतिविधियों में लगे हुए थे।


इस दौरान पुलिस ने 16 लोगों के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध किया है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार क्षेत्र में चल रही अवैध प्रार्थना सभा को लेकर स्थानीय ग्रामीणों एवं हिंदू संगठनों के लोगों ने पुलिस को सूचना दी थी जिसके बाद पुलिस ने छापेमारी कर इस पूरे षडयंत्र को उजागर किया है।


पुलिस ने बताया कि इस दौरान सेंट जेवियर्स विद्यालय के प्रबंधक थॉमस जोसेफ़ के प्रभाव में आकर कुछ महिलाओं एवं पुरुषों को मतांतरण के लिए प्रेरित किया जा रहा था। इस दौरान पुलिस ने 13 पुरुष एवं 3 महिला के विरुद्ध केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया है।