भारत और अफ्रीका के बीच डिजिटल साझेदारी को बड़ा बढ़ावा देते हुए नामीबिया अब भारत की यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) तकनीक को अपनाने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नामीबिया यात्रा के दौरान यह ऐलान हुआ। यह मोदी की इस अफ्रीकी देश की पहली यात्रा है और इसे दोनों देशों के रिश्तों में एक नए युग की शुरुआत माना जा रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी और नामीबिया की राष्ट्रपति नेतुम्बो नंदी-नदैतवाह के बीच विंडहोक में अहम बातचीत हुई। इस दौरान डिजिटल तकनीक, रक्षा, स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि और खनिज संसाधनों जैसे मुद्दों पर सहयोग को लेकर चर्चा हुई।
UPI तकनीक को नामीबिया में लागू करने की दिशा में यह कदम 2023 में नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) और बैंक ऑफ नामीबिया के बीच हुए समझौते का परिणाम है। नामीबिया, भारत की इस अत्याधुनिक डिजिटल भुगतान प्रणाली को अपनाने वाला पहला अफ्रीकी देश बनने जा रहा है।
मोदी की इस यात्रा के दौरान चार अहम समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। इनमें एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट सेंटर की स्थापना और स्वास्थ्य एवं दवाओं के क्षेत्र में सहयोग शामिल है। इसके अलावा नामीबिया अब भारत के नेतृत्व वाले डिजास्टर रेजिलिएंट इन्फ्रास्ट्रक्चर गठबंधन और ग्लोबल बायोफ्यूल्स एलायंस का हिस्सा बन गया है। इससे जलवायु और ऊर्जा के क्षेत्र में साझेदारी को नया आयाम मिलेगा।
पीएम मोदी ने नामीबिया के राष्ट्र निर्माता सैम नुजोमा को श्रद्धांजलि दी और उन्हें भारत का सच्चा मित्र और दूरदर्शी नेता बताया।
प्रधानमंत्री मोदी ने नामीबिया को "विश्वसनीय और मूल्यवान साझेदार" बताया और कहा कि यह यात्रा दक्षिण-दक्षिण सहयोग का नया अध्याय है, जो आपसी सम्मान, साझा सपनों और डिजिटल विकास पर आधारित है।
भारत की UPI तकनीक अब वैश्विक पहचान बना रही है और अफ्रीका जैसे महाद्वीप में इसकी शुरुआत, भारत की तकनीकी ताकत और बढ़ते प्रभाव का साफ संकेत है।
लेख
शोमेन चंद्र
तिल्दा, छत्तीसगढ़