कन्वर्जन की साजिश नाकाम... नौकरी का झांसा देकर ले जाई जा रही थीं 3 बेटियां

तीन बेटियों को बहलाकर ले जा रहे थे मिशनरी गिरोह के लोग, पूछताछ में खुली कई राज्यों तक फैली साजिश!

The Narrative World    26-Jul-2025   
Total Views |
Representative Image
 
छत्तीसगढ़ के दुर्ग रेलवे स्टेशन पर एक बड़ी साजिश का पर्दाफाश हुआ।
 
तीन जनजाति बेटियों को आगरा ले जा रहे दो मिशनरी नन और एक ईसाई युवक को बजरंग दल ने रंगे हाथ पकड़ लिया।
 
इन युवतियों को नौकरी का लालच देकर धर्म परिवर्तन और मानव तस्करी के जाल में फंसाया जा रहा था।
 
इस पूरे मामले ने राज्य में तेजी से फैल रहे कन्वर्जन के षड्यंत्र को एक बार फिर उजागर कर दिया है।
 
Representative Image
 
घटना शुक्रवार सुबह की है, जब दुर्ग रेलवे स्टेशन पर तीन युवतियां, दो नन और एक युवक घूम रहे थे।
 
इसी दौरान बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को एक युवती रोती हुई दिखी। पास खड़ा युवक उसे चुप करा रहा था और कह रहा था कि अब बहुत दूर आ गई हो, इसलिए पीछे नहीं हट सकती।
 
शक होने पर कार्यकर्ताओं ने तत्काल पूछताछ शुरू की और पुलिस को सूचना दी।
 
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने मौके पर ही तीनों को घेर लिया और स्टेशन पर जमकर विरोध प्रदर्शन किया।
 
Representative Image
 
तीनों युवतियों को भिलाई सखी सेंटर में रखा गया है जबकि मिशनरी सिस्टर और युवक को GRP की हिरासत में ले लिया गया है।
 
बजरंग दल की प्रदेश संयोजिका ज्योति शर्मा और दुर्ग संयोजक रवि निगम ने मौके पर पहुंचकर साफ शब्दों में कहा कि यह मामला सिर्फ नौकरी दिलाने का नहीं, बल्कि सुनियोजित कन्वर्जन और मानव तस्करी का हिस्सा है।
 
Representative Image
 
इनके पास से एक डायरी बरामद हुई है जिसमें देश के कई राज्यों के पादरियों के नंबर और कई लड़कियों की तस्वीरें मिली हैं।
 
पकड़े गए युवक के पास तीन अलग-अलग आधार कार्ड मिले हैं।
 
Representative Image
 
यह भी सामने आया कि इससे पहले भी वह कुछ लड़कियों को बाहर भेज चुका है जिनका अब तक कोई पता नहीं चल पाया है।
 
बजरंग दल ने थाने का घेराव कर साफ चेतावनी दी कि हिंदू बेटियों को फुसलाकर कन्वर्जन कराने की साजिश अब बर्दाश्त नहीं होगी।
 
उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश में ईसाई मिशनरियों द्वारा जनजाति इलाकों में तेजी से कन्वर्जन का नेटवर्क फैलाया जा रहा है।
 
Representative Image
 
भोली-भाली लड़कियों को बहला-फुसलाकर बाहर भेजा जा रहा है और फिर उनका धर्म परिवर्तन कर दिया जाता है। यह हिंदू समाज के लिए बड़ा खतरा है।
 
परिजनों ने भी माना कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि लड़कियां किसके साथ और किस उद्देश्य से गई थीं।
कमलेश्वरी प्रधान के जीजा ने बताया कि उन्होंने पहले ही समझाया था कि किसी अनजान के साथ नहीं जाना चाहिए, लेकिन बात नहीं मानी गई।
 
यह कोई पहली घटना नहीं है। मिशनरियां गांव-गांव में फैलकर हिंदू धर्म को कमजोर करने की साजिश कर रही हैं।
 
ऐसी ताकतों पर सख्त कार्रवाई की जरूरत है। हिंदू बेटियों की सुरक्षा सिर्फ बजरंग दल या समाज की जिम्मेदारी नहीं, यह पूरे राष्ट्र का कर्तव्य है।
 
इस कन्वर्जन मामले में जो भी लोग शामिल हैं, उन्हें सख्त सजा मिलनी चाहिए ताकि ऐसी घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।