छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों को माओवादियों (नक्सलियों/कम्युनिस्ट आतंकियों) के विरुद्ध बड़ी सफलता मिली है, जानकारी के अनुसार राज्य के धुर माओवाद प्रभावित क्षेत्र माने जाने वाले सुकमा में दो अलग अलग स्थानों पर कुल 34 माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है, आत्मसमर्पण करने वाले सभी माओवादी प्रतिबंधित माओवादी संगठन कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (माओइस्ट) से जुड़े बताए जा रहे हैं।
आत्मसमर्पण करने वालों में से 4 माओवादियों पर राज्य सरकार की ओर से 1-1 लाख रुपये का इनाम घोषित था, इन इनामी माओवादियों की पहचान दिरदो मुड़ा (अध्यक्ष आदिवासी किसान मजदूर संघ), हिड़मा (अध्यक्ष, चेतना नाट्य मंच), वजाम हिड़मा एवं मड़ावी नागा (जन मिलिशिया कमांडर) के रूप में की गई है।
जानकारी के अनुसार यह आत्मसमर्पण सुकमा के दुब्बरनाका क्षेत्र में सुरक्षाबलों द्वारा अभी बीते सप्ताह स्थापित किए गए नवीन कैम्प के बाद किया गया है जहां सीआरपीएफ एवं पुलिस के अधिकारियों के समक्ष इन इनामी माओवादियों समेत अन्य 30 मिलिशिया सदस्यों ने आत्मसमर्पण कर दिया है।
वहीं इस पूरे घटनाक्रम की पुष्टि करते हुए सुकमा जिला के पुलिस अध्यक्ष एसपी सुनील शर्मा ने इसे सुरक्षाबलों के लिए बड़ी सफलता बताया है, जबकि आत्मसमर्पण को लेकर सीआरपीएफ के अधिकारियों ने बताया कि यह क्षेत्र में सुरक्षाबलों द्वारा सुनियोजित ढंग से चलाए जा रहे अभियानों के परिणामस्वरूप ही संभव हो पाया है।
बस्तर पुलिस ने बुलाई जन प्रतिनिधियों की बैठक
वहीं राज्य में बीते एक महीने में माओवादियों द्वारा 4 भाजपा नेताओं की हत्या के बाद पुलिस प्रशासन ने जन प्रतिनिधियों को धुर माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में जाने से पूर्व अपने भ्रमण की जानकारी उपलब्ध कराने को कहा है
इस क्रम में मंगलवार को ही बस्तर पुलिस द्वारा सभी राजनीतिक दलों की प्रतिनिधियों की बैठक भी बुलाई गई थी जिस दौरान पुलिस ने जन प्रतिनिधियों की सुरक्षा की दृष्टि से उन्हें यात्रा से पूर्व सूचना उपलब्ध कराने को कहा है।
बैठक के बाद इस संदर्भ में जानकारी देते हुए बस्तर रेंज के आईजी सुंदरराज पी ने कहा कि यह बैठक नेताओं को माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में संभावित खतरों की दृष्टि से सतर्क करने के लिए बुलाई गई थी।
झारखंड में माओवादी कमांडर के सहयोगी गिरफ्तार
वहीं माओवादियों से जुड़े एक अन्य विकास में झारखंड के गढ़वा में सुरक्षाबलों ने कुख्यात माओवादी कमांडर भानु प्रताप खरवार के तीन सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया है, यह गिरफ्तारी मंगलवार को की गई है।
जानकरी है कि गढ़वा जिला पुलिस अध्यक्ष अंजनी कुमार झा को गुप्त सूचना मिली थी कि गढ़वा कोतवाली क्षेत्र में माओवादी कमांडर भानु प्रताप खरवार के सहयोगी उपस्थित हैं जिसके बाद अभियान चलाकर तीनो माओवादियों को धर दबोचा गया है।
पकड़े गए माओवादीयों की पहचान राम प्यारी कोरवा, राजेश उर्फ राजेश्वर यादव एवं विकास सिंह के रूप में की गई है, बता दें कि खरवार वर्तमान में झारखंड के ही गढ़वा जेल में बंद है जिसके विरुद्ध आर्म्स एक्ट समेत कई अन्य प्रकरण दर्ज हैं।