रेड कॉरिडोर में एक ही देन में ढेर हुए 6 माओवादी, 36 लाख का था इनाम; सुरक्षाबलों की मजबूत पकड़

सबसे पहले बात करें बस्तर क्षेत्र की तो, यहां दंतेवाड़ा और बीजापुर की सीमा से लगे क्षेत्र में सुरक्षाकर्मियों ने दो खूंखार नक्सलियों को मार गिराया है। मारे गए माओवादियों में एक महिला माओवादी भी शामिल है।

The Narrative World    20-Mar-2024   
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माओवादियों के कथित रेड कॉरिडोर में सुरक्षाकर्मियों की बढ़ती पकड़ के चलते अब नक्सली एक के बाद एक ढेर होते जा रहे हैं। एक तरफ जहां माओवादियों के गढ़ में पुलिस घुस रही है
, वहीं दूसरी ओर मुठभेड़ों में नक्सली मारे जा रहे हैं।


मंगलवार (19 मार्च, 2024) को ही माओवादियों से इस रेड कॉरिडोर में हुए अलग-अलग मुठभेड़ों में 6 नक्सलियों को सुरक्षाबलो ने मार गिराया है। एक तरफ सी-60 कमांडोज ने छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र की सीमा पर 4 हार्डकोर माओवादियों को ढेर किया है, वहीं दूसरी ओर दंतेवाड़ा-बीजापुर क्षेत्र में दो माओवादी मारे गए हैं।


इन नक्सलियों के मारे जाने के बाद यह रणनीति स्पष्ट रूप से दिख रही है, कि सुरक्षाबल के जवान अब माओवादियों के विरुद्ध आक्रामक तरीके ऑपरेशन कर रहे हैं, जिसके चलते नक्सलियों को झटका लग रहा है।


सबसे पहले बात करें बस्तर क्षेत्र की तो, यहां दंतेवाड़ा और बीजापुर की सीमा से लगे क्षेत्र में सुरक्षाकर्मियों ने दो खूंखार नक्सलियों को मार गिराया है। मारे गए माओवादियों में एक महिला माओवादी भी शामिल है।


पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस मुठभेड़ में कुछ अन्य माओवादी भी घायल हुए हैं। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बीजापुर और दंतेवाड़ा की सीमा से लगे गमपुर पुरंगेल के अंदरूनी जंगलों में माओवादियों और सुरक्षाकर्मियों के बीच मुठभेड़ हुई है, जिसमें जवानों को सफलता मिली है।


पुलिस ने बताया कि अंदरूनी क्षेत्रों में माओवादियों की उपस्थिति की गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी, जिसके बाद डीआरजी एवं बस्तर फाइटर्स की टीम के साथ-साथ सीआरपीएफ की बटालियन को सर्च अभियान के लिए रवाना किया गया था।


इसी सर्च अभियान के दौरान जब जवान जंगल के भीतर पहुंचे, तब माओवादियों ने उनपर गोलीबारी शुरू कर दी। सुरक्षाकर्मियों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए मोर्चा संभाला और इसी मुठभेड़ में दो माओवादियों को ढेर कर दिया। फोर्स को भारी पड़ता देख, बाकी माओवादी जंगल की आड़ लेकर भाग निकले।

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चित्र - मारे गए माओवादी

मुठभेड़ थमने के बाद सुरक्षाबलों ने घटनास्थल की तलाशी ली जिसके बाद उन्हें एक महिला एवं एक पुरुष माओवादी का शव बरामद हुआ। इस दौरान मारे गए माओवादियों के पास से 2 हथियार और भारी मात्रा में गोला बारूद भी बरामद किए गए हैं।


वहीं दूसरी ओर छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र की सीमा से लगे गढ़चिरौली क्षेत्र में भी जवानों ने इनामी माओवादियों को मार गिराया है। मिली जानकारी के अनुसार पुलिस को यह गुप्त सूचना मिली थी कि माओवादी आतंकी संगठन के तेलंगाना स्टेट कमेटी के कुछ हार्डकोर माओवादी आतंकी गढ़चिरौली से लगे क्षेत्रों में सक्रिय हैं। ऐसी खबर आई थी कि ये माओवादी इस क्षेत्र में उपस्थित होकर किसी बड़े हमले की योजना बना रहे थे।


इस सूचना के आधार पर जिला पुलिस ने सी-60 कमांडोज़ के साथ-साथ सीआरपीएफ की भी संयुक्त टीम बनाई और नक्सल ऑपरेशन के लिए छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे क्षेत्रों की रवाना किया।


इस दौरान फोर्स रेनपल्ली से लगे जंगलों मर सर्चिंग कर रही थी, तभी उन्हें मंगलवार की सुबह कोलामरका के जंगल से गोलियों की आवाज़ सुनाई दी। यह गोलियां नक्सलियों के द्वारा सी-60 के कमांडोज़ पर चलाई जा रही थी। माओवादियों के द्वारा की गई फायरिंग का जवाब देते हुए फोर्स ने भी जवाबी फायरिंग की। दोनों ओर से करीब एक घंटे तक यह गोलीबारी चलती रही, जिसके बाद जवानों को भारी पड़ता देख माओवादी भाग निकले।


मुठभेड़ के बाद जब फोर्स ने तलाशी ली, तब उन्हें 4 माओवादियों के शव बरामद हुए। मारे गए माओवादियों की पहचान वर्गीश, मंगतू, कुरसांग राजू और कुद्दीमेटा वेंकटेश के रूप में हुई है, जिनपर कुल 36 लाख रुपए का इनाम घोषित था। सुरक्षाकर्मियों ने घटनास्थल से एक एके-47 बंदूक, 1 कार्बाइन, 2 देसी पिस्टल एवं कुछ विस्फोटकों समेत अन्य सामान बरामद किए हैं।


इस पूरे नक्सल अभियान को लेकर गढ़चिरौली पुलिस ने छत्तीसगढ़ पुलिस को भी अलर्ट दे दिया है, जिसके बाद यह अनुमान लगाया जा रहा है कि संभवतः बचे हुए माओवादी भागकर छत्तीसगढ़ की ओर आए हैं।

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