छत्तीसगढ़ : सुकमा में 10 लाख के इनामी माओवादी दंपत्ति गिरफ्तार, 22 जवानो की हत्या में शामिल रह चुका है इनामी मुचाकी हिडमा

पकड़े गए पुरुष माओवादी की पहचान 8 लाख के इनामी माओवादी दुनमपारा पुसगुनना निवासी डिप्टी कमांडर मुचाकी हिडमा के रूप में की गई है

The Narrative World    03-Mar-2023   
Total Views |

representative images
 
 
त्तीसगढ़ के धुर माओवाद प्रभावित जिले सुकमा में सुरक्षाबलों को गुरुवार को बड़ी सफलता मिली है, जानकारी के अनुसार खोजी अभियान पर निकली सुरक्षाबलों की एक संयुक्त टीम ने माओवादियों (नक्सलियों/कम्युनिस्ट आतंकियों) से हुई मुठभेड़ के बाद दो वांछित माओवादियों को गिरफ्तार किया है।
 
जानकारी है कि सुरक्षाबलों को जिले के गारीदास थाने अंतर्गत स्थित मनकापाल कैंप पर हमला करने की नीयत से प्रतिबंधित माओवादी संगठन कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (माओइस्ट) के सशस्त्र कैडरों के एकत्रित होने की सूचना मिली थी, जिसके बाद गुरुवार तड़के सुबह जिला पुलिस बल एवं डीआरजी जवानों की एक संयुक्त टीम खोजी अभियान पर निकली थी जहां माओवादियों से उनकी मुठभेड़ हो गई।
 
सूचना के अनुसार सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम जब कॉम्बिंग अभियान के दौरान पोरोमपड़िया के समीप से गुजर रही थी तभी घात लगाए माओवादियों ने उनपर अचानक हमला बोल दिया जिसका सुरक्षाबलों ने भी मुहतोड़ जवाब दिया, जानकारी है कि लगभग 20-25 मिनट चली इस मुठभेड़ के बाद सुरक्षाबलों को भारी पड़ता देख माओवादी वहां से भाग निकले।
 
माओवादियों के जाने के बाद क्षेत्र की सघन तलाशी लेने पर एक माओवादी दंपत्ति को पास के चट्टान के पास से गिरफ्तार कर लिया गया, पूछताछ में माओवादी दंपत्ति ने प्रतिबंधित माओवादी संगठन सीपीआई माओइस्ट के सक्रिय सदस्य के रूप में कार्य करने की बात स्वीकारी, सुरक्षाबलों ने माओवादी दंपत्ति के पास से एक एसएलआर राइफल, एक सिंगल शॉट गन समेत नक्सली बैनर एवं अन्य विस्फोटक सामग्री भी बरामद की है।
 
 
10 लाख के इनामी है माओवादी दंपत्ति
 
 
पकड़े गए पुरुष माओवादी की पहचान 8 लाख के इनामी माओवादी दुनमपारा पुसगुनना निवासी डिप्टी कमांडर मुचाकी हिडमा के रूप में की गई है, मुचाकी वर्ष 2015 में सीएनएम सदस्य के रूप में माओवादी संगठन में शामिल हुआ था, जिसे वर्ष 2018 में डेप्युटी कमांडर बनाया गया था, वर्ष 2020 में मुचाकी को पीपीसीएम रैंक पर प्रोमोट किया गया था, वह वर्तमान में माओवादियों की प्लाटून संख्या 24 में सक्रिय था।
 
मुचाकी वर्ष 2015 से लेकर वर्ष 2022 तक सुरक्षाबलों पर हुए कई बड़े हमलों में शामिल रहा है जिनमें वर्ष 2015 में चोलनार एवं वर्ष 2018 में दंतेवाड़ा के किरंदुल में हुआ हमला शामिल है। बता दें कि इन हमलों में सुरक्षाबलों के कुल 22 जवान बलिदान हो गए थे।
 
वहीं गिरफ्तार की गई महिला माओवादी की पहचान कुंजाम कोसी के रूप में की गई है, वह वर्ष 2013-14 में माओवादी संगठन में शामिल हुई थी, कुंजाम 2014 में बाल संघम सदस्य के रूप में संगठन से जुड़ी थी जो वर्तमान में माओवादी संगठन की कांगेरघाटी एरिया कमेटी के मिलिट्री प्लाटून संख्या 31 की सदस्या है। कुंजाम संगठन में सक्रिय रहने के दौरान सुरक्षाबलों पर हुए छोटे से बड़े कई हमले में शामिल रही है जिसको लेकर उस पर 2 लाख रुपये का इनाम घोषित था।
 
पूछताछ के दौरान दोनों ही माओवादियों ने मनकापाल कैंप पर हमले को अन्य दूसरे कमांडरों के विषय में भी पुलिस को अहम जानकारी उपलब्ध कराई है, हमले में शामिल सभी माओवादी, प्रतिबंधित संगठन के दरभा डिवीज़न अंतर्गत सक्रिय थे।
 
बता दें कि हालिया कुछ दिनों में छत्तीसगढ़ में माओवादियों द्वारा सुरक्षाबलों के कैंपो समेत जनप्रतिनिधियों एवं निर्दोष नागरिकों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है और इस क्रम में केवल इसी वर्ष माओवादियों ने 8 सुरक्षाबलों समेत अब तक डेढ़ दर्जन हत्याएं की है।