बीजापुर में माओवादी आतंक को सुरक्षाबलों का मुंहतोड़ जवाब, 1 माओवादी ढेर; 4 गिरफ्तार

माओवादियों को मुठभेड़ में धूल चटाने से पूर्व सुरक्षाबलों ने एक दिन पहले ही जिले में 4 माओवादियों को धर दबोचा था। माओवाद विरोधी अभियान के तहत सुरक्षाकर्मियों ने अलग-अलग थाना क्षेत्रों से इन माओवादियों को गिरफ्तार किया था।

The Narrative World    13-Jan-2024   
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छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में माओवादियों को लगातार दूसरे दिन झटका लगा है। माओवाद से प्रभावित बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में एक माओवादी को मार गिराया है। वहीं इस मुठभेड़ में 3 से 4 माओवादियों के घायल होने की सूचना भी सामने आई है।


अभी तक सामने आई जानकारी के अनुसार मारे गए माओवादी पर एक लाख रुपये का इनाम भी घोषित था, जो माओवादी आतंकी संगठन में जनमिलिशिया कमांडर था।


पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार यह गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी कि पुसनार के अंदरूनी वन्य क्षेत्रों में 20 से 25 माओवादी मौजूद हैं, जो हथियारों से लैस हैं। गुप्त सूचना के आधार पर यह पता चला था कि इन माओवादियों में माओवादी आतंकी संगठन के गंगालूर एरिया कमेटी का सचिव दिनेश मोडियाम भी मौजूद है।


इस सूचना के बाद बीते गुरुवार को दंतेवाड़ा जिले कि डीआरजी टीम, बीजापुर जिले की डीआरजी और सीआरपीएफ की टीम के साथ संयुक्त रूप से माओवादी विरोधी अभियान के लिए रवाना की गई थी।


सुरक्षाबलों के इस ऑपरेशन के दौरान शुक्रवार 12 जनवरी की शाम को जब जवान पुसनार के जंगलों के भीतर पहुँचे, तो माओवादियों ने उन पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी।


माओवादियों के द्वारा की गई फायरिंग का जवाब देते हुए, सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्यवाई की, जिसके बाद सुरक्षाबलों को भारी पड़ता देख माओवादी भागने की कोशिश करने लगे।


इसी बीच सुरक्षाकर्मियों ने मुठभेड़ के दौरान माओवादी जनमिलिशिया कमांडर तोया पोटाम उर्फ सोमलू को मार गिराया, जिस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित था। हालांकि बाकी माओवादी सुरक्षा बलों को भारी पड़ता देख भाग निकले।


माओवादियों के भागने के बाद सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ स्थल की सर्चिंग की जिसमें उन्हें भारी मात्रा में हथियार, विस्फोटक सामग्री और अन्य सामान बरामद हुए हैं।


वहीं पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मारे गए माओवादी के ऊपर 2023 में एक ही परिवार के 3 सदस्यों की हत्या समेत 4 प्रकरण में आरोप दर्ज है।


एक दिन पहले 4 माओवादी हुए थे गिरफ्तार


माओवादियों को मुठभेड़ में धूल चटाने से पूर्व सुरक्षाबलों ने एक दिन पहले ही जिले में 4 माओवादियों को धर दबोचा था। माओवाद विरोधी अभियान के तहत सुरक्षाकर्मियों ने अलग-अलग थाना क्षेत्रों से इन माओवादियों को गिरफ्तार किया था।


पुलिस ने बताया कि आत्मसमर्पित माओवादी की हत्या में शामिल माओवादी आतंकी दुला कुरसम को गोरना से गिरफ्तार किया गया है। माओवादी आतंकी दुला ने दिसंबर 2023 में एक सरेंडर माओवादी किशन की हत्या की थी।


वहीं नैमेड एवं भैरमगढ़ के लिए निकली डीआरजी की टीम ने दुरधा के अंदरूनी जंगलों से 2 संदिग्ध माओवादियों को गिरफ्तार किया था। इनके पास से सुरक्षाबलों ने 5 किलो का टिफिन बम, डेटोनेटर समेत अन्य उपकरण बरामद किए थे।


गिरफ्तार माओवादियों की पहचान मासा उरसा और सोमलू हेमला के रूप में हुई है, जो माओवादी आतंकी संगठन में भूमकाल मिलिशिया के सदस्य हैं। इसके अतिरिक्त सुरक्षाबलों ने कमकानार चोखनपाल क्षेत्र में कार्रवाई करते हुए एक अन्य मिलिशिया सदस्य माड़वी लक्खू को गिरफ्तार किया था।


बीजापुर में ही माओवादियों का आतंक


दो दिन पूर्व माओवादियों के आतंक की चपेट में आने से एक महिला और उसकी 8 वर्षीय बच्ची गंभीर रूप से घायल हुई थी। दरअसल माओवादियों के द्वारा जगह-जगह पर आईईडी विस्फोटक प्लांट किए गए हैं।


इन्हीं में से एक विस्फोटक की चपेट में आने से 8 वर्षीय जनजातीय बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गई है। वहीं बच्ची की मां को भी इस घटना में गंभीर चोट आई है।


यह घटना पिछले सप्ताह की है, जब स्थानीय जनजातीय ग्रामीण अपनी बच्ची के साथ राशन दुकान से वापस आ रही थी और इसी दौरान वह माओवादी आतंकियों के द्वारा लगाए गए आईईडी विस्फोटक की चपेट में आ गई।


मिली जानकारी के अनुसार जो बच्चे घायल हुई है वह बीजापुर के आवासीय पोटाकेबिन में दूसरी कक्षा की छात्रा है। इस घटना के बाद माओवादी आतंकी घायल बच्चे को अपने साथ ले गए और अपने ही मेडिकल कैंप में कथित रूप से उसका उपचार करने की बात कह रहे हैं।


हालांकि पहले भी माओवादियों ने इसी तरह से स्थानीय ग्रामीणों के छोटे बच्चे-बच्चियों को उपचार के बहाने ले जाने का प्रयास किया है, और फिर उन्हें जबरन माओवादी संगठन में जोड़ दिया है।