आंध्रप्रदेश से गिरफ्तार हुआ कुख्यात माओवादी सुनील राइनो, विधायक हत्याकांड में है आरोपी

संगठन में रहने के दौरान राइनो छोटे बड़े कई पदों पर तैनात रहा और वर्तमान में माओवादियों की आंध्र ओड़िशा बॉर्डर डिविज़नल कमेटी सदस्य के रूप में कार्यरत था

The Narrative World    23-Feb-2023   
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आंध्रप्रदेश के अल्लुरी सीताराम राजू जिले में सुरक्षाबलों को माओवादियों (नक्सलियों/कम्युनिस्ट आतंकियों) के विरुद्ध बड़ी सफलता मिली है, जानकारी के अनुसार जिले में माओवादियों से हुई मुठभेड़ के बाद पुलिस ने प्रतिबंधित माओवादी संगठन कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (माओइस्ट) के दशकों से हिस्सा रहे माओवादी जुलुमुरु श्रीनु बाबू उर्फ सुनील राइनो को गिरफ्तार कर लिया है।
 
जानकारी है कि अनुसार खुफिया सूचना के आधार पर जिला पुलिस के जवानों की एक टुकड़ी जिले के सिलेरू पुलिस थाने अंतर्गत खोजी अभियान पर निकली थी जहां जंगलो में उनकी माओवादियों से मुठभेड़ हो गई, मुठभेड़ के बाद टीम ने राइनो को धर दबोचा है।
 
सूचना है कि घटनास्थल से पुलिस की टीम ने बम बनाने की सामग्री सहित ढ़ेर सारा कम्युनिस्ट (अतिवाद) साहित्य, हथियार एवं एक आईडी बम भी बरामद किया है, राइनो एवं नक्सल सामग्री बरामद कर लौटी पुलिस ने वैधानिक प्रक्रिया पूरी होने के बाद सुनील राइनो को बुधवार को न्यायालय के समक्ष भी प्रस्तुत किया है।
 
बता दें कि जुलमुरु श्रीनु बाबू उर्फ राइनो पर वर्ष 2018 में अविभाजित विशाखापत्तनम जिले में हुए अराकू विधायक दोहरे हत्याकांड में शामिल होने का आरोप है, इस घटना में माओवादियों ने 21 सितंबर वर्ष 2018 को दुमरिगुड़ा के लिवतीपुट गांव को चारों ओर से घेर कर तत्कालीन विधायक किदारी सर्वेश्वर राव एवं पूर्व विधायक सिमेरी सोमा की निर्ममता से हत्या कर दी थी जिसके बाद से राइनो पुलिस के रडार पर था, राइनो को पकड़ने के लिए राज्य सरकार की ओर से 5 लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था।
 
ज्ञात हो कि सुनील राइनो आंध्रप्रदेश के पूर्वी गोदावरी जिले के अड्डातिगाला का निवासी है जो लगभग 20 वर्ष पूर्व ही माओवादी संगठन में भर्ती हो गया था, संगठन में रहने के दौरान राइनो छोटे बड़े कई पदों पर तैनात रहा और वर्तमान में माओवादियों की आंध्र ओड़िशा बॉर्डर डिविज़नल कमेटी सदस्य के रूप में कार्यरत था, जानकारी है कि राइनो माओवादियों की टेक्निकल टीम समेत कुख्यात माओवादी नेता एवं सेंट्रल कमेटी के सदस्य हरगोपाल उर्फ रामकृष्णा के सुरक्षा घेरे में भी तैनात रह चुका है।
 
नारायणपुर में माओवादियों ने की आगजनी
 
वहीं माओवादियों से संबंधित एक अन्य विकास में मंगलवार दोपहर को छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में माओवादियों ने लौह अयस्क से भरे एक ट्रक को आग लगा दी है, घटना नारायणपुर जिले के छोटेडोंगरपुर क्षेत्र की है जहां सादी वर्दी में आये माओवादियों ने आमदाइ खदान में कार्यरत निजी समूह निको के एक ट्रक में आग लगा दी है।
 
ज्ञात हो कि यह पहली बार नहीं है जब माओवादियों द्वारा क्षेत्र में कार्यरत निजी समूह निको को निशाने पर लिया गया है और अभी कुछ दिनों पहले ही समूह के लिए कार्य करने का आरोप लगा कर माओवादियों ने दो स्थानीय सरपंचों को जान से मारने की धमकी दी थी।
 
इस संदर्भ में माओवादियों ने छोटेडोंगरपुर में बैनर टांगकर जनप्रतिनिधियों को निको निजी समूह से दूर रहने की चेतावनी दी थी, बैनर में आदेश का पालन ना करने पर सागर साहू जैसा हाल करने की बात की गई थी, बता दें कि नारायणपुर जिले का छोटेडोंगरपुर क्षेत्र माओवाद प्रभावित रहा है और बीते एक महीने के भीतर यहां माओवादियों की सक्रियता बढ़ी हुई दिखाई दे रही है।
 
इस क्रम में अभी कुछ दिनों पहले ही नक्सलियों के हिट स्क्वाड ने जिले के भाजपा उपाध्यक्ष सागर साहू की घर मे घुसकर हत्या कर दी थी, यह प्रदेश में बीते एक महीने में किसी भाजपा कार्यकर्ता की चौथी हत्या थी जिसको लेकर प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस एवं विपक्षी भाजपा के बीच घमासान मचा हुआ है।