भारत की अस्मिता और सनातन संस्कृति के पांच सौ साल के संघर्ष की पूर्णाहुति के स्वरूप 22 जनवरी 2024 को राम जन्मभूमि पर अयोध्या में निर्मित भव्य मंदिर में मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम विराजमान हो रहे हैं।
सनातनी इतिहास के इस गौरवशाली क्षण के पूर्व सनातनी संघर्ष के इतिहास को समेटे फिल्म “695” का प्रीमियर 12 जनवरी की संध्या धर्म, अध्यात्म, राजनीत, कला, संस्कृति, साहित्य जगत की विभूतियों की गरिमामय उपस्थिति में सम्पन्न हुआ था।
शदाणी फिल्मस के बैनर तले बनी फिल्म “695” में रामजन्म भूमि की संघर्ष गाथा का जीवंत चित्रण है। फिल्म के निर्माता श्याम चावला ने भारत के ऐतिहासिक सत्य पर आधारित इस फिल्म को रामजन्म भूमि आंदोलन की तीन महत्वपूर्ण घटनाओं को जोड़कर बनाया है।
इस फिल्म में मुख्य कलाकार के रूप में रामानंद सागर की रामायण में प्रभु श्री राम की भूमिका निभाने वाले अभिनेता अरुण गोविल शामिल हैं, जो एक बार फिर से रजत पट पर भारतीय चेतना की अलख जगा रहे हैं।
फिल्म में अरुण गोविल एक ऐसे साधु की भूमिका में दिखाई दे रहे हैं, जिन्होंने अपना पूरा जीवन भगवान राम और राम मंदिर बनने की प्रतीक्षा में बिता दिया। शदाणी फिल्म्स के बैनर तले बनी फिल्म का निर्देशन योगेश और रजनीश बेरी ने किया है।
इसलिए नाम रखा 695
निर्माता श्याम चावला ने इसे रामजन्म भूमि आंदोलन की तीन महत्वपूर्ण घटनाओं को जोड़कर रचा है। पहली घटना 6 दिसंबर 1992 की है, जब ढांचा ध्वस्त किया गया था।
दूसरी घटना 9 नवंबर 2019 की है, जब सुप्रीम कोर्ट ने रामजन्म भूमि को लेकर रामलला विराजमान के पक्ष में फैसला देकर विश्व के समस्त सनातनियों के आस्था, विश्वास, तत्थात्मक धारणा को मान्यता दी।
तीसरी घटना 5 अगस्त 2020 की है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भव्य राम मंदिर का शिलान्यास किया। भारतीय जनमानस के हृदय से जुड़ी इन तीनों घटनाओं की तारीखें जोड़कर ही फिल्म का नाम 695 रखा गया है।
इन्होंने दिया फिल्म 695 को मूर्त रूप
फिल्म 695 में अरुण गोविल के अलावा अशोक समर्थ, मनोज जोशी, मुकेश तिवारी, गोविंद नामदेव, अखिलेंद्र मिश्रा,के के रैना और गजेंद्र चौहान जैसे कई और सिद्ध प्रसिद्ध अभिनेता भी अलग-अलग भूमिका में नजर आ रहे हैं।
अरुण गोविल ने किरदार के अनुरूप ही अपना लुक भी बदला है। लंबे और सफेद बाल-दाढ़ी में अरूण गोविल एकदम अलग ही नजर आ रहे हैं।
यह फिल्म केवल एक फिल्म नहीं बल्कि सनातनी संघर्ष की विजयगाथा है। जिसके हर पात्र ने इसे जीवंत रूप दिया है।
सनातन संस्कृति के प्राण मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम को समर्पित फिल्म 695 के प्रीमियर के शुभ अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों की विशिष्ट विभूतियों ने कहा कि यह फिल्म मात्र मनोरंजन नहीं बल्कि सनातनी धर्म संस्कृति के स्वाभिमान, संघर्ष और विजय का जयघोष है।
विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री आलोक कुमार ने कहा की फिल्म देखकर बहुत सी दिमाग में घूमने लगी, 500 वर्षो के संघर्ष का यह चित्रण रोंगटे खड़े करने वाला है।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पधारे भाजपा राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ने कहा यह फिल्म आज की युवा पीढ़ी को हमारे इतिहास की जानकारी देकर प्रेरित करेंगी।
आर आर एस प्रचारक इंद्रेश कुमार ने पूरी फिल्म को देखकर कहा ऐसे प्रयासों की हम सराहना करते है यह फिल्म नही हमारा इतिहास है सच्चाई है।
पूज्य संत डॉक्टर युधिष्ठिर लाल महाराज जी ने कहा मंदिर बन रहा है सभी में उत्साह है पर बलिदानियों को याद करना जरूरी है इस पिक्चर ने यह कर दिखाया है हमे प्रसन्नता है।
धर्मगुरु महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम जी ने इस अवसर पर कहा कि आम तौर पर साधू सन्यासियों को सिनेमाघरों में जाते नहीं देखा जाता। किंतु फिल्म 695 देखने देश के सभी अखाड़ों के साधू संन्यासी सिनेमाघरों में जाएंगे क्योंकि यह महज फिल्म नहीं अपितु हमारी संस्कृति के गौरवशाली इतिहास और आज का जीवंत प्रमाण है।
ऐतिहासिक फिल्म 695 के सह निर्माता छत्तीसगढ़ के सीए अमित चिमनानी ने सनातन संस्कृति में आस्था रखने वाले सभी जनों से इस विजय गाथा से प्रत्यक्ष रूप से जुड़ने की अपील की है।