छत्तीसगढ़ : 2 माह में माओवादियों ने दिया 50 से अधिक घटनाओं को अंजाम

माओवादियों ने बीते 2 महीनों में 50 से अधिक घटनाओं को अंजाम दिया है। छत्तीसगढ़ विधानसभा में उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा ने आंकड़ों को प्रस्तुत करते हुए यह जानकारी दी कि बीते दो महीनों में माओवादी आतंकियों ने 54 घटनाओं को अंजाम दिया है।

The Narrative World    16-Feb-2024   
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छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा चुनाव के बाद जहां भाजपा ने सत्ता संभालते ही माओवादी आतंक से प्रदेश को मुक्त करने का आह्वान किया
, वहीं दूसरी ओर माओवादी भी बौखलाए हुए नज़र आ रहे हैं।


इसी का परिणाम है कि माओवादियों ने बीते 2 महीनों में 50 से अधिक घटनाओं को अंजाम दिया है। छत्तीसगढ़ विधानसभा में उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा ने आंकड़ों को प्रस्तुत करते हुए यह जानकारी दी कि बीते दो महीनों में माओवादी आतंकियों ने 54 घटनाओं को अंजाम दिया है।


इस दौरान सुरक्षाबल के 8 जवान वीरगति को प्राप्त हुए हैं, वहीं 53 जवान घायल हुए हैं। यह आंकड़ा 1 दिसंबर 2023 से लेकर 31 जनवरी 2024 के बीच का है। नक्सली घटनाओं के बारे में विस्तार से बताते हुए गृहमंत्री ने बताया कि माओवादियों को भी इस बीच नुकसान उठाना पड़ा है, जिसमें 8 नक्सली मारे गए हैं।


माओवादियों के द्वारा की गई आतंकी घटनाएं इस बात की ओर इंगित करती हैं कि नई सरकार के द्वारा नक्सल उन्मूलन के लिए अपनाई जाने वाली आक्रामक रणनीति से माओवादी संगठन में ना सिर्फ बौखलाहट देखी जा रही है, बल्कि उनके अंदर की घबराहट भी बाहर आ रही है।


अब ऐसी स्थिति हो चुकी है कि एक ओर से माओवादियों के द्वारा शांति वार्ता को लेकर प्रेस नोट जारी की जा रही है, वहीं दूसरी ओर से उनके द्वारा आतंकी गतिविधियों को भी अंजाम दिया जा रहा है।


माओवादियों की इन हरकतों को इस तरह से समझा जा सकता है कि ये केवल और केवल कम्युनिज़्म की उसी भ्रामक रणनीति का इस्तेमाल कर रहे हैं, जैसा दुनिया के अन्य हिस्सों में वामपंथियों ने किया है।


जैसे, माओवादियों ने एक दिन पूर्व पत्र जारी कर कहा कि वो कुछ शर्तों के साथ वार्ता के लिए तैयार हैं, वहीं आज अर्थात 16 फरवरी शुक्रवार को उन्होंने दंतेवाड़ा और बीजापुर की सीमा पर सुरक्षाबलों पर हमला कर दिया।


सर्चिंग पर निकली डीआरजी और सीआरपीएफ की टीम पर नक्सलियों ने अंदरूनी जंगल के क्षेत्रों में शुक्रवार की सुबह जमकर फायरिंग की। इस हमले का जवानों ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया, जिसके बाद जवानों को भारी पड़ता देख माओवादी मौके से भाग निकले।


इस दौरान सुरक्षाबलों ने माओवादियों से संबंधित कुछ सामान भी बरामद किए। वहीं माओवादियों ने कांकेर में भी बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बनाई थी।


जिले के वटेकाल गांव के समीप माओवादी आतंकियों ने आईईडी विस्फोटक प्लांट कर रखा था। इस विस्फोटक को सुरक्षाकर्मियों इस सूझबूझ ना सिर्फ खोजा, बल्कि उसे तत्काल निष्क्रिय भी किया।


यह सभी गतिविधियां एवं घटनाएं यह बताती हैं कि माओवादी संगठन में छटपटाहट शुरू हो चुकी है और वो पूरी तरह से खत्म होने की कगार में है, और इसकी शुरूआत हो चुकी है।