छत्तीसगढ़ : माओवादियों पर नकेल, मुठभेड़ में 2 माओवादी ढेर; एक इनामी सहित 7 नक्सली गिरफ्तार

छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में माओवादियों ने बीते सप्ताह दो भाजपा नेताओं की हत्या की थी, जिसके बाद से ही सुरक्षाबल के जवान क्षेत्र में लगातार सर्च ऑपरेशन चला रहे थे। इस बीच सुरक्षाबलों ने जिले में माओवादियों से हुए मुठभेड़ में 2 खूंखार नक्सलियों को मार गिराया है, वहीं एक इनामी माओवादी भी गिरफ्तार हुआ है।

The Narrative World    16-Mar-2024   
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छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में माओवादियों ने बीते सप्ताह दो भाजपा नेताओं की हत्या की थी
, जिसके बाद से ही सुरक्षाबल के जवान क्षेत्र में लगातार सर्च ऑपरेशन चला रहे थे। इस बीच सुरक्षाबलों ने जिले में माओवादियों से हुए मुठभेड़ में 2 खूंखार नक्सलियों को मार गिराया है, वहीं एक इनामी माओवादी भी गिरफ्तार हुआ है।


शुक्रवार (15 मार्च, 2024) को सुरक्षाबलों द्वारा चलाए जा रहे सर्च अभियान के दौरान हिंगमेटा के जंगलों में माओवादियों और सुरक्षाकर्मियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें फोर्स ने दो नक्सलियों को मार गिराया है। घटना स्थल से पुलिस ने हथियार एवं विस्फोटक भी बरामद किए हैं।


सामने आई जानकारी के अनुसार बेदरे थानाक्षेत्र के हिंगमेटा और लंका के अंदरूनी जंगलों में इंद्रावती एरिया कमेटी के प्लाटून नम्बर 16 के कमांडर मल्लेश और माड़ डिवीजन कंपनी नंबर 1 के कमांडर अरुण उर्फ रूपेश की मौजूदगी की गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी। इस दौरान इनके साथ 20 से 25 माओवादियों के होने की भी खबर थी।


इस सूचना के आधार पर फोर्स ने सर्च ऑपरेशन चलाया, इसी बीच माओवादियों ने सुरक्षाबलों पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। दोनों ओर से हुई फायरिंग के दौरान सुरक्षाबलों ने दो नक्सली ढेर किए।


वहीं बीजापुर से ही सुरक्षाकर्मियों ने एक खूंखार इनामी माओवादी को गिरफ्तार किया है, जिसपर 108 मुकदमे दर्ज हैं। गुरुवार (14 मार्च, 2023) को सामने आई जानकारी के अनुसार जिले के बासागुड़ा थाना क्षेत्र के भीतर सुरक्षाबलों ने इस माओवादी को पकड़ा है, जिसकी पहचान सुधाकर उर्फ उंडम के रूप में हुई है।


गिरफ्तार माओवादी प्रतिबंधित नक्सली आतंकी संगठन भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के डिविज़नल कमेटी का सदस्य है। पुलिस से यह जानकारी भी मिली है कि गिरफ्तार माओवादी के सर पर 8 लाख रुपये का इनाम घोषित है।


माओवादी की गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि डीआरजी बीजापुर, जिला बल एवं सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन की संयुक्त टीम ने अपने अभियान के दौरान इस माओवादी को गिरफ्तार किया है। सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम सर्च अभियान के लिए गुंदम एवं पूवर्ती गांव की ओर निकली थी, और इसी बिछे उन्हें सुधाकर संदिग्ध अवस्था में मिला था।


पुलिस ने गिरफ्तार माओवादी के बारे में बताया कि वह 1996 से माओवादी आतंकी संगठन के भीतर सक्रिय रूप से लगा हुआ है, जो अब माओवादी संगठन में। डीवीसीएम है। 1996 से लेकर 2000 तक सुधाकर माओवादी आतंकी संगठन की सशस्त्र इकाई पीएलजीए में सक्रिय रहा और इसके बाद वह मद्देड़ में दलम में कमांडर के रूप में सक्रिय हो गया। इस दौरान सुधाकर ने माओवादी संगठन के लिए हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण, लूट, आगजनी जैसे सैकड़ों वारदातों को अंजाम दिया।


1996 में हुए तरलागुड़ा हमले से लेकर हाल ही में हुए हमलों तक में उसकी भूमिका रही है। गिरफ्तार माओवादी के विरुद्ध बस्तर के अलग-अलग थानों में कुल 108 मामले दर्ज हैं, जिसमें दो स्थायी वारंट भी है।


उत्तर छत्तीसगढ़ में भी पुलिस को मिली सफलता


प्रदेश के दक्षिणी हिस्से में जहां सुरक्षाकर्मियों ने 8 लाख के इनामी को धर दबोचा है, वहीं उत्तरी क्षेत्र में भी पुलिस को माओवादियों के विरुद्ध सफलता हाथ लगी है। जशपुर जिले में पुलिस ने प्रतिबंध कम्युनिस्ट आतंकी संगठन झारखंड जन मुक्ति परिषद (जेजेएमपी) के 6 आतंकियों को गिरफ्तार किया है।


पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार टुनेश लाकड़ा, रंजीत कुमार महतो, हेरमन, राम लाकड़ा, तबसुम अहमद और गुलाम शहजादा के रूप में हुई है, जिनमें से 5 कम्युनिस्ट आतंकी झारखंड के और एक ओडिशा का रहने वाला है। गिरफ्तार माओवादियों के पास से पुलिस ने एके-47 बंदूक, एक मैगज़ीन समेत अन्य सामान भी बरामद किए हैं।


गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि झारखंड पुलिस से छत्तीसगढ़ पुलिस को इन आतंकियों के मूवमेंट की जानकारी मिली थी, साथ ही इनके पास हथियार होने की गुप्त सूचना भी प्राप्त हुई थी। इस सूचना के आधार पर बलरामपुर एवं जशपुर, दोनों जिलों में पुलिस ने सर्च ऑपरेशन चलाया जिसके बाद इन्हें दबोचा गया।

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