ऑपरेशन सिंदूर के बाद लश्कर-ए-तैयबा ने रची नई साजिश, महिलाओं को बनाया जिहाद का हथियार

क्या ऑपरेशन सिंदूर के जवाब में पाकिस्तान के आतंकी संगठन अब महिलाओं को आतंक का हथियार बनाकर नई रणनीति अपना रहे हैं?

    24-Oct-2025
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पाकिस्तान में ऑपरेशन सिंदूर के बाद लश्कर-ए-तैयबा ने महिलाओं को भारत विरोधी जिहाद में झोंकने की नई साजिश रची। लीक वीडियो में महिलाओं की फिदायीन ट्रेनिंग उजागर हुई।
 
पाकिस्तान में आतंक का नया चेहरा सामने आया है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद लश्कर-ए-तैयबा (LeT) अब महिलाओं को जिहाद के लिए तैयार कर रहा है। लीक हुए वीडियो और रिपोर्ट्स ने इस खतरनाक रणनीति का खुलासा किया है। इसमें महिलाओं को फिदायीन हमले करने और भारत को दुश्मन बताने की शिक्षा दी जा रही है।
 
खुफिया एजेंसियों ने बताया कि यह ट्रेनिंग प्रोग्राम पाकिस्तान के सियालकोट में चल रहा है और इसे लश्कर के आतंकी सरगना हाफिज अब्दुल रऊफ संचालित कर रहा है। अमेरिका ने रऊफ को पहले ही वैश्विक आतंकवादी घोषित किया है। वीडियो में रऊफ खुद महिलाओं को जिहाद में शामिल होने की प्रेरणा देता दिखा।

 
वीडियो में लश्कर के आतंकी प्रशिक्षक महिलाओं को भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नफरत फैलाने वाला पाठ पढ़ा रहे हैं। यह कथित "नया पाठ्यक्रम" महिलाओं और लड़कियों को धार्मिक कट्टरता के नाम पर जिहादी मानसिकता से भर रहा है। एजेंसियों ने इसे "आतंक का नया पाठ्यक्रम" करार दिया है, जो अब भाषणों से आगे बढ़कर सीधे भर्ती और ऑपरेशन की तैयारी तक पहुंच गया है।
 
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने पहलगाम नरसंहार का जवाब दिया था, जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे। इसके बाद पाकिस्तान में बैठे आतंकी संगठनों ने अपनी रणनीति बदली और अब वे महिलाओं और युवाओं को टारगेट कर रहे हैं। भर्ती प्रक्रिया को समाज सेवा, शिक्षा और महिला सशक्तिकरण के नाम पर चलाया जा रहा है।
 
रिपोर्ट के मुताबिक हाफिज अब्दुल रऊफ ऑनलाइन सेशन्स के जरिए महिलाओं को जिहाद की राह पर ले जा रहा है। एक वीडियो में वह कहता है, “जिहाद ही तुम्हारा फर्ज है और मोदी हमारा सबसे बड़ा दुश्मन है।”
 
एक अन्य लश्कर कमांडर इम्तियाज अहमद मक्‍की वीडियो में कहता है कि यह संघर्ष सिर्फ भारत-पाकिस्तान तक सीमित नहीं, बल्कि पूरी जमात का अभियान है। मक्‍की ने मरकज़-ए-तैयबा मुरिदके को इस मुहिम का मुख्य केंद्र बताया और पाकिस्तान मार्कज़ी मुस्लिम लीग को इसका राजनीतिक मुखौटा घोषित किया।

 
लश्कर ने महिला संगठनों के नाम पर एक पूरा नेटवर्क खड़ा किया है जिसमें पाकिस्तान मार्कज़ी मुस्लिम लीग, मुस्लिम यूथ लीग, मुस्लिम वुमन लीग और मुस्लिम गर्ल्स लीग शामिल हैं। इनमें से महिला और गर्ल्स लीग का संचालन हाफिज सईद के परिवार की महिलाएं करती हैं। रिपोर्ट बताती है कि ये संगठन महिलाओं को सशक्त नहीं, बल्कि जिहादी रोल के लिए तैयार करते हैं।
जांच एजेंसियों के मुताबिक लश्कर के कुछ ट्रेनिंग कैंप पाकिस्तानी सेना और पुलिस के अधिकारियों से भी जुड़े हैं। इन अधिकारियों ने न केवल सैन्य प्रशिक्षण दिया, बल्कि वैचारिक शिक्षा भी दी ताकि महिलाएं आतंक के मिशन में शामिल हो सकें।
 
ऑपरेशन सिंदूर के बाद लश्कर-ए-तैयबा ने अपना ध्यान महिलाओं और युवाओं पर केंद्रित किया है। आतंकियों का मकसद है भारत के खिलाफ एक नया ‘मानवीय चेहरा’ वाला जिहादी फ्रंट तैयार करना। इस अभियान के जरिए पाकिस्तान की आतंकी फैक्ट्रियां अब ‘महिला सशक्तिकरण’ की आड़ में भारत विरोधी प्रचार चला रही हैं।
 
लीक हुए वीडियो और रिपोर्ट्स ने साबित कर दिया है कि लश्कर-ए-तैयबा अब महिलाओं को आतंक का हथियार बना रहा है। पाकिस्तान की जमीन पर यह नया जिहादी मॉडल भारत के लिए सुरक्षा की सबसे बड़ी चुनौती बन सकता है।
 
 
लेख
शोमेन चंद्र