पाकिस्तान का नाम जब भी आता है, आतंकवाद का साया उसके साथ जुड़ा नजर आता है।
अब यह बात फिर से सामने आई है कि पाकिस्तान न केवल अपने देश में पल रहे आतंकियों को बढ़ावा दे रहा है, बल्कि अब वह अफ्रीका के सबसे खतरनाक आतंकी संगठन बोको हराम को भी ट्रेनिंग दे रहा है।
यह कोई नई बात नहीं है। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई लंबे समय से आतंक को दुनिया भर में फैलाने का काम कर रही है।
आईएसआई ही वह संस्था है जो पाकिस्तान के आतंकियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भेजने में मदद करती है। भारत इसका सबसे बड़ा शिकार रहा है।
मुंबई में हुए 26/11 के हमले हों या फिर पुलवामा और पहलगाम में हुए आत्मघाती हमले, इन सबके पीछे पाकिस्तान में पलने वाले आतंकियों का हाथ था।
लश्कर-ए-तैयबा जैसे संगठनों को पाकिस्तान की सरकार और आईएसआई खुलकर समर्थन देती है।
ये संगठन न केवल भारत बल्कि पूरे दक्षिण एशिया में आतंक फैला रहे हैं।
अब इसी नेटवर्क को अफ्रीका तक फैलाया जा रहा है। बोको हराम, जो पहले ही दुनिया का सबसे खतरनाक आतंकी संगठन माना जाता है, अब पाकिस्तान की मदद से और भी शक्तिशाली बनता जा रहा है।
पाकिस्तान खुद भी इन आतंकियों की वजह से सुरक्षित नहीं है।
जिन इलाकों में आतंकी रहते हैं या जिनके आसपास उनका असर होता है, वहां के आम लोगों को भी खतरे में जीना पड़ रहा है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक इन इलाकों में रहने वाले लोगों पर आईएसआई नजर रखती है ताकि कोई भी जानकारी बाहर न जा सके।
यानी पाकिस्तान की सरकार और उसकी एजेंसियां आतंकियों को तो खुली छूट देती हैं लेकिन अपने ही देश के लोगों को डराकर रखती हैं। यह दोहरा चेहरा अब दुनिया के सामने आ चुका है।
नाइजीरिया जैसे देशों में बोको हराम पहले ही तबाही मचा रहा है।
अब अगर पाकिस्तान जैसे देश से उसे ट्रेनिंग और फंडिंग मिल रही है, तो सोचिए कि आने वाले समय में स्थिति कितनी भयानक हो सकती है।
अफ्रीका में हालात पहले ही बिगड़ते जा रहे हैं और अब पाकिस्तान इस आग में घी डालने का काम कर रहा है।
कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान के अधिकारी और आईएसआई के लोग सीधे बोको हराम से जुड़े हुए हैं।
उन्हें न केवल हथियार और ट्रेनिंग दी जा रही है, बल्कि आर्थिक मदद भी की जा रही है।
इससे साफ है कि पाकिस्तान अब आतंकवाद को सिर्फ अपने पड़ोस तक सीमित नहीं रख रहा, बल्कि उसे वैश्विक स्तर पर फैलाने की कोशिश कर रहा है।
पाकिस्तान और उसके आतंकियों को अब और छूट नहीं दी जा सकती।
जो देश आतंकियों को पालता है, उन्हें ट्रेनिंग देता है और दूसरे देशों में हमला करवाता है, वह खुद भी एक आतंकवादी देश बन चुका है।
अब समय आ गया है कि दुनिया पाकिस्तान को उसके कुकर्मों के लिए जिम्मेदार ठहराए और उस पर सख्त कार्रवाई करे।
जब तक पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम नहीं उठाए जाएंगे, तब तक न तो भारत सुरक्षित रहेगा, न अफ्रीका और न ही बाकी दुनिया।
आतंकवाद के इस वैश्विक नेटवर्क को तोड़ना जरूरी है और इसका केंद्र पाकिस्तान है।
अगर समय रहते इसे नहीं रोका गया, तो आने वाले समय में यह आतंक की लहर और बड़ी तबाही का रूप ले सकती है।
लेख
शोमेन चंद्र
तिल्दा, छत्तीसगढ़