लातेहार से गिरफ्तार हुआ 5 लाख का इनामी माओवादी कमांडर वहीं छत्तीसगढ़ में भी 5 लाख की इनामी महिला माओवादी कमांडर का सरेंडर

शीतल कई वर्षो से माओवादी संगठन के लिए काम कर रहा है और इस दौरान उसके विरुद्ध लातेहार, लोहरदगा एवं गुमला जिले के विभिन्न थानों में कुल 25 अपराध पंजीकृत हैं

The Narrative World    17-Mar-2023   
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झारखंड के लातेहार में सुरक्षाबलों को माओवादियों (नक्सलियों/कम्युनिस्ट आतंकियों) के विरुद्ध गुरुवार को बड़ी सफलता मिली है, जानकारी है कि गुरुवार को एक विशेष अभियान में सुरक्षाबलों ने जिले के बालूमाथ थाना अंतर्गत शांति के जंगलो से प्रतिबंधित माओवादी संगठन कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (माओइस्ट) के एक जोनल कमांडर को गिरफ्तार कर लिया है।
 
गिरफ्तार माओवादी जोनल कमांडर की पहचान लातेहार जिला के बालूमाथ थाना निवासी शीतल मोची उर्फ शीतल राम (30) के रूप में की गई है, शीतल कुख्यात माओवादी रविन्द्र गंझू गिरोह का अहम सदस्य बताया जा रहा है जो इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइसेज (आईडी) प्लांट करने का विशेषज्ञ माना जाता है, जानकारी है कि शीतल कई वर्षो से माओवादी संगठन के लिए काम कर रहा है और इस दौरान उसके विरुद्ध लातेहार, लोहरदगा एवं गुमला जिले के विभिन्न थानों में कुल 25 अपराध पंजीकृत हैं।
 
गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए लातेहार जिले के पुलिस अधीक्षक अंजनी अंजन ने बताया कि " आईडी बमों को प्लांट करने में विशेषज्ञ माने जाने वाले माओवादी शीतल को गिरफ्तार किया गया है, वह रविन्द्र गंझू गिरोह का सदस्य था जिसपर सरकार की ओर से 5 लाख रुपए का इनाम घोषित था।" पुलिस अधीक्षक ने बताया कि "शीतल के पास से पुलिस ने 765 एमएम देशी पिस्तौल, गोलियां, एके-47 की गोलियां एवं 10000 रुपये नगद बरामद किए हैं।"
 
इनामी महिला माओवादी का आत्मसमर्पण
 
वहीं माओवादियों से संबंधित एक अन्य विकास में छत्तीसगढ़ के धुर माओवाद प्रभावित जिले सुकमा में प्रतिबंधित माओवादी संगठन कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया की एक महिला माओवादी कमांडर ने गुरुवार को पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है।
 
आत्मसमर्पण करने वाली महिला माओवादी की पहचान माओवादियों की आमदाइ लोकल गुरिल्ला स्क्वाड (एलजीएस) की कमांडर संतो उर्फ रामे के रूप में की गई है, रामे पर विभिन्न माओवादी हमलों में शामिल रहने का गंभीर आरोप है जिसको लेकर राज्य सरकार की ओर से उस पर पांच लाख रुपये का इनाम घोषित था।
 
इस संदर्भ में मीडिया से जानकारी साझा करते हुए सुकमा जिले के पुलिस अधीक्षक सुनील शर्मा ने बताया कि "महिला माओवादी कमांडर संतो ने सुरक्षाबलों एवं प्रसाशन द्वारा जिले में चलाए जा रहे पूना नर्कोम अभियान (गोंडी भाषा में नई सुबह) के तहत आत्मसमर्पण कर दिया है",एसपी शर्मा ने बताया कि "आत्मसमर्पण करने वाली महिला माओवादी रामे राज्य के कोंडागांव एवं नारायणपुर में हुए कई नक्सली घटनाओं में शामिल रह चुकी है।" इस दौरान एसपी शर्मा ने बताया कि "माओवादियों की स्थानीय गुरिल्ला दल की कमांडर रही रामे ने यह आत्मसमर्पण संगठन में महिलाओं से हो रहे भेदभावपूर्ण व्यवहार एवं माओवादी नेताओं के शोषण से तंग आकर किया है।"
 
झारखंड एवं छत्तीसगढ़ में जोरों पर है अभियान
 
ज्ञात हो कि सुरक्षाबलों द्वारा झारखंड एवं छत्तीसगढ़ में माओवादियों के विरुद्ध निरंतर अभियान चलाए जा रहे हैं जिसके परिणामस्वरूप बीते वर्षो में इन राज्यों में जहां एक ओर माओवादी बैकफुट पर जाने को बाध्य हुए हैं तो वहीं दूसरी ओर सुरक्षाबलों के बढ़ते दबाव के कारण माओवादी संगठन से होने वाले आत्मसमर्पण का भी दौर जारी है।
 
इस क्रम ने झारखंड की स्थिति तो बेहद सुखद दिखाई देती है जहां बीते एक आध वर्षो में जहां एक ओर अति संवेदनशील माने जाने वाले क्षेत्रों को माओवादियों के प्रभाव से मुक्त कराया गया है तो वहीं दूसरी ओर सुरक्षाबलों के बढ़ते दबाव के परिणामस्वरूप दर्जनों कुख्यात माओवादी कमांडरों को या तो गिरफ्तार कर लिया गया है या उन्होंने आत्मसमर्पण की राह चुन ली है। इन कमांडरों में अमन गंझू, महाराज प्रामाणिक, विमल यादव एवं नवीन यादव जैसे कुख्यात माओवादी कमांडर भी शामिल हैं।
 
वहीं छत्तीसगढ़ में भी सुरक्षाबलों ने बीते वर्षो में धुर माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में दर्जनों फारवर्ड ऑपरेटिंग बेसेज स्थापित कर माओवादियों को पीछे हटने पर बाध्य कर दिया है, हालांकि यहां सुरक्षाबलों की सफलता से बौखलाए माओवादी अपनी बौखलाहट में निर्दोष ग्रामीणों को ही निशाना बनाने पर आमादा हैं, इस क्रम में केवल इसी वर्ष माओवादियों ने अब तक पुलिस मुखबिरी का आरोप मढ़ते हुए दसियों ग्रामीणों की निर्ममता से हत्या कर दी है।