कांकेर में 50 लाख रुपए के इनामी माओवादी कमांडर समेत 18 नक्सली ढेर, सुरक्षाबलों को मिली सबसे बड़ी सफलता

जिला पुलिस ने प्रेस वार्ता कर यह जानकारी दी कि बीएसएफ और डीआरजी के संयुक्त दल को मंगलवार सुबह (16 अप्रैल, 2024) बिनागुंडा क्षेत्र में ऑपरेशन के लिए रवाना किया गया था, जहां पहले से घात लगाए बैठे माओवादियों ने सुरक्षाकर्मियों पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी।

The Narrative World    16-Apr-2024   
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छत्तीसगढ़ में माओवादियों के विरुद्ध सुरक्षाबलों को अब तक की सबसे बड़ी सफलता हाथ लगी है। बस्तर संभाग के माओवाद से प्रभावित कांकेर जिले में सुरक्षाकर्मियों ने माओवादी आतंकी संगठन के डेढ़ दर्जन आतंकियों को ढेर कर दिया है।


सुरक्षा बलों की इस कार्रवाई में माओवादी कमांडर शंकर राव और ललिता माड़वी भी मारे गए हैं, जिनके ऊपर 25-25 लाख रुपये का इनाम घोषित था। अभी तक सामने आई जानकारी के अनुसार पुलिस और माओवादियों के बीच यह मुठभेड़ कांकेर जिले के छोटे बेठिया क्षेत्र के अंदरूनी माड़ इलाके में हुई है।


इस मुठभेड़ में सुरक्षा बल के 3 जवान भी घायल हुए हैं, जिन्हें बाहर निकालने के लिए अतिरिक्त फोर्स और हवाई मदद बीबी भेजी गई है। सूत्रों के हवाले से आई खबर के अनुसार सुरक्षाकर्मियों में अभी तक 18 शव भी बरामद कर लिए हैं, साथ ही बड़ी मात्रा में हथियार भी जब्त किए गए हैं।


जिला पुलिस अधीक्षक ने भी इस मुठभेड़ में 18 माओवादियों के मारे जाने की पुष्टि की है, उन्होंने बताया कि जवानों का ऑपरेशन अभी भी जारी है। बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक ने बताया कि शीर्ष माओवादी आतंकियों की उपस्थिति की गुप्त सूचना के आधार पर यह अभियान चलाया गया था।


“जिला पुलिस ने प्रेस वार्ता कर यह जानकारी दी कि बीएसएफ और डीआरजी के संयुक्त दल को मंगलवार सुबह (16 अप्रैल, 2024) बिनागुंडा क्षेत्र में ऑपरेशन के लिए रवाना किया गया था, जहां पहले से घात लगाए बैठे माओवादियों ने सुरक्षाकर्मियों पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी।”

 


नक्सल आतंकियों की गोलीबारी का जवाब देते हुए सुरक्षा बल के जवानों ने जवाबी कार्रवाई की, जिसके बाद माओवादी आतंकी संगठन के नक्सली एक-एक कर ढेर होते गए। अपने साथी आतंकियों को मरते और सुरक्षाकर्मियों को भारी पड़ता देख, माओवादी मुठभेड़ क्षेत्र से जंगल की आड़ लेकर भाग निकले।


मुठभेड़ के बाद घटनास्थल की तलाशी में जवानों ने 18 माओवादियों के शव बरामद किए हैं, जिनके पास से 7 नग एके-47 रायफल और तीन लाइट मशीन गन भी मिली है।


मारे गए माओवादियों की शिनाख्त अभी की जा रही है, लेकिन यह जानकारी मिली है कि इसमें माओवादी कमांडर शंकर राव मारा गया है। शंकर राव पर 25 लाख रुपये का इनाम घोषित है।


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चित्र - 25 लाख रुपये का इनामी माओवादी आतंकी कमांडर शंकर राव

 

डीवीसी रैंक की 25 लाख रुपये की इनामी माओवादी आतंकी ललिता माड़वी को भी सुरक्षा बलों ने मार गिराया है। वहीं घायल जवानों में बीएसएफ के एक इंस्पेक्टर और डीआरजी के 2 जवान घायल हुए हैं।


गौरतलब है कि आगामी 19 एवं 26 अप्रैल को क्रमशः बस्तर और कांकेर लोकसभा सीट पर चुनाव होना है, जिसके पहले माओवादी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के फिराक में हैं, लेकिन सुरक्षा बल के जवानों ने जिस तरह से कार्रवाइयां की हैं उसने माओवादी आतंकी संगठन की कमर तोड़ दी है।


बीते 2 अप्रैल को 13 माओवादी हुए थे ढेर


इससे पहले 2 अप्रैल को बस्तर संभाग के बीजापुर जिले में हुई मुठभेड़ में सुरक्षाकर्मियों ने 13 माओवादियों को मार गिराया था। इस मुठभेड़ को छत्तीसगढ़ में माओवादियों के विरुद्ध सबसे बड़ी सफलता मानी गई थी। लेकिन अब ठीक 2 सप्ताह बाद सुरक्षाबल के जवानों ने एक बार फिर माओवादियों पर आक्रामक कार्रवाई करते हुए उन्हें बड़ा झटका दिया है।