नारायणपुर जिले में सुरक्षाबलों ने नक्सलवाद के खिलाफ एक बड़ी सफलता हासिल की। पुलिस की डीआरजी नारायणपुर और आईटीबीपी की 29वीं एवं 38वीं वाहिनी की एसएटी टीम ने संयुक्त अभियान चलाकर अदरबेड़ा और वाट्टेकल गांव में नक्सलियों द्वारा बनाए गए स्मारक को ध्वस्त कर दिया।
यह स्मारक थुलथुली मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों की याद में बनाया गया था। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि नक्सली ऐसे स्मारकों के जरिए ग्रामीणों में डर का माहौल पैदा कर अपनी विचारधारा थोपने और प्रभाव जमाने की कोशिश करते हैं।
पुलिस और सुरक्षा बलों ने यह साफ संदेश दिया है कि नक्सलवाद, उसकी हिंसक विचारधारा और प्रतीक चिह्न किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की कार्रवाई से नक्सलियों का मनोबल टूटता है और उनकी दहशत फैलाने की रणनीति पर करारा प्रहार होता है।
ग्रामीणों ने सुरक्षाबलों की इस कार्रवाई का स्वागत किया है। उनका कहना है कि इससे क्षेत्र में भय का वातावरण खत्म होगा और शांति की राह आसान होगी। सुरक्षा बलों का मानना है कि स्मारक ध्वस्त होने से स्थानीय लोगों में भरोसा और मनोबल दोनों बढ़ेगा, जो नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई को और मजबूती देगा।
नक्सल प्रभावित इलाकों में इस तरह की कार्रवाई से साफ है कि अब सरकार और सुरक्षा बल नक्सली नेटवर्क को जड़ से खत्म करने के लिए पूरी तरह दृढ़ हैं।
रिपोर्ट
शोमेन चंद्र