सांसदों को आतंकवादी बता कांग्रेस ने किया पाकिस्तान का बचाव: भाजपा

कांग्रेस ने सांसदों को आतंकवादी बताकर पाकिस्तान का बचाव किया, जिससे बड़ा बवाल मच गया। जयराम रमेश की इस टिप्पणी पर बीजेपी ने तीखा हमला बोला और संसद से सख्त कार्रवाई की माँग की। क्या कांग्रेस की यह हरकत राष्ट्रीय हितों को कमज़ोर कर रही है?

The Narrative World    30-May-2025   
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भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वह विदेश में पाकिस्तान को बेनकाब करने गए भारतीय सांसदों की तुलना आतंकवादियों से कर रही है। बीजेपी ने कांग्रेस के इस बयान को राष्ट्रीय हितों के खिलाफ बताते हुए संसद से सख्त कार्रवाई की माँग की है। यह विवाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश की एक टिप्पणी के बाद शुरू हुआ, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर सांसदों को आतंकवादियों से जोड़ा।


विवाद की शुरुआत गुरुवार, 29 मई 2025 को हुई, जब जयराम रमेश ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए एक बयान दिया। जयराम रमेश ने कहा कि सरकार आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ मनाने के लिए 25-26 जून को संसद का विशेष सत्र बुलाने पर विचार कर रही है, ताकि वास्तविक मुद्दों से ध्यान भटकाया जा सके।


इस दौरान उन्होंने कथित तौर पर कहा, "हमारे सांसद भी यहाँ-वहाँ घूम रहे हैं और आतंकवादी भी इधर-उधर घूम रहे हैं।" यह टिप्पणी उन सांसदों के संदर्भ में थी, जो एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के हिस्से के रूप में विदेश में भारत का पक्ष रख रहे थे और पाकिस्तान की कथित आतंकी गतिविधियों को उजागर कर रहे थे।


“बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने जयराम रमेश की इस टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "जयराम रमेश का कहना है कि सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल निर्वाचित सांसद, जो विदेशों में पाकिस्तान का पर्दाफाश कर रहे हैं, वास्तव में आतंकवादियों की तरह हैं। जब पाकिस्तान को कूटनीतिक हमले के जरिए घेरा जा रहा है, तो कांग्रेस एक बार फिर पाकिस्तान के पक्ष में बोलने के लिए सामने आई है।" पूनावाला ने सवाल उठाया कि क्या इस प्रतिनिधिमंडल में शामिल द्रमुक सांसद कनिमोझी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) की सांसद सुप्रिया सुले, और समाजवादी पार्टी के सांसद राजीव रंजन आतंकवादी हैं?”


पूनावाला ने कांग्रेस की इस टिप्पणी को भारत के कूटनीतिक प्रयासों का अपमान करार दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की यह हरकत उस समय हुई है, जब भारत अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान को अलग-थलग करने की कोशिश कर रहा है। हाल ही में, 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने देश को झकझोर दिया था। इस हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी, और भारत ने इसे पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का हिस्सा बताया था। पूनावाला ने आरोप लगाया कि कांग्रेस इस हमले पर पाकिस्तान को "क्लीन चीट" देने की कोशिश कर रही है, जो उसकी "पाकिस्तान-परस्त मानसिकता" को दर्शाता है।


बीजेपी प्रवक्ता ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा, "कांग्रेस पार्टी को शर्म आनी चाहिए। वे पाकिस्तान के डीजी आईएसपीआर (अहमद शरीफ चौधरी) और पाकिस्तानी यूट्यूबर्स की भाषा बोल रहे हैं।" उन्होंने संसद से इस मामले में सख्त कार्रवाई की माँग की और कहा कि कांग्रेस की यह टिप्पणी राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ है।


पूनावाला ने यह भी कहा कि कांग्रेस का यह बयान उस समय आया है, जब भारत सीमा पर बढ़ते तनाव और नक्सलवाद जैसे मुद्दों से जूझ रहा है। 29 मई को सुकमा में सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के विस्फोटक बरामद किए थे, जिसने एक बार फिर आंतरिक सुरक्षा की चुनौतियों को उजागर किया।


कांग्रेस या जयराम रमेश की ओर से इस बयान पर अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन यह विवाद पार्टी की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े करता है। यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस पर पाकिस्तान के प्रति नरम रवैया अपनाने का आरोप लगा हो।


कांग्रेस की यह टिप्पणी उस समय आई है, जब भारत अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश कर रहा है। ऐसे में, सांसदों को आतंकवादियों से जोड़ना न केवल गैर-जिम्मेदाराना है, बल्कि देश की एकता और अखंडता के लिए भी खतरा है। क्या कांग्रेस इस टिप्पणी के लिए माफी माँगेगी, या बीजेपी की माँग पर संसद कोई कार्रवाई करेगी? यह सवाल अभी अनुत्तरित है।