बस्तर में जमीन खिसकने से माओवादियों में तिलमिलाहट: सरकार पर लगा रहे ड्रोन हमले का आरोप

माओवादियों द्वारा जारी प्रेस नोट में कहा गया है कि 13 जनवरी को कोमेत्तागुड़ा, बोटेतोंग के खेतों और जंगलों में ड्रोन से बमबारी की गई है। माओवादी आतंकियों ने प्रदेश के पहले जनजातीय मुख्यमंत्री पर भी आरोप लगाया है।

The Narrative World    14-Jan-2024
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छत्तीसगढ़ में कम्युनिस्ट आतंक से प्रभावित बस्तर क्षेत्र में माओवादियों का षड्यंत्र एक के बाद एक विफल हो रहा है।यही कारण है कि माओवादी अब साइकोलॉजिकल वॉरफेयर खेल रहे हैं।


दरअसल माओवादियों के द्वारा दंतेवाड़ा जिले में बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना का सुरक्षाबलों ने भंडाफोड़ कर दिया है। वहीं बीते सप्ताह बस्तर संभाग में सुरक्षाबलों ने ना सिर्फ खूंखार माओवादियों को गिरफ्तार किया है, बल्कि 1 लाख रुपये के इनामी माओवादी कमांडर को मुठभेड़ में ढेर भी किया है।


यही कारण है कि माओवादी अब बौखलाहट में सुरक्षाबलों पर उल जलूल आरोप लगा रहे हैं। माओवादियों ने छत्तीसगढ़ सरकार पर ड्रोन द्वारा माओवादियों पर हमले का आरोप लगाया है।


माओवादियों का कहना है कि सुकमा एवं बीजापुर जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों के लगभग 5 किलोमीटर के दायरे में हवाई बमबारी की गई है। माओवादी अब इस मामले को लेकर सरकार द्वारा जंगल को नष्ट करने का आरोप लगा रहे हैं।


माओवादियों द्वारा जारी प्रेस नोट में कहा गया है कि 13 जनवरी को कोमेत्तागुड़ा, बोटेतोंग के खेतों और जंगलों में ड्रोन से बमबारी की गई है। माओवादी आतंकियों ने प्रदेश के पहले जनजातीय मुख्यमंत्री पर भी आरोप लगाया है।


माओवादियों की तिलमिलाहट को इसी से समझा जा सकता है कि इस प्रेस नोट में माओवादियों की हताशा राम मंदिर के निर्माण को लेकर भी देखी जा सकती है।


माओवादियों का कहना है कि अयोध्या को पर्यटन के रूप में बढ़ावा दिया जा रहा है। पर्यटन से आने वाला पैसा उद्योगपतियों को सौंप दिया जाएगा।


इस पूरे मामले को लेकर बस्तर के पुलिस महानिरीक्षक का कहना है कि माओवादी संगठन अब काफी कमजोर हो चुका है। इस आतंकी संगठन के बड़े आतंकी नेता मारे जा चुके हैं, और इनकी भर्ती भी बंद हो चुकी है। यही कारण है कि माओवादी अब बौखलाए हुए नजर आ रहे हैं।


वहीं दंतेवाड़ा से यह जानकारी सामने आई है कि माओवादियों की बड़ी योजना को लेकर सुरक्षाबलों ने जानकारी इकट्ठा की है। अंदरूनी वन्य क्षेत्रों में माओवादी बड़ी संख्या में गोला बारूद इकट्ठा कर रहे हैं, वहीं ओडिशा और आंध्र क्षेत्र के बड़े माओवादी आतंकी लगातार बैठकें कर रहे हैं।


यह पूरी जानकारी सुरक्षाबलों को एक सरेंडर माओवादी से प्राप्त हुई है। मिली जानकारी के अनुसार कटेकल्याण एरिया कमेटी के हार्डकोर माओवादी आतंकी ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर यह जानकारी दी है।


सरेंडर माओवादी पर 5 लाख रुपये का इनाम घोषित था। सरेंडर माओवादी ने बताया कि जंगल के अंदर बैठक कर रहे माओवादियों के पास गोला-बारूद का जखीरा भी है, जो दंतेवाड़ा में किसी बड़े हमले के लिए लाया गया है।


आत्मसमर्पण करने वाले माओवादी ने बताया है कि कैसे पुलिस मुठभेड़ में उसके कुछ माओवादी साथी भी मारे गए, और इसके बाद वो हमले को अंजाम नहीं दे पाए।


सरेंडर माओवादी से मिली जानकारी के अनुसार माओवादी अरनपुर क्षेत्र में किसी स्थान पर एम्बुश लगाकर हमला करने वाले थे। चूंकि इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों का आना-जाना लगा रहता है, इसीलिए माओवादी उन्हें अपना निशाना बनाना चाहते थे।


दरअसल इस क्षेत्र में माओवादियों के गढ़ माने जाने वाले जगरगुंडा तक सड़क का निर्माण किया जा रहा है, जिससे माओवादी संगठन में तिलमिलाहट देखी जा सकती है।