छत्तीसगढ़ के सुकमा में मुठभेड़, कम्युनिस्ट आतंकियों से लोहा लेते डीआरजी के तीन जवान बलिदान

वहीं घायल जवानों को आनन फानन में नजदीकी कैंप पहुंचाया गया है जहां सुरक्षाबलों के डॉक्टरों की टीम द्वारा अथक प्रयास के बाद भी उन्हें नहीं बचाया जा सका है

The Narrative World    25-Feb-2023   
Total Views |

representative images 
 
छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों एवं माओवादियों (नक्सलियों/कम्युनिस्ट आतंकियों) के बीच शनिवार को जबरदस्त मुठभेड़ हुई है जिसमें डिस्ट्रिक्ट रिज़र्व गार्ड (डीआरजी) के एक उप निरीक्षक समेत तीन जवान बलिदान हो गए हैं, जानकारी के अनुसार उक्त मुठभेड़ माओवाद प्रभावित जिले सुकमा के जगड़गुंडा एवं कुंदर के बीच के पैंटा ची के जंगलो में हुई है जब शनिवार सुबह खोजी अभियान पर निकले जवानों पर घात लगाए बैठे माओवादियों ने अचानक हमला बोल दिया।
 
जानकारी है कि शनिवार सुबह क्षेत्र में डीआरजी द्वारा कॉम्बिंग अभियान चलाया गया था जिस दौरान डीआरजी की टीम जगड़गुंडा से कुंदर की ओर निकली थी, इसी दौरान क्षेत्र में घात लगाए बैठे माओवादियों ने जवानों पर अंधाधुंध गोलियां बरसा दी जिसमें तीन जवान बुरी तरह घायल हो गए, सूचना के अनुसार माओवादियों की गोलीबारी का सुरक्षाबलों द्वारा भी जबरदस्त जवाब दिया जा रहा है और क्षेत्र में चल रही मुठभेड़ की दृष्टि से अतिरिक्त जवानों एवं चौपर्स भेजे जाने की सूचना है।
 
वहीं घायल जवानों को आनन फानन में नजदीकी कैंप पहुंचाया गया है जहां सुरक्षाबलों के डॉक्टरों की टीम द्वारा अथक प्रयास के बाद भी उन्हें नहीं बचाया जा सका है, प्रारंभिक सूचना के अनुसार इनमें से एक जवान मुठभेड़ स्थल पर ही बलिदान हो गया था जबकि बाकी के दो जवानों ने कैंप में उपचार के क्रम में दम तोड़ दिया, जानकारी के अनुसार जवानों की यह मुठभेड़ प्रतिबंधित माओवादी संगठन कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (माओइस्ट) की बटालियन न. एक के साथ हुई है।
 
बलिदानी जवानों की पहचान उप निरीक्षक रामूराम नाग (36), आरक्षक कुंजाम जोगा (33) एवं सैनिक वंजाम भीमा (31), सभी निवासी सुकमा जिले के रूप में की गई है, बता दें कि छत्तीसगढ़ समेत देश भर के माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में यह इस वर्ष की पहली ऐसी मुठभेड़ हैं जहां एक साथ तीन जवान बलिदान हो गए हैं, ज्ञात हो कि इस क्षेत्र में अभी हाल ही में कुंदर एवं बेंद्रे में सुरक्षाबलों द्वारा दो नवीन कैंप स्थापित किये गए हैं जिससे इस क्षेत्र में दशकों से काबिज रहे माओवादी बौखलाए हुए हैं, जानकारी है कि मुठभेड़ में सुरक्षाबलों द्वारा की गई जवाबी कार्यवाई में 5-6 माओवादी भी मारे गए हैं, खबर लिखे जाने तक क्षेत्र में सुरक्षाबलों द्वारा
मुठभेड़ स्थल पर कार्यवाई जारी रहने की सूचना है।
 
एक अन्य कैंप पर भी हमला
 
वहीं दूसरी ओर इसी क्षेत्र में सुरक्षाबलों के एक और कैंप पर भी माओवादियों द्वारा हमले की सूचना है, जानकारी के अनुसार यह हमला तोडर्मरका कैंप पर किया गया है।
 
प्रारंभिक सूचना के अनुसार तोडर्मरका स्थित कैंप पर माओवादियों की एक टुकड़ी ने गोलियां चलाई है जिसके बाद सुरक्षाबलों द्वारा भी जवाबी फायरिंग की गई है, वहीं इन दोनों ही हमले के बाद सुकमा जिले स्थित सुरक्षाबलों के सभी कैंपो को माओवादियों के टैक्टिकल काउंटर ओफ्फेन्सीवे कैंपेन (टीसीओसी) की दृष्टि से हाई अलर्ट पर कर दिया गया है।
 
दरअसल माओवादियों द्वारा प्रतिवर्ष गर्मियों में सुरक्षाबलों के विरुद्ध टीसीओसी अभियान चलाया जाता रहा है जिसके माध्यम से माओवादी सुरक्षाबलों के विरुद्ध आक्रामक अभियानों के माध्यम से क्षेत्र में अपनी उपस्थिति जताने के प्रयास करते रहे हैं।