बिहार विधानसभा चुनाव की मतगणना में शुक्रवार सुबह से ही NDA ने 243 में से 187 सीटों पर बढ़त बनाकर सत्ता में वापसी की स्पष्ट तस्वीर पेश की। महागठबंधन केवल 51 सीटों पर सिमटता नजर आया, जिससे मुकाबला एकतरफा दिखने लगा।
सबसे बड़ा फायदा इस बार JDU ने उठाया। पिछली बार 43 सीटें जीतने वाली JDU ने 79 सीटों पर लीड लेकर खुद को सबसे बड़ी पार्टी के रूप में स्थापित कर दिया। इससे नीतीश सरकार की वापसी लगभग तय दिखने लगी। BJP भी मजबूत बढ़त लेकर NDA गठबंधन को और मजबूती दे रही है। LJP (RV) ने 28 में से 21 सीटों पर लीड लेकर सबको चौंका दिया और अपनी उपस्थिति को निर्णायक बनाया।
बड़े चेहरों की लिस्ट में सबसे ज्यादा चर्चा तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव की रही। राघोपुर में तेजस्वी यादव NDA कैंडिडेट सतीश यादव से आगे चल रहे हैं। दूसरी तरफ महुआ में तेजप्रताप भी पिछड़ रहे हैं। इसके उलट तारापुर में सम्राट चौधरी लगातार मजबूत लीड बना रहे हैं। रघुनाथपुर में शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा फिर से आगे निकल चुके हैं और बढ़त बनाए हुए हैं। सरायरंजन में JDU के विजय चौधरी लीड में हैं। दानापुर में RJD प्रत्याशी रीतलाल यादव आगे चल रहे हैं, जबकि छपरा में भोजपुरी अभिनेता और RJD प्रत्याशी खेसारी लाल यादव पिछड़ रहे हैं। अलीनगर में भाजपा की मैथिली ठाकुर आराम से बढ़त बनाए हुए हैं।
प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी इस चुनाव में बेसब्री से अपनी पहली सीट का इंतजार करती दिख रही है, क्योंकि पार्टी का खाता नहीं खुल पाया है। निर्दलीय समेत अन्य 4 उम्मीदवार बढ़त में बने हुए हैं।
इस बार बिहार में 2 चरण की वोटिंग में 67.10 प्रतिशत मतदान हुआ, जो 2020 की तुलना में करीब 10 प्रतिशत ज्यादा रहा और यह एक नया रिकॉर्ड साबित हुआ। अधिक मतदान ने चुनाव को रोमांचक बनाया, लेकिन रुझानों ने शुरुआत से ही NDA की साफ बढ़त दर्ज कर दी।
काउंटिंग के चलते रुझानों ने बताया कि NDA को पिछले चुनाव से 60 से ज्यादा सीटों का फायदा मिला। JDU ने अकेले 40 से अधिक सीटों का उछाल दिखाकर पूरे समीकरण बदल दिए। हालांकि अंतिम नतीजे तस्वीर बदल सकते हैं, लेकिन अभी के आंकड़े NDA की भारी जीत की ओर इशारा कर रहे हैं।
नोट - यह रिपोर्ट जिन आंकड़ों पर आधारित है, वे इसी समय तक उपलब्ध रुझानों पर निर्भर हैं। आगे आने वाले आधिकारिक नतीजों के अनुसार स्थिति बदल सकती है।
रिपोर्ट
शोमेन चंद्र