राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सलियों को विस्फोटक सामग्री सप्लाई करने के मामले में मंगलवार को पांच आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की और नक्सली साजिश को उजागर किया।
NIA ने 2024 के इस मामले में गिरफ्तार आरोपित मनीष सोढ़ी उर्फ हुर्रा और फरार चल रहे सोढ़ी केसा, मनीला, मडकाम केसा तथा सोढ़ी लखमा को चार्जशीट में नामजद किया। ये सभी आरोपी सुकमा जिले के निवासी हैं और प्रतिबंधित
सीपीआई माओवादी (CPI-Maoist) संगठन को विस्फोटक सामग्री पहुंचाने में सक्रिय भूमिका निभाते रहे। एजेंसी ने स्पष्ट किया कि ये पांचों आरोपी नक्सली हिंसा को बढ़ावा देने और सुरक्षा बलों पर हमले की साजिश में सीधे तौर पर शामिल रहे।
NIA ने मनीष सोढ़ी को जुलाई 2025 में गिरफ्तार किया था। इस मामले में अब तक एजेंसी कुल सात आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। मंगलवार को जगदलपुर स्थित NIA की विशेष अदालत में दायर अनुपूरक चार्जशीट में एजेंसी ने इन पांचों को विस्फोटक और अन्य आपत्तिजनक सामग्री की खरीद और आपूर्ति का दोषी बताया।
जांच एजेंसी के अनुसार आरोपितों ने CPI-Maoist की
PLGA बटालियन नंबर एक और सुकमा के जगरगुंडा क्षेत्र में सक्रिय नक्सली कैडरों के लिए विस्फोटक सामग्री जुटाई। इन सामग्रियों का इस्तेमाल सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए किया जाना था। NIA की जांच में सामने आया कि नक्सलियों ने इन सामग्रियों से IED बनाने की ठोस योजना तैयार की थी, ताकि क्षेत्र में आतंक और अस्थिरता फैलाई जा सके।
यह मामला 25 सितंबर 2024 को सामने आया था, जब राज्य पुलिस ने मंतोष मंडल और एस नागार्जुन को गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान पुलिस ने टिफिन बम, डेटोनेटर, पोटैशियम नाइट्रेट और एल्युमिनियम पाउडर सहित भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद की। इसके साथ ही नक्सली साहित्य, पैकिंग रैपर और मोबाइल फोन भी जब्त किए गए। इन बरामदियों ने नक्सलियों की संगठित साजिश और उनके सप्लाई नेटवर्क की पुष्टि की।
आगे की जांच में एजेंसियों ने आतंक फंडिंग और सप्लाई चेन का पूरा नेटवर्क खंगाला, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि नक्सली संगठन किस तरह स्थानीय स्तर पर लोगों को मोहरा बनाकर हिंसा फैलाने की तैयारी करता है। दिसंबर 2024 में NIA ने यह केस राज्य पुलिस से अपने हाथ में लिया और जांच को तेज किया।
NIA ने दो टूक कहा कि नक्सलवाद देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है और ऐसे तत्वों के खिलाफ कठोर कार्रवाई जारी रहेगी। एजेंसी ने संकेत दिए कि जांच अभी जारी है और आने वाले समय में नक्सली नेटवर्क से जुड़े अन्य चेहरों पर भी शिकंजा कसा जाएगा।
रिपोर्ट
शोमेन चंद्र