छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों की खूनी करतूत एक बार फिर सामने आई है। सोमवार रात इलमिडी थाना क्षेत्र में माओवादियों ने भाजपा कार्यकर्ता सत्यम पुनेम की रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी। मृतक मुजालकांकेर गांव का रहने वाला था। नक्सलियों ने वारदात के बाद घटनास्थल पर पर्चे भी फेंके जिनमें लिखा था कि पुनेम पुलिस को उनकी गतिविधियों की जानकारी देता था।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू की। पुलिस का कहना है कि इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है और अपराधियों को जल्द पकड़ा जाएगा। बीजापुर में यह हत्या पिछले छह दिनों में तीसरी है, जिससे ग्रामीणों में डर का माहौल है।
इससे पहले 9 अक्टूबर को पामेड़ थाना क्षेत्र के उड़तामल्ला गांव में नक्सलियों ने ग्रामीण कुमार पोडियम को गोली मार दी थी। हथियारबंद नक्सली देर रात गांव पहुंचे और उसे घर से बाहर बुलाकर गोलियों से भून दिया। उस पर भी मुखबिरी का आरोप लगाया गया था।
इसके बाद 11 अक्टूबर की रात उसूर थाना क्षेत्र के कमलापुर गांव में नक्सलियों ने एक और ग्रामीण गुड्डू सोड़ी की धारदार हथियारों से हत्या कर दी। घटना के बाद गांव में दहशत फैल गई और कई परिवारों ने अस्थायी रूप से गांव छोड़ दिया।
28 सितंबर को भी नक्सलियों ने मनकेली पटेलपारा के 27 वर्षीय सुरेश कोरसा की हत्या कर दी थी। वह देर रात अपने घर लौट रहा था, तभी माओवादी उसे अगवा कर जंगल में ले गए और उसकी हत्या कर दी।
राज्य गठन के बाद से अब तक नक्सलियों ने बस्तर के अलग-अलग जिलों में 1820 से ज्यादा लोगों की हत्या की है। इनमें आम नागरिकों के साथ जनप्रतिनिधि और सुरक्षा बलों के जवान भी शामिल हैं। बीजापुर जिले में सबसे ज्यादा हत्याएं हुई हैं।
लगातार बढ़ती हत्याओं ने साफ कर दिया है कि माओवादी अब विकास, अधिकार या आदिवासी सुरक्षा की बात नहीं करते, बल्कि दहशत फैलाकर जनता को डराने का काम कर रहे हैं। प्रशासन का कहना है कि नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई और तेज की जाएगी ताकि इस खूनी विचारधारा को खत्म किया जा सके।
रिपोर्ट
शोमेन चंद्र