दिल्ली कैपिटल्स पर भड़के फैंस, क्या है #BoycottDelhiCapitals ट्रेंड की असल वजह?

15 May 2025 18:17:14

Representative Image

आईपीएल के दोबारा शुरु होने से ठीक पहले दिल्ली कैपिटल्स फ्रैंचाइज़ी एक बड़े विवाद में फंस गई है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर #BoycottDelhiCapitals ट्रेंड तेज़ी से वायरल हो रहा है, जिसमें फैंस ने फ्रैंचाइज़ी पर भारत विरोधी रुख अपनाने का आरोप लगाया है।


यह गुस्सा तब भड़का जब दिल्ली कैपिटल्स ने बांग्लादेश के खिलाड़ी मुस्तफिज़ुर रहमान को ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी जेक फ्रेज़र-मैकगर्क की जगह टीम में शामिल किया। फैंस का कहना है कि बांग्लादेश का हालिया भारत विरोधी रुख, खासकर भारत-पाकिस्तान तनाव के दौरान, इस फैसले को अस्वीकार्य बनाता है।


14 मई 2025 को देर रात एक्स पर कई यूज़र्स ने दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ अपनी नाराज़गी ज़ाहिर की। एक यूज़र ने लिखा कि वह एक दिल्ली वासी होने के नाते अब इस टीम का समर्थन नहीं कर सकता, क्योंकि फ्रैंचाइज़ी ने उस देश के खिलाड़ी को चुना है जो भारत के खिलाफ रुख अपनाता है और पाकिस्तान का समर्थन करता है।


यह भावना कई पोस्ट्स में देखी गई, जहां फैंस ने दिल्ली कैपिटल्स के मालिक को भी निशाने पर लिया। एक अन्य यूज़र ने तंज कसते हुए कहा कि जब भारतीय सैनिक सीमा पर देश की रक्षा कर रहे हैं, तब फ्रैंचाइज़ी ऐसे देश के खिलाड़ी को बढ़ावा दे रही है जो पाकिस्तान का समर्थन करता है।


यह ट्रेंड उस समय और तेज़ हुआ जब दिल्ली कैपिटल्स ने पोस्ट किया कि उन्होंने मुस्तफिज़ुर रहमान को आईपीएल 2025 के बाकी सीज़न के लिए साइन किया है, जिसके बाद फैंस का गुस्सा भड़क उठा।


यह विवाद भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया सैन्य तनाव के चलते और गहरा हो गया है। 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटक मारे गए थे, जिसके बाद भारत ने ऑपरेशन सिन्दूर शुरू किया। इस ऑपरेशन में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट किया।


इस दौरान बांग्लादेश के सोशल मीडिया समूहों ने पाकिस्तान के प्रति समर्थन ज़ाहिर किया, जिसे भारत में बड़े पैमाने पर भारत विरोधी रुख के तौर पर देखा गया। इस घटनाक्रम ने देश में राष्ट्रवादी भावनाओं को हवा दी, और ऐसे में दिल्ली कैपिटल्स का बांग्लादेशी खिलाड़ी को चुनना फैंस को नागवार गुज़रा।


“हालांकि, यह समझना आवश्यक है कि बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हुए नरसंहार और उत्पीड़न को लेकर भी जनमानस में आक्रोश है, ऐसी परिस्थितियों के कारण भारत के लोग बांग्लादेशी खिलाड़ियों को IPL में शामिल करने के पक्षधर नहीं हैं। वहीं मौजूदा भू-राजनीतिक माहौल में, जहां तुर्की और अज़रबैजान जैसे देशों के खिलाफ भी #BoycottTurkey और #BoycottAzerbaijan जैसे अभियान चल रहे हैं, फैंस के लिए यह फैसला सिर्फ खेल का हिस्सा नहीं, बल्कि राष्ट्रीय भावनाओं से जुड़ा मुद्दा बन गया है।”

 


हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, तुर्की और अज़रबैजान के खिलाफ भारत में बहिष्कार की मांग बढ़ रही है, और इन देशों की यात्रा रद्द करने की दर 250% तक बढ़ गई है। ऐसे में, बांग्लादेशी खिलाड़ी को चुनना दिल्ली कैपिटल्स के लिए एक जोखिम भरा फैसला साबित हुआ। दिल्ली कैपिटल्स की ओर से अभी तक इस ट्रेंड पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन यह विवाद IPL पर असर डाल सकता है।


हिंदुस्तान टाइम्स की एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, आईपीएल 2025 का आयोजन जल्द ही शुरू होने की संभावना है। ऐसे में, अगर फैंस का यह गुस्सा बढ़ता है, तो दिल्ली कैपिटल्स को अपने पहले मैच से पहले ही दर्शकों के समर्थन में कमी का सामना करना पड़ सकता है। कुछ फैंस ने तो यह भी कहा कि वे अब इस टीम के मैच देखने स्टेडियम नहीं जाएंगे, और न ही टीवी पर इसका समर्थन करेंगे।


इस पूरे मामले को गहराई से देखें तो यह साफ़ होता है कि खेल और राजनीति का यह मिश्रण नया नहीं है। भारत में क्रिकेट सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि भावनाओं का प्रतीक है। जब देश राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंकवाद जैसे संवेदनशील मुद्दों से जूझ रहा हो, तो फैंस की भावनाएं भड़कना स्वाभाविक है।


#BoycottDelhiCapitals ट्रेंड ने दिल्ली कैपिटल्स को एक मुश्किल स्थिति में डाल दिया है। यह ट्रेंड आने वाले दिनों में और तेज़ हो सकता है, खासकर अगर फ्रैंचाइज़ी इस मामले पर चुप्पी बनाए रखती है। अभी के लिए, दिल्ली कैपिटल्स के सामने सबसे बड़ी चुनौती अपने फैंस का भरोसा वापस जीतना है। क्या वे इस गुस्से को शांत कर पाएंगे, या यह ट्रेंड उनके आईपीएल 2025 अभियान पर भारी पड़ जाएगा? यह देखना दिलचस्प होगा।

Powered By Sangraha 9.0