झारखंड से 10 लाख का इनामी माओवादी हुआ गिरफ्तार वहीं ओड़िशा में माओवादियों का खूनी खेल, घर से निकाल कर ग्रामीण की हत्या, लकड़ी चोरी का लगाया आरोप

The Narrative World    20-Mar-2023   
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झारखंड में सुरक्षाबलों को माओवादियों (नक्सलियों/कम्युनिस्ट आतंकियों) के विरुद्ध शनिवार को बड़ी सफलता मिली है, जानकारी के अनुसार विशेष सूचना पर चलाये गए अभियान में सुरक्षाबलों ने प्रतिबंधित माओवादी संगठन कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (माओइस्ट) के सबजोनल कमांडर को लातेहार जिला से गिरफ्तार कर लिया है।
 
गिरफ्तार माओवादी की पहचान कुख्यात माओवादी चंदन कुमार खैरवार उर्फ बैजनाथ सिंह उर्फ संजीवन जी के रूप में की गई है, जानकारी है कि चंदन को लातेहार जिला के सिकिड के जंगलो से गिरफ्तार किया गया है, चंदन माओवादी संगठन में लंबे समय से सक्रिय है जिसको लेकर उसके विरुद्ध झारखंड के विभिन्न थानों में कुल 68 आपराधिक मामले पंजीकृत है।
 
जानकारी है कि चंदन हेरहंज पुलिस थाने अंतर्गत सिकिड के जंगलो में कमजोर पड़ते नक्सल संगठन को मजबूत करने की कवायद में जुटा हुआ था, गिरफ्तारी के दौरान सुरक्षाबलों ने चंदन के पास से दो इंसास राइफल्स समेत भारी मात्रा में गोला बारूदों की बरामदगी की है, ज्ञात हो कि सुरक्षाबल लंबे समय से चंदन की तलाश कर रहे थे और उस पर राज्य सरकार की ओर से 10 लाख रुपये का इनाम घोषित था।
 
इस संदर्भ में रविवार को मीडियाकर्मियों को जानकारी देते हुए लातेहार जिले के पुलिस अधीक्षक अंजनी अंजन ने बताया कि "कुख्यात माओवादी चंदन खैरवार उर्फ संजीवन जी को पुलिस ने सिकिड के जंगलो से गिरफ्तार कर लिया है, जिसके पास से 2 इंसास राइफल्स, 7 लोडेड मैगजीन्स एवं 370 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं।"
 
बता दें कि झारखंड में सुरक्षाबलों द्वारा माओवादियों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान निरंतर जारी है, इस क्रम में बीते कुछ महीनों में ही जहां एक ओर दर्जनों माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है तो वहीं माओवादी कमांडरों के गिरफ्तार होने का क्रम भी निरंतर जारी है।
 
माओवादियों ने की ग्रामीण की हत्या
 
वहीं माओवादियों से संबंधित एक अन्य विकास में प्रतिबंधित माओवादी संगठन कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया के सशस्त्र कैडरों ने शुक्रवार देर शाम को एक ग्रामीण की बर्बरता से हत्या कर दी है, माओवादियों ने मृतक पर जंगलो से अवैध रूप से पेड़ काटने का आरोप लगाया है।
 
घटना ओड़िशा के नबरंगपुर जिले के रायगढ़ ब्लॉक स्थित लक्ष्मणपुर गांव की है जहां सशस्त्र माओवादियों ने शुक्रवार रात को नारायण नागेश (38) नामक ग्रामीण की घर से निकाल कर हत्या कर दी है।
 
जानकारी है कि शुक्रवार रात को लगभग 30 की संख्या में माओवादी नारायण के घर आ धमके और उसे घर से निकालकर गोली मार दी, हत्या के बाद माओवादियों ने घटनास्थल पर पर्चे भी छोड़े हैं।
 
पर्चो में माओवादियों ने मृतक युवक पर लकड़ी माफियाओं के साथ मिलकर जंगलो में पेड़ो की कटाई का आरोप मढ़ा है, घटनास्थल पर छोड़े गए एक अन्य पर्चे में माओवादियों ने नागेश को पूर्व में चेतावनी दिए जाने की बात करते हुए गांव के आस पास के 9 अन्य लोगों को भी कड़ी चेतावनी दी है जिसके बाद से क्षेत्र में दहशत का वातावरण वयाप्त है।
 
वहीं शनिवार को हत्या की सूचना पाकर पहुंची रायगढ़ पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद मृतक के शव को परिजनों को सौंप दिया है, ज्ञात हो कि ओड़िशा एवं छत्तीसगढ़ सीमा से सटे क्षेत्रों में बीते कुछ समय से माओवादियों द्वारा नागरिकों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है इस क्रम में केवल इस वर्ष ही माओवादियों द्वारा लगभग आधे दर्जन से अधिक नागरिकों की हत्याएं की जा चुकी है, माओवादियों द्वारा की गई इन हत्याओं में स्थानीय नेताओं समेत सामान्य नागरिक भी शामिल हैं जिनमें से अधिकांश को माओवादियों ने पुलिस मुखबिर बताते हुए उनकी हत्या कर दी है।