ग्रेटर नोएडा में गाजियाबाद के एक परिवार और उसके साथियों ने लव जिहाद के नाम पर हिंदू लड़कियों को फंसाया, शोषण किया और धमकी देकर धर्म परिवर्तन की साजिश रची।
ग्रेटर नोएडा से सामने आया मामला फिर बता रहा है कि लव जिहाद कैसे सुनियोजित तरीके से हिंदू बेटियों को निशाना बनाता है। बिसरख थाना क्षेत्र की एक महिला ने शिकायत में बताया कि गाजियाबाद के सराय नजर अली निवासी हारुन खान, उसकी पत्नी सुहाना, उसके भाई सिकंदर उर्फ सोनू खान और कपिल खान, उसकी बहन गुड़िया और उसके साले राजू खान ने एक पूरा गिरोह बनाया। यह गिरोह अपनी पहचान छिपाकर हिंदू लड़कियों से दोस्ती करता था, उन्हें झूठे प्रेम जाल में फंसाता था और फिर संबंध बनाकर उनके अश्लील वीडियो तैयार करता था।
शिकायतकर्ता के अनुसार यह गिरोह कई अनजान युवकों को भी साथ रखता था, जो सोशल मीडिया पर फर्जी नाम से हिंदू लड़कियों को संपर्क करते थे। गिरोह फर्जी रिश्ते बनाकर भरोसा जीतता था और फिर वीडियो के जरिए लगातार दबाव डालता था। लड़कियां अगर पैसे देने से मना करतीं या धर्म परिवर्तन की मांग ठुकरातीं, तो गिरोह उन्हें वीडियो वायरल करने की धमकी देता था।
पीड़िता ने बताया कि उसने पहले भी मामले की शिकायत की थी। उस समय गिरोह कुछ समय के लिए शांत रहा था, लेकिन हाल में उसने फिर धमकियां शुरू कर दीं। पीड़िता ने कहा कि 20 अक्टूबर को राजू ने बाजार में उसे रोका, गालियां दीं और अपहरण की धमकी दी। पीड़िता ने साफ कहा कि यह गिरोह उसकी जान और संपत्ति के लिए बड़ा खतरा है और पुलिस को तुरंत सुरक्षा देनी चाहिए।
पुलिस ने पुष्टि की कि आरोपियों के खिलाफ अलग-अलग थाना क्षेत्रों में चार मामले दर्ज हैं। थाना प्रभारी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस जांच कर रही है और सबूत के आधार पर सख्त कार्रवाई होगी।
गाजियाबाद में यह घटनाएं कोई नई नहीं हैं। पिछले वर्ष एक बड़ा धर्म परिवर्तन रैकेट पकड़ा गया था, जिसमें एक सरकारी कर्मचारी, एक मिशनरी स्कूल का पादरी और कुछ सहयोगी हिंदू बस्तियों को निशाना बना रहे थे। एक अन्य घटना में महिला की हत्या मुहम्मद आलम ने की थी। निकाह के छह महीने बाद उसने उसकी नाबालिग बेटी तक को प्रताड़ित किया था। उस मामले में भी राजनीतिक संरक्षण के आरोप लगे थे।
इन लगातार हो रही वारदातों ने साफ कर दिया है कि लव जिहाद अब व्यक्तिगत अपराध नहीं बल्कि संगठित अपराध के रूप में फैल रहा है। हिंदू परिवार डर में जी रहे हैं और बेटियों की सुरक्षा सबसे बड़ी चिंता बन गई है। प्रशासन अगर कड़ा रुख नहीं अपनाता, तो ऐसे कट्टरपंथी गिरोह समाज में और गहरी घुसपैठ कर सकते हैं।
गाजियाबाद की यह ताजा घटना चेतावनी है कि समाज को जागरूक होना होगा और प्रशासन को बिना किसी समझौते के इन गिरोहों पर कठोर कार्रवाई करनी होगी।
लेख
शोमेन चंद्र