छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से लेकर दुर्ग तक कन्वर्जन को लेकर तनाव गहराता जा रहा है। बिलासपुर में 13 सितंबर को प्रार्थना सभा की आड़ में करीब 300 लोगों को ईसाई बनाने का प्रयास किया गया। वहीं दुर्ग में भी इसी मुद्दे पर भारी विरोध हुआ और हिन्दू संगठन सड़क पर उतर आए। दोनों जगह माहौल तनावपूर्ण रहा।
बिलासपुर के सीपत थाना क्षेत्र में प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया था, जहाँ सैकड़ों लोगों को बुलाकर कन्वर्जन कराया जा रहा था। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुँची और सात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया। पुलिस कार्रवाई के दौरान ईसाई समुदाय के लोगों ने जमकर हंगामा किया। इस बीच हिन्दू संगठन भी सक्रिय हो गए और उन्होंने 10 घंटे तक थाने के सामने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि बार-बार प्रार्थना सभा के नाम पर हिन्दुओं को लालच और पैसे देकर धर्म बदलने के लिए मजबूर किया जाता है। नाराज लोगों ने प्रशासन और ईसाई मिशनरियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और थाने के सामने हनुमान चालीसा का पाठ किया।
पुलिस का कहना है कि उन्हें पहले से ही सूचना मिली थी कि प्रार्थना सभा के बहाने कन्वर्जन की कोशिश की जा रही है। इसके आधार पर मौके पर कार्रवाई की गई और सात लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई। गौर करने वाली बात है कि यह बिलासपुर में कन्वर्जन का पहला मामला नहीं है। 28 अगस्त को भी मस्तूरी थाना क्षेत्र के पेंड्री में एक बंद पोल्ट्री फार्म में इसी तरह की प्रार्थना सभा रखकर 15-20 लोगों का कन्वर्जन कराया जा रहा था। उस मामले में भी पुलिस ने पास्टर संजीव सूर्यवंशी सहित आठ लोगों को गिरफ्तार किया था।
दुर्ग जिले के पद्मनाभपुर में 14 सितंबर को चर्च में आयोजित प्रार्थना सभा को लेकर भी विवाद खड़ा हो गया। आसपास के लोगों ने हिन्दू संगठनों को सूचना दी कि यहाँ कन्वर्जन की तैयारी हो रही है। इसके बाद संगठन के लोग मौके पर पहुँच गए और चर्च के बाहर विरोध प्रदर्शन करने लगे। पुलिस तुरंत पहुँची और सभा में मौजूद लोगों के नाम-पते दर्ज किए। इसी दौरान हिन्दू समुदाय ने चर्च के सामने भजन-कीर्तन किया।
विवाद बढ़ने पर पुलिस दोनों पक्षों को थाने ले गई। हिन्दू संगठनों का आरोप है कि चर्च से जुड़े जॉन को बाहर से फंडिंग मिलती है और उसके बैंक खातों की जाँच होनी चाहिए। साथ ही उसे जिला बदर करने की माँग भी उठी। आरोप है कि जॉन ने अपने साथियों के साथ मिलकर मारपीट की और बजरंग दल कार्यकर्ता निर्मित कौर को धक्का देकर उसके कपड़े तक फाड़ दिए। इसके बाद गुस्साए कार्यकर्ताओं ने जॉन की पिटाई कर दी। फिलहाल उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
यह घटनाएँ दिखाती हैं कि छत्तीसगढ़ में लगातार प्रार्थना सभाओं के बहाने कन्वर्जन का खेल चल रहा है। हर बार विरोध के बावजूद मिशनरियों की यह हरकतें थमती नहीं हैं, जिससे माहौल और बिगड़ता जा रहा है।
रिपोर्ट
शोमेन चंद्र