पाकिस्तान ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वह आतंकवाद का गढ़ है।
वहां के आतंकवादी, मंत्री, सेना और वायुसेना के बड़े अधिकारी तक झूठ और प्रोपेगैंडा फैलाने में लगे हैं।
पूरी दुनिया देख रही है कि कैसे पाकिस्तान हर बार नीचले स्तर पर उतर जाता है।
हाल के दिनों में भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा तो पाकिस्तान की सच्चाई सामने आ गई।
पाकिस्तान की वायुसेना के बड़े अधिकारी एयर वाइस मार्शल औरंगजेब अहमद को ही देख लो।
इतने बड़े पद पर बैठकर भी वह हंसी का पात्र बन गए।
मई 2025 में ऑपरेशन सिंदूर के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में औरंगजेब से भारत के S-400 एयर डिफेंस सिस्टम के बारे में सवाल पूछा गया।
जवाब में वह इतना घबराए कि कुछ समझ ही नहीं आया। "सेंटर ऑफ ग्रैविटी" जैसे शब्दों का बार बार इस्तेमाल करके उन्होंने अपनी बात को हास्यास्पद बना दिया।
सोशल मीडिया पर लोग उनकी खिल्ली उड़ा रहे हैं। एक बड़े अधिकारी से ऐसी बचकानी बातें? यह है पाकिस्तान की औकात।
अब बात करते हैं पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ की।
उन्होंने तो पूरी दुनिया में अपनी बेइज्जती करवा ली।
मई 2025 में एक ब्रिटिश चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने माना कि पाकिस्तान 30 साल से आतंकवादी समूहों को समर्थन देता रहा है।
फिर सीएनएन पर सोशल मीडिया को स्रोत बताकर झूठ फैलाने की कोशिश की। लेकिन यह झूठ ज्यादा देर नहीं चला।
पूरी दुनिया ने देखा कि कैसे उनके दावे खोखले थे। ऐसे में कौन भरोसा करेगा पाकिस्तान पर?
पाकिस्तान की सेना और आतंकवादियों का गठजोड़ भी जगजाहिर हो गया।
मई 2025 में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट किया।
इसके बाद वहां के आतंकवादी अपने मरे हुए साथियों के शवों के पास दिखे।
हैरानी की बात यह है कि वहां पाकिस्तानी सेना भी मौजूद थी।
यह साफ दिखाता है कि पाकिस्तान की सेना आतंकवादियों के साथ मिली हुई है। यह सबूत अब किसी से छुपा नहीं है।
पाकिस्तान की हरकतें यहीं नहीं रुकीं। उसने हमेशा की तरह झूठ और प्रोपेगैंडा का सहारा लिया।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान ने दावा किया कि भारत ने उनके नागरिकों पर हमला किया।
लेकिन सच यह था कि भारत ने सिर्फ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया।
पाकिस्तान की सेना ने अपने मीडिया के जरिए झूठ फैलाया।
साथ ही चीन और तुर्की के प्रोपेगैंडा ने भी पाकिस्तान का साथ दिया। लेकिन यह सब बेकार गया।
अब भारत ने ठान लिया है कि पाकिस्तान की पोल खोलनी ही है।
भारत की तरफ से कई देशों में डेलिगेशन भेजे जा रहे हैं। इनमें शशि थरूर जैसे अनुभवी लोग शामिल हैं। यह डेलिगेशन दुनिया को बताएगा कि पाकिस्तान आतंकवाद को कैसे बढ़ावा देता है।
पाकिस्तान की सच्चाई अब किसी से छुपी नहीं है।
उसकी सेना, अधिकारी और मंत्री सब मिलकर आतंकवाद को पाल रहे हैं।
औरंगजेब जैसे लोग अपनी नाकामी छुपाने के लिए हंसी का पात्र बन रहे हैं।
ख्वाजा आसिफ जैसे नेता झूठ बोलकर बेइज्जती करवा रहे हैं।
यह वही पाकिस्तान है जो आतंकवाद का दूसरा नाम बन गया है।
दुनिया ने भी यह मान लिया है। "चाहे 9/11 का हमला हो या 26/11 का, दोनों में पाकिस्तानियों का हाथ था!"
लेख
शोमेन चंद्र
तिल्दा, छत्तीसगढ़