छत्तीसगढ़ में आईडी विस्फोट में घायल हुआ जवान, वहीं गया में वांछित माओवादी हुआ गिरफ्तार

The Narrative World    31-Mar-2023   
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त्तीसगढ़ के माओवाद प्रभावित बीजापुर में माओवादियों (नक्सलियों/कम्युनिस्ट आतंकियों) द्वारा प्लांट की गई आईडी से सुरक्षाबलों के एक जवान के गंभीर रूप से घायल होने की सूचना है, जानकारी है कि बीजापुर के नेलसनार थाना क्षेत्र अंतर्गत सीआरपीएफ की एक टीम गुरुवार सुबह एरिया डॉमिनेशन पर निकली थी तभी टीम ने पाण्डेमुर्गा गांव के समीप माओवादियों द्वारा प्लांट की गई एक आईडी को ढूंढ निकाला।
 
जानकारी है कि उक्त आईडी को निष्क्रिय करने के प्रयास में सीआरपीएफ के बम निरोधक दस्ते के जवान रवि कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए जिन्हें बाद में उपचार के लिए राजधानी रायपुर एयरलिफ्ट किया गया है जहां वर्तमान में उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है, रवि कुमार को पैरों में गंभीर चोटें आई थी।
 

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बता दें कि यह छत्तीसगढ़ में इस सप्ताह आईडी विस्फोट की तीसरी घटना है और इससे पूर्व मंगलवार को राज्य के कांकेर में हुए एक विस्फोट में भी सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दो जवान घायल हो गए थे जबकि सोमवार को बीजापुर जिले में ही हुए एक अन्य विस्फोट में छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल (सीएएफ) के एक सहायक कमांडेंट बलिदान हो गए थे।
 
बलिदानी कमांडेंट की पहचान सीएएफ की 19वीं वाहिनी के विजय यादव के रूप में की गई थी, यादव सोमवार को बीजापुर के मीरपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत कॉम्बिंग अभियान पर निकले सीएएफ के दस्ते का हिस्सा थे, इस कॉम्बिंग अभियान के दौरान ही टेकारी गांव के समीप माओवादियों द्वारा लगाई गई आईडी पर यादव का पैर आ गया था जिसके बाद हुए विस्फोट में वे बलिदान हो गए थे।
 
ज्ञात हो कि धुर माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में नक्सली सुरक्षाबलों को नुकसान पहुँचाने की दृष्टि से आईडी प्लांट करते रहे हैं जिसके चपेट में आकर सुरक्षाबलों समेत जंगलो में लकड़ी एकत्रीकरण एवं पशुओं को लेकर जाने वाले दर्जनों ग्रामीणों को अपनी जान गंवानी पड़ी है।
 
गया से वांछित माओवादी हुआ गिरफ्तार
 
वहीं माओवादियों से संबंधित एक अन्य महत्वपूर्ण विकास में बिहार के माओवाद प्रभावित गया जनपद से सुरक्षाबलों ने कई वर्षों से वांछित माओवादी को गिरफ्तार कर लिया है, गिरफ्तार माओवादी की पहचान बधन भुइयां के रूप में की गई है।
 
जानकारी के अनुसार गया पुलिस को सूचना मिली थी कि भुइयां अति माओवाद प्रभावित चकरबंधा थाने अंतर्गत तरचूण के जंगलो में छुपा हुआ है जिसके बाद मंगलवार को सुरक्षाबलों द्वारा विशेष अभियान चलाकर उसे धर दबोचा गया है, जानकारी है कि सुरक्षाबल विगत 19 वर्षों से उसकी तलाश कर रहे थे।
 
ज्ञात हो कि बीते कुछ वर्षो से बिहार के माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षाबलों द्वारा वृहद स्तर पर खोजी अभियान चलाया जा रहा है जिस दौरान दर्जनों माओवादियों को धर दबोचा गया है, इन अभियानों में मिली सफलताओं के परिणामस्वरूप अब राज्य में माओवाद का दायरा सिमट कर लगभग नगण्य रह गया है, जिसकी पुष्टि बीते वर्ष सीआरपीएफ के एक बड़े अधिकारी ने भी की थी।
 
इस संदर्भ में पत्रकारों से वार्ता करते हुए बीते वर्ष सितंबर में सीआरपीएफ के महानिदेशक कुलदीप सिंह ने कहा था राज्य को माओवादियों से मुक्त करा लिया गया है और जो कुछेक माओवादी अभी भी सक्रिय हैं वो केवल अवैध वसूली के छोटे मोटे समुहों के रूप में ही सक्रिय हैं, बता दें कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों से पूर्व देश से माओवादी हिंसा को समाप्त करने की घोषणा की है।