छत्तीसगढ़ में सत्ता परिवर्तन का असर : उत्तर से दक्षिण तक माओवादियों के विरुद्ध आक्रामक कार्यवाई

बस्तर में इनामी माओवादी को ढेर करने के अलावा माओवादियों के विरुद्ध सुरक्षाबलों को कांकेर और नारायणपुर में भी सफलता हाथ लगी है। एक तरफ जहां कांकेर में 6 माओवादियों को गिरफ्तार किया गया है, वहीं दूसरी ओर नारायणपुर में भी 3 माओवादी दबोचे गए हैं।

The Narrative World    08-Feb-2024   
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छत्तीसगढ़ में सत्ता परिवर्तन के बाद माओवादियों के विरुद्ध सुरक्षाबलों की कार्यवाई आक्रामक हो चुकी है
, जिसके परिणाम अब आने लगे हैं।


सुरक्षाबलों की कार्यवाइयों के चलते एक तरफ जहां हार्डकोर इनामी माओवादी मारे जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर माओवादियों की गिरफ्तारी और उनसे मुठभेड़ की घटनाएं भी लगातार देखी जा रही है।


बुधवार, 7 फरवरी को माओवादियों ने एक बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बनाई थी, जिसे ना सिर्फ सुरक्षाकर्मियों ने ध्वस्त किया, बल्कि जवानों ने इस हमले में शामिल एक माओवादी को मार गिराया है। जवानों और सुरक्षाबलों के बीच सुकमा और दंतेवाड़ा के सीमावर्ती क्षेत्र में मुठभेड़ हुई थी, जो लगभग 1 घंटे तक चली।


सुरक्षाकर्मियों के द्वारा की गई इस जवाबी कार्रवाई में 8 लाख रुपये का इनामी माओवादी ढेर हुआ है, जिसकी पहचान चंद्रन्ना के रूप में हुई है। दंतेवाड़ा जिला पुलिस अधीक्षक ने भी इसकी पुष्टि की है।


गौरतलब है कि इस मामले को लेकर अभी तक सामने आई जानकारी के अनुसार बुधवार की देर शाम जवानों की एक टीम सर्च अभियान के लिए निकली हुई थी, और इसी बीच उन्हें जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में माओवादी मूवमेंट को लेकर जानकारी मिली, जिसके बाद टीम गोंडापल्ली एवं बड़ेबचेली के अंदरूनी जंगलों में पहुंची, जहाँ माओवादियों से उनकी भिड़ंत हुई।


इस मुठभेड़ में जिस माओवादी आतंकी को जवानों ने मार गिराया है, वह बस्तर, सुकमा, दंतेवाड़ा और बीजापुर के क्षेत्र में सक्रिय रूप से माओवादी गतिविधियों को अंजाम दे रहा था।


बस्तर में इनामी माओवादी को ढेर करने के अलावा माओवादियों के विरुद्ध सुरक्षाबलों को कांकेर और नारायणपुर में भी सफलता हाथ लगी है। एक तरफ जहां कांकेर में 6 माओवादियों को गिरफ्तार किया गया है, वहीं दूसरी ओर नारायणपुर में भी 3 माओवादी दबोचे गए हैं।


कांकेर पुलिस ने बताया कि मंगलवार को अंतागढ़ पुलिस ने इन माओवादियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार माओवादी नक्सली बैनर-पोस्टर लेकर आमागांव से अंतागढ़ जा रहे थे।


इनके पास से तीन मोटरसाइकिल और 50 से अधिक नक्सली पर्चे भी बरामद किए गए हैं। पुलिस के अनुसार उन्हें इन माओवादियों की आवाजाही की गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी, जिसके बाद इन्हें पुलिस द्वारा चेकपोस्ट लगाकर गिरफ्तार किया गया है।


वहीं नारायणपुर से गिरफ्तार माओवादियों के पास से हथियार और विस्फोटक भी बरामद किए गए हैं। नारायणपुर से गिरफ्तार तीनों माओवादी आतंकी कुतुल एरिया कमेटी में सक्रिय थे, जिन्हें घेराबंदी कर दबोचा गया है।


दरअसल बीते 5 फरवरी को नारायणपुर डीआरजी और एसटीएफ की संयुक्त टीम को माड़ क्षेत्र में माओवादी अभियान के लिए रवाना किया गया था, जिनके ऊपर बेड़मामेटा गांव के जंगल में माओवादियों ने हमला किया।


इसके बाद जब जवानों के क्षेत्र की सर्चिंग की, तब उन्हें 3 माओवादी हथियार और विस्फोटक के साथ संदिग्ध रूप से मिले, जिन्हें गिरफ्तार किया गया। तीनों माओवादियों के पास से भरमार बंदूक, डेटोनेटर, बैटरी, बिजली तार एवं अन्य सामान बरामद हुए हैं।


दक्षिण छत्तीसगढ़ के हिस्से में चल रही कार्यवाइयों के अलावा प्रदेश के पश्चिमी हिस्से में भी सुरक्षाकर्मियों द्वारा माओवादियों पर नकेल कसी जा रही है। इसी कड़ी में कबीरधाम जिले में जवानों और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुई है।


मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे मराडबरा में करीबन 20 मिनट तक दोनों ओर से गोलीबारी चली, जिसमें 2 माओवादी घायल हुए हैं।


पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार इस दौरान सुरक्षाबलों ने माओवादी साहित्य, कपड़े एवं अन्य सामान बरामद किए हैं। इस मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाकर्मियों को भारी पड़ता देख माओवादी भाग निकले।


हालांकि पुलिस क्षेत्र में लगातार सर्चिंग कर रही है, जिसके बाद यह तो स्पष्ट है कि माओवादी दोबारा इस क्षेत्र में किसी गतिविधि को अंजाम देने के लिए जल्द तैयार नहीं होंगे।