गृहमंत्री के दौरे से पहले सुकमा में सुरक्षाबलों की माओवादियों से मुठभेड़, पांच नक्सली गिरफ्तार

जानकारी है कि टीम के वहां पहुंचते ही माओवादियों के साथ उनकी जबरदस्त मुठभेड़ हो गई जिसमें 4-5 नक्सलियों के घायल होने की सूचना है

The Narrative World    23-Mar-2023   
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त्तीसगढ़ के माओवाद (नक्सलवाद/कम्युनिस्ट अतिवाद) प्रभावित बस्तर अंचल में गृहमंत्री अमित शाह के दौरे को लेकर सुरक्षाबलों का माओवादियों के विरुद्ध अभियान जोरो पर है, इस क्रम में क्षेत्र के माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में चौकसी बढ़ाने के साथ ही सुरक्षाबलों द्वारा माओवादियों की गतिविधियों पर भी पैनी दृष्टि रखी जा रही है। जानकारी है कि इसी क्रम में गुप्त सूचना के आधार पर चलाये गए अभियान के दौरान माओवाद प्रभावित सुकमा जिले में सुरक्षाबलों एवं माओवादियों में मुठभेड़ हो गई है।
 
घटना सुकमा जिले के एर्राबोर थाना क्षेत्र की बताई जा रही है, मिली जानकारी के अनुसार सुकमा पुलिस को सूचना मिली थी कि प्रतिबंधित माओवादी संगठन कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (माओवादी) के कोंटा एरिया कमेटी के सदस्य एर्राबोर थाना अंतर्गत ग्राम कोत्तालेंड्रा जंगल के समीप राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 30 पर किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के प्रयास में लगे हुए हैं जिसके बाद जिला पुलिस बल एवं डिस्ट्रिक्ट रिज़र्व गार्ड (डीआरजी) की एक संयुक्त टीम को खोजी अभियान पर रवाना किया गया था।
 
जानकारी है कि टीम के वहां पहुंचते ही माओवादियों के साथ उनकी जबरदस्त मुठभेड़ हो गई जिसमें 4-5 नक्सलियों के घायल होने की सूचना है, वहीं मुठभेड़ के बाद क्षेत्र की सघन तलाशी लेने पर सुरक्षाबलों ने पांच नक्सलियों को गिरफ्तार किया है।
 
घटना की पुष्टि करते हुए सुकमा जिले के पुलिस अधीक्षक सुनील शर्मा ने बताया कि विशेष सूचना पर चलाये गए अभियान के दौरान सुरक्षाबलों एवं माओवादियों की गुरुवार सुबह 11.30 मुठभेड़ हुई है जिसके बाद घटनास्थल से 5 माओवादियों को गिरफ्तार किया गया है जबकि मुठभेड़ के दौरान 4-5 माओवादियों के घायल होने की भी सूचना है।
 
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान जवानों को भारी पड़ता देख नक्सली अपने घायल साथियों को लेकर जंगलो में भाग गए, जिसके बाद गिरफ्तार माओवादियों के विरुद्ध एर्राबोर थाने में वैधानिक प्रक्रिया की जा रही है।
 
गृहमंत्री का बस्तर दौरा
 
ज्ञात हो कि केंद्रीय गृहमंत्री शनिवार को बस्तर के जगदलपुर का दौरा करेंगे जिसको लेकर केंद्रीय सुरक्षाबलों एवं पुलिस की तैयारियां जोरों पर है, जानकारी है कि इस दौरान गृहमंत्री की सुरक्षा के लिए चप्पे चप्पे पर जवानों को तैनात किया गया है, इस क्रम में लगभग 3000 से भी अधिक जवान गृहमंत्री की सुरक्षा के लिए तैनात किए गए हैं।
 
वहीं गृहमंत्री के बस्तर दौरे को लेकर प्रतिबंधित माओवादी संगठन कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (माओइस्ट) द्वारा दौरे के दौरान किसी भी अप्रिय घटना के अंजाम देने के प्रयासों को लेकर भी सुरक्षाबलों द्वारा विशेष चौकसी बरती जा रही है।
बता दें कि गृहमंत्री यहां केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 84वीं रेजिंग डे में शामिल हो रहे हैं, यह पहली बार है जब सीआरपीएफ द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य में अपना रेजिंग डे मनाया जा रहा है जिसको लेकर भी नक्सलियों की बौखलाहट अपने चरम पर है।
 
दरअसल बीते कुछ वर्षो में केंद्र सरकार के दिशा निर्देशों पर छत्तीसगढ़ के धुर माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में सीआरपीएफ ने अपनी उपस्थिति को मजबूत किया है, इस दौरान अर्द्धसैनिक बलों द्वारा नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में दर्जनों सुरक्षा कैंपो को स्थापित किया गया है जिससे क्षेत्र में नक्सलियों को जंगलो के भीतर सिमटने पर बाध्य होना पड़ा है, यही कारण है कि माओवादी इन कैंपो सहित गृहमंत्री के दौरे का पुरजोर विरोध कर रहे हैं, ज्ञात हो कि इससे पूर्व लातेहार में एक कार्यक्रम के दौरान गृहमंत्री ने आगामी लोकसभा चुनावों तक देश को माओवादी हिंसा से मुक्त करा लेने की बात कही थी।