केरल कांग्रेस ने हाल ही में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया, जिसमें बिहारियों की तुलना ‘बीड़ी’ से की गई। केंद्र सरकार ने जीएसटी सुधारों में बीड़ी पर टैक्स घटाकर 28 फीसदी से 18 फीसदी कर दिया, इसी को लेकर कांग्रेस ने हमला बोला। लेकिन हमला करते हुए उसने बिहारियों को बीड़ी से जोड़ दिया। सिर्फ इसलिए कि दोनों शब्दों का पहला अक्षर ‘बी’ है। यह कोई पहली बार नहीं है जब कांग्रेस या उसकी सहयोगी आईएनडीआई गठबंधन की पार्टियों ने बिहारियों का मजाक उड़ाया हो।
बिहारियों का अपमान करने का लंबा इतिहास
आईएनडीआई गठबंधन के नेता लगातार बिहारियों को नीचा दिखाते रहे हैं। हाल ही में तमिलनाडु में मुख्यमंत्री एमके स्टालिन समेत विपक्षी नेताओं ने दावा किया कि लाखों बिहारी मतदाताओं को वहां की वोटर लिस्ट में जोड़ दिया गया है। उन्होंने कहा कि इससे तमिलनाडु की संस्कृति खराब हो जाएगी। जबकि कानून साफ कहता है कि कोई भी भारतीय नागरिक जहां रहता है, वहां वोटर बन सकता है। यह बयान उनकी नफरत और पूर्वाग्रह को ही दर्शाता है।
कांग्रेस और आरजेडी ने छीनी बिहार की इज्जत
बिहार से लोग बड़े पैमाने पर रोजगार के लिए दूसरे राज्यों में जाते हैं। वे देश की तरक्की में बड़ी भूमिका निभाते हैं, लेकिन अक्सर अपमान और हमलों का शिकार होते हैं। असलियत यह है कि बिहारियों को अपने घर छोड़ने पड़े क्योंकि कांग्रेस और आरजेडी की दशकों की नाकामी ने राज्य को बदहाली की ओर धकेल दिया।
कांग्रेस के लंबे शासन और लालू यादव के जंगलराज ने बिहार से न केवल रोजगार छीन लिया बल्कि लोगों की इज्जत भी खत्म कर दी। एक समय ऐसा आया जब ‘बिहारी’ शब्द खुद गाली बन गया। यह उसी राजनीति का नतीजा था जिसने राज्य को अपराध, गरीबी और पिछड़ेपन में झोंक दिया।
जंगलराज की विरासत
लालू यादव के 15 साल के शासन में अपराधियों का राज रहा। उद्योगपति मारे गए या राज्य छोड़कर भाग गए। रोजगार के सारे साधन खत्म कर दिए गए। अपहरण, हत्या और रंगदारी आम बात बन गई। बिहार माफियाओं और अपराधियों का गढ़ बन गया, जहां सरकार ही उन्हें संरक्षण देती थी। आम लोग जीने के लिए मजबूर हो गए।
आज भी कांग्रेस और आरजेडी की नीतियों का असर बिहार भुगत रहा है। यही कारण है कि बिहारियों को रोजगार और सम्मान के लिए बाहर जाना पड़ता है और वहां उन्हें मजाक और तिरस्कार का सामना करना पड़ता है।
कांग्रेस का असली चेहरा
कांग्रेस और उसकी सहयोगी पार्टियां केवल बिहारियों का इस्तेमाल करती हैं, लेकिन उन्हें सम्मान नहीं देतीं। आज जिस तरह सोशल मीडिया पर कांग्रेस ने बिहारी शब्द को बीड़ी से जोड़ा, वह उनकी मानसिकता दिखाता है। दशकों तक विकास की जगह अपराध और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाली कांग्रेस और आरजेडी की राजनीति ने बिहार को देशभर में अपमान झेलने पर मजबूर कर दिया।
लेख
शोमेन चंद्र