पाकिस्तान एक बार फिर अपनी झूठी बहादुरी और कायरता से दुनिया के सामने बेनकाब हो गया। 7 मई 2025 को भारत ने
'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और PoK में आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए।
जवाब में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने दावा किया कि उनकी सेना ने भारत के पांच फाइटर जेट, जिनमें तीन राफेल शामिल हैं, मार गिराए।
लेकिन जब सबूत मांगे गए, तो आसिफ का जवाब सुनकर दुनिया हंस पड़ी, 'सबूत सोशल मीडिया पर है!' यह है उस देश की हकीकत, जो आतंकियों का गढ़ है और झूठ की बुनियाद पर अपनी इज्जत बचाने की कोशिश करता है।
ख्वाजा आसिफ ने
CNN के इंटरव्यू में कहा, "हमने पांच भारतीय जेट गिराए। मलबा कश्मीर में गिरा, और भारतीय सोशल मीडिया पर यह सब है।"
लेकिन सच क्या है? भारतीय सूत्रों ने स्पष्ट कर दिया कि पाकिस्तान का दावा झूठा है।
पाकिस्तान ने पुरानी तस्वीरों को तोड़-मरोड़कर झूठ फैलाया। कोई सैटेलाइट तस्वीर, कोई पुख्ता सबूत नहीं, बस सोशल मीडिया की अफवाहों पर टिका उनका दावा!
पाकिस्तानी मीडिया, जैसे ARY न्यूज और दुनिया न्यूज, ने भी इस झूठ को हवा दी। लेकिन भारत ने साफ किया कि ऑपरेशन सिंदूर में कोई जेट नहीं खोया।
बुधवार सुबह आधिकारिक सूत्रों ने पुष्टि की कि ऑपरेशन सिंदूर में शामिल भारतीय वायुसेना (IAF) के सभी पायलट पूरी तरह सुरक्षित हैं। इसके बावजूद पाकिस्तान ने बेहूदा झूठ फैलाकर अपनी गिरावट फिर साबित कर दी।
ख्वाजा आसिफ और पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ ने बेशर्मी से झूठ बोला। शरीफ ने तो संसद में दावा किया कि 75-80 भारतीय जेट हमले में शामिल थे, जो हास्यास्पद है।
पाकिस्तान की यह कायरता नई नहीं है। 2019 में बालाकोट हमले के बाद भी उसने झूठे दावे किए थे। तब भी कोई सबूत नहीं था।
आज ख्वाजा आसिफ का 'सोशल मीडिया सबूत' वाला बयान उनकी बौखलाहट दिखाता है।
भारत ने आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद किया, लेकिन पाकिस्तान अपनी नाकामी छिपाने के लिए झूठ का सहारा ले रहा है।
यह वही देश है, जो आतंकियों को पनाह देता है और दुनिया के सामने शांति की बात करता है।
सच यह है कि पाकिस्तान की सेना और सरकार आतंकियों के साथ मिलकर भारत के खिलाफ साजिश रचते हैं। ऑपरेशन सिंदूर ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया।
अब झूठ और प्रोपेगैंडा उनकी आखिरी चाल है। ख्वाजा आसिफ जैसे नेता दुनिया को मूर्ख समझते हैं, लेकिन भारत और वैश्विक समुदाय उनकी कायरता और झूठ को अच्छे से जानते हैं।