डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार की अतुलनीय दूरदृष्टिडॉ. हेडगेवार ने कभी पेशेवर डॉक्टर के रूप में कार्य नहीं किया। वे देश की स्वतंत्रता और सेवा हित में चलाये जाने वाले कार्यक्रमों से जुड़कर अध्ययन करते रहे। डॉ. हेडगेवार ने इन वर्षों में भारत के इतिहास, वर्तमान और भविष्य को जोड़कर राष्ट्रीयता के मूल ..
भारतीय अर्थव्यवस्था में हो रहे बदलाव की बयार पर प्रश्न चिन्ह क्यों?अब ऐसा आभास होने लगा है कि भारत अर्थ के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर खोई हुई अपनी प्रतिष्ठा को पुनः प्राप्त करता हुआ दिखाई दे रहा है। एक ईसवी से लेकर 1750 ईसवी तक आर्थिक दृष्टि से पूरे विश्व में भारत का बोलबाला था। इस खंडकाल में विश्व के कुल विदेशी ..
अयोध्या में प्रभु श्रीराम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद भारत की आर्थिक विकास दर जा सकती है 10 प्रतिशत के पारकेंद्र सरकार पर लगातार यह आरोप लगता रहा है कि केंद्र सरकार के संस्थानों को बेचा जा रहा है। जबकि अब केंद्र सरकार के विभिन्न 25 संस्थानों ने पिछले एक वर्ष के दौरान अपने निवेशकों की पूंजी में 100 प्रतिशत से अधिक का संवर्धन किया है।..
भारतीय नागरिकों के बीच कम हो रही है आय की असमानतादेश में वित्तीय वर्ष 2014 में व्यक्तिगत आयकर रिटर्न फाइल करने वाली कुल संख्या में 36.3 प्रतिशत संख्या निम्न आय वर्ग की श्रेणी के नागरिकों की थी, और यह वर्ग अब वित्तीय वर्ष 2021 में मध्यम आय वर्ग की श्रेणी में आ गया है तथा इस बीच इस वर्ग की आय 21.1 ..
वैश्विक बाजार शक्तियां भारतीय अर्थव्यवस्था को प्रभावित करने में रही हैं असफलउक्त वर्णित परिस्थितियों के बीच भी चीन जैसे देशों की कुछ कम्पनियां एवं वैश्विक बाजार शक्तियां भारतीय बैंकिंग प्रणाली, बीमा प्रणाली एवं शेयर बाजार को भी प्रभावित करने के प्रयास करती रहती हैं।..
अयोध्या में प्रभु श्रीराम मंदिर निर्माण से स्थानीय अर्थव्यवस्था को लगेंगे पंखवर्तमान में 2.5 करोड़ पर्यटक प्रतिवर्ष अयोध्या में पहुंचते हैं। प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर का निर्माण हो जाने के पश्चात पर्यटकों की यह संख्या 10 गुना तक बढ़ सकती है अर्थात 25 करोड़ पर्यटक प्रतिवर्ष अयोध्या में आ सकते हैं।..
बड़े बाजार के रूप में स्थापित होने के बाद, चीन को पीछे छोड़ विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित हो रहा भारतविभिन्न प्रकार के आईफोन, लैपटॉप, टेबलेट आदि उच्चत्तम स्तर के इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पाद का निर्माण करने वाली विश्व की सबसे बड़ी कम्पनियों में से एक “ऐपल” भारत में अपनी विनिर्माण इकाईयों की स्थापना कर रही है एवं आईफोन का निर्माण तो भारत में प्रारम्भ भी ..
तेज गति से बढ़ रहा है भारतीय अर्थव्यवस्था का आकारभारत में गरीब वर्ग की संख्या कम हुई है। इसी कारण से वैश्विक रेटिंग संस्थान भारत की रेटिंग को बढ़ाते जा रहे हैं। स्टैंडर्ड एंड पुअर रेटिंग संस्थान ने भारत की विकास दर को वर्ष 2023-24 के लिए 6 प्रतिशत रखा है तो वर्ष 2024-25 के लिए 6.9 प्रतिशत की बात ..
भारत में बैंक ऋण का उपयोग उत्पादक कार्यों हेतु दक्षता के साथ हो रहा हैअभी हाल ही में भारतीय स्टेट बैंक के आर्थिक अनुसंधान विभाग द्वारा जारी एक प्रतिवेदन में यह बताया गया है कि भारत में वित्तीय वर्ष 2014 से वित्तीय वर्ष 2023 के बीच बैंकों की कुल सम्पति/देयताओं में वृद्धि, वित्तीय वर्ष 1951 से वित्तीय वर्ष 2014 के बीच ..
भारत में बेरोजगारी की समस्या का हल निकालने में मिल रही है सफलताअंग्रेजों के शासनकाल में भारत की शिक्षा पद्धति को भी कुछ इस प्रकार से परिवर्तित किया गया कि भारतीय नागरिक अपनी पढ़ाई समाप्त करने के पश्चात अंग्रेजों के संस्थानों में केवल नौकरी कर सके। दीर्घकाल में इसका परिणाम यह हुआ कि भारतीय नागरिक केवल नौकरी ..
भारत एक बड़ी आर्थिक महाशक्ति बनने की ओर अग्रसर1980 के दशक के मध्य, वर्ष 1985 में, भारत विश्व की 10 सबसे बड़ी वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में शामिल था, अमेरिका, सोवियत यूनियन, जापान, पश्चिमी जर्मनी, फ्रान्स, यूनाइटेड किंगडम, इटली, कनाडा, चीन और भारत। परंतु अगले दो दशकों से भी अधिक समय तक भारत उक्त ..
कमजोर मानसून एवं घटते निर्यात से भारत की आर्थिक विकास दर कम प्रभावित होगीअप्रेल-जून 2023 तिमाही में भी विभिन्न उत्पादों में निर्यात कम ही रहे हैं। वैश्विक स्तर पर विभिन्न देशों की अर्थव्यवस्थाओं में उत्पन्न हो रही समस्याओं के चलते भारत से उत्पादों में निर्यात कम हो रहे हैं। जब तक इन देशों की आर्थिक स्थिति सुधरती नहीं ..
वैश्विक स्तर पर बढ़ रहा है भारत का प्रभावविश्व के अन्य देशों के नागरिकों की राय भी भारत के हित में दिखाई दे रही है। उक्त ओपिनियन पोल में शामिल अन्य देशों के लगभग 46 प्रतिशत नागरिकों ने भारत के नेतृत्व पर संतोष प्रकट करते हुए उन्होंने भारत के प्रति अपने अच्छे विचार प्रकट किए हैं।..
उपनिवेशवाद, साम्राज्यवाद एवं पूंजीवाद के बाद अब राष्ट्रीयता पर आधारित हो अर्थव्यवस्थाभारत से कपास बहुत ही सस्ती दरों पर ले जाकर, इंग्लैंड स्थिति कपड़ा निर्मित करने वाली मिलों में इस कपास का उपयोग कर कपड़ा निर्मित किया जाकर उसी कपड़े को भारत में लाकर भारतीय नागरिकों को ऊंची दरों पर बेचा जाने लगा। इससे भारतीय नागरिक गरीब से अतिगरीब ..
वैश्विक स्तर पर आर्थिक विकास की तुलना में मुद्रास्फीति को दी जा रही है प्राथमिकताभारत में ब्याज दरों को और अधिक नहीं बढ़ाए जाने के कारण ही देश में आर्थिक विकास की गतिविधियों में गतिशीलता बनी हुई है। अन्यथा, विश्व बैंक, अंतरराष्ट्रीय मौद्रिक फंड एवं अन्य वित्तीय संस्थानों द्वारा वैश्विक स्तर पर कई अन्य देशों के वर्ष 2023 के आर्थिक ..
वैश्विक बाजारी शक्तियां सनातन भारतीय संस्कृति को प्रभावित करने का प्रयास कर रही हैंसनातन भारतीय संस्कारों के अनुसार भारत में कुटुंब को एक महत्वपूर्ण इकाई के रूप में स्वीकार किया गया है एवं भारत में संयुक्त परिवार इसकी परिणती के रूप में दिखाई देते है। परंतु, पश्चिमी आर्थिक दर्शन में संयुक्त परिवार लगभग नहीं के बराबर ही दिखाई देते ..
वस्तुओं की कीमतों का निर्धारण भारतीय आर्थिक दर्शन पर आधारित होना चाहिए, कीमतों पर नियंत्रण के लिए कृषि उत्पादों का संयमित उपयोग होवस्तुओं की कीमतों का निर्धारण भारतीय आर्थिक दर्शन पर आधारित होना चाहिए, कीमतों पर नियंत्रण के लिए कृषि उत्पादों का संयमित उपयोग हो..
प्रधानमंत्री की अमेरिका यात्रा के दौरान सम्पन्न हुए समझौतों से तेज होगी भारत के विकास की रफ्तार एवं निर्मित होंगे रोजगार के नए अवसरगूगल कम्पनी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री सुंदर पिचाई ने घोषणा की है कि गूगल कम्पनी भारत में 1,000 करोड़ अमेरिकी डॉलर का निवेश करेगी। साथ ही, टेस्ला कम्पनी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री एलन मस्क ने भी भारतीय प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद दिए ..
भारतीय बैंकों की वित्तीय स्थिति सुदृढ़ तो हुई है, परंतु अभी भी सतर्कता जरूरीबैंकिंग उद्योग किसी भी देश में अर्थ जगत की रीढ़ माना जाता है। बैंकिंग उद्योग में आ रही परेशानियों का निदान यदि समय पर नहीं किया जाता है तो आगे चलकर यह समस्या उस देश के अन्य उद्योगों को प्रभावित कर, उस देश के आर्थिक विकास की गति को कम कर सकती है। ..
2000 रुपए के नोट को चलन से बाहर करना नोटबंदी नहीं, बल्कि राष्ट्रहित में लिया गया एक निर्णय हैभारत में 2000 रुपए के नोट नवंबर 2016 में भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 24(1) के अंतर्गत जारी किए गए थे। आपको ध्यान में होगा कि नवम्बर 2016 में ही पुरानी सीरीज के रूपए 500 एवं रुपए 1000 के नोटों का वैद्य मुद्रा का दर्जा समाप्त करने की ..
भारत में डिजिटल क्रांति अन्य देशों के लिए बन रही है उदाहरणजी-20 समूह के सदस्य देशों के बीच डिजिटल अर्थव्यवस्था पर ध्यान केंद्रित करने की दृष्टि से एक विशेष ‘डिजिटल इकॉनामी वर्किंग ग्रुप’ का वर्ष 2017 में गठन किया गया था। पहिले इसे ‘डिजिटल इकॉनामी टास्क फोर्स’ के नाम से जाना जाता था। भारत में इस वर्किंग ..
भारत में नागरिक विमानन के क्षेत्र में हो रही है चंहुमुखी प्रगतिहाल ही के वर्षों में नागरिक विमानन का तो एक तरह से लोकतांत्रीयकरण हो गया है क्योंकि पूर्व के खंडकाल में केवल अमीर वर्ग के नागरिक ही हवाई जहाज से यात्रा के बारे में सोच सकते थे परंतु अब तो मध्यमवर्गीय एवं गरीब वर्ग के नागरिक भी हवाई जहाज से यात्रा ..
एक लाख करोड़ अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के प्रयास करते कुछ राज्यउतर प्रदेश राज्य ने राज्य की अर्थव्यवस्था को वर्ष 2027 तक एक लाख करोड़ अमेरिकी डॉलर का बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। वर्ष 2021-22 में उत्तर प्रदेश राज्य का सकल राज्य घरेलू उत्पाद 29,400 करोड़ अमेरिकी डॉलर था एवं विकास दर लगभग 13 प्रतिशत की ..
धारा 370 हटने के बाद जम्मू एवं कश्मीर बन रहा है भारत में निवेश का नया केंद्रधारा 370 के चलते, जम्मू एवं कश्मीर के नागरिकों को लाभ के स्थान पर नुक्सान ही अधिक उठाना पड़ा है। परंतु, केंद्र में मोदी सरकार के आने के बाद इस क्षेत्र के नागरिकों को देश में लागू की जा रही विभिन्न योजनाओं का लाभ पहुंचाने, इस क्षेत्र के आर्थिक विकास ..
कश्मीर रहा है सनातन हिंदू संस्कृति का गढ़विभाजन की इस त्रासदी के समय भी पाकिस्तानी सेना ने कबाईलियों के साथ मिलकर जम्मू कश्मीर क्षेत्र पर आक्रमण कर इसके बहुत बड़े भू भाग पर कब्जा कर लिया था। इस आक्रमण का भारतीय सेना मुंहतोड़ जवाब देते हुए कब्जा मुक्ति का अभियान बहुत सफलतापूर्वक चला रही ..
रेपो दर में वृद्धि को रोकना, भारतीय रिजर्व बैंक का साहसिक निर्णयदरअसल, मुद्रा स्फीति को नियंत्रित करने के लिए विकसित देशों द्वारा ब्याज दरों में लगातार वृद्धि करते जाना, अर्थव्यवस्था के अन्य क्षेत्रों को विपरीत रूप से प्रभावित करता नजर आ रहा है, जबकि इससे मुद्रा स्फीति पर नियंत्रण होता दिखाई नहीं दे रहा है। ..
नवसंवत्सर के शुभ अवसर पर सिंध को भारत के साथ जोड़ने की लें प्रतिज्ञासिंध की पावन भूमि वैदिक संस्कृति एवं प्राचीन सभ्यता का केंद्र रही है एवं सिंध की पावन धरा पर कई ऋषि, मुनियों एवं संत महात्माओं ने जन्म लिया है। सिंधी समुदाय को भगवान राम के वंशज के रूप में भी माना जाता है। महाभारत काल में जिस राजा जयद्रथ का उल्लेख ..
आर्थिक प्रगति में शुचितापूर्ण नीतियों का अपनाया जाना जरूरीआर्थिक प्रगति के इस खंडकाल में इस बात पर भी विशेष ध्यान देना जरूरी है कि भारत की आर्थिक प्रगति में शुचितापूर्ण नीतियों का पालन किया जा रहा है। आर्थिक प्रगति किसी भी कीमत पर हो एवं चाहे इसके लिए भविष्य में देश के नागरिकों को भारी कीमत चुकानी पड़े, ..
भारतीय गृहणियों के घरेलू कार्य का आंकलन कर इसे सकल घरेलू उत्पाद में शामिल किया जाना चाहिएभारतीय गृहणियों के घरु कार्य का आंकलन कर इसे सकल घरेलू उत्पाद में शामिल किया जाना चाहिए ..
विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक में बजा भारत का डंकावैश्विक स्तर पर कई देश विशेष रूप से कोरोना महामारी के बाद से एवं रूस यूक्रेन युद्ध के बाद से जिस प्रकार की आर्थिक समस्याओं से अभी भी जूझ रहे हैं, ऐसे माहौल में भी विश्व की कुछ सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में केवल भारतीय अर्थव्यवस्था ही वैश्विक पटल ..
विदेश में रह रहे भारतीय मूल के नागरिक भारत के आर्थिक विकास को गति देने में दे रहे अपना योगदानअभी हाल ही में विश्व बैंक ने एक प्रतिवेदन जारी कर बताया है कि विदेशों में रह रहे भारतीयों द्वारा वर्ष 2022 में 10,000 करोड़ अमेरिकी डॉलर की राशि का विप्रेषण भारत में किए जाने की सम्भावना है जो पिछले वर्ष 2021 में किए गए 8,940 करोड़ अमेरिकी डॉलर..
पॉजिटिव नैरेटिव : वर्ष 2023 आर्थिक दृष्टि से भारत के लिए एक सुनहरा वर्ष साबित होगापॉजिटिव नैरेटिव : वर्ष 2023 आर्थिक दृष्टि से भारत के लिए एक सुनहरा वर्ष साबित होगा..
भारतीय अर्थव्यवस्था के सुदृढ़ीकरण को गति देने में भारतीय नागरिकों के कर्तव्यभारतीय अर्थव्यवस्था के सुदृढ़ीकरण को गति देने में भारतीय नागरिकों के कर्तव्य..
भारत में तृतीय तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर ने चौंकाया हैहम सभी के लिए हर्ष का विषय तो यह है कि विनिर्माण इकाईयों की वृद्धि दर 4.8 प्रतिशत से बढ़कर वित्तीय वर्ष 2023-24 की तृतीय तिमाही में 11.6 प्रतिशत हो गई है तथा निर्माण के क्षेत्र में वृद्धि दर 9.5 प्रतिशत की रही है।..
संदेशखाली जैसी घटनाओं से पश्चिम बंगाल में नकारात्मक प्रभावसंदेशखाली, पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले का एक छोटा कस्बा है। यह बांग्लादेश की सीमा से सटा सीमावर्ती क्षेत्र भी है, जहां हिंदू अनुसूचित जातियों की आबादी बहुलता में है। संदेशखाली, पश्चिम बंगाल की उन 14 विधानसभा की सीटों में शामिल हैं जो कि भारत बांग्लादेश ..
प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण के बाद उत्तर प्रदेश में विकास का एक नया दौर शुरू होने जा रहा हैप्रभु श्रीराम केवल भारत ही नहीं बल्कि विश्व के कई अन्य देशों में भी पूज्य है। कई देशों ने तो रामायण को अपनी भाषा में भी लिखा है। इस दृष्टि से रामायण के कई रूप हैं।..
गाय पालन से आर्थिक विकासविश्व के एक कोने में बसा एक देश है न्यूजीलैंड, जिसकी कुल आबादी केवल 52 लाख है। इस देश का प्रत्येक नागरिक भारत के नागरिक से 25 गुना अधिक अमीर है।..
भारत के लिए वर्ष 2024 भी सुनहरा वर्ष साबित होने जा रहा हैभारत का सकल घरेलू उत्पाद 6.3 प्रतिशत की वृद्धि दर हासिल करेगा। तीसरे, वर्ष 2024 में वैश्विक स्तर पर सकल घरेलू उत्पाद में भारत का योगदान 16 प्रतिशत का रहने वाला है। भारत आने वाले समय में पूरे विश्व की अर्थव्यवस्था के विकास में एक इंजिन के रूप में ..
अब भारतीय शेयर बाजार का पूंजीकरण भी पहुंचा विश्व में पांचवे स्थान परभारतीय शेयर बाजार के विकास की यह रफ्तार अभी भी जारी है और कलेंडर वर्ष 2023 के अभी तक के कार्यकाल के दौरान निफ्टी पर रजिस्टर्ड कम्पनियों के पूंजीकरण, 55 लाख करोड़ रुपए (11 प्रतिशत) से बढ़ चुका है।..
भारत में सरकारी नियमों के बगैर हलाल प्रमाणन प्रमाण पत्र जारी किया जाना एक गम्भीर विषयवैसे तो हलाल प्रमाणित वस्तुओं का चलन इस्लामी देशों में बहुत लम्बे समय से चला आ रहा है। परंतु हाल ही के समय में इसका कार्य क्षेत्र बढ़ाकर इसे गैर इस्लामी देशों में भी तेजी से फैलाया गया है अर्थात मुस्लिम मजहब के मतावलंबियों को यह प्रेरणा दी जाती ..
वैश्विक स्तर पर नया आकार ले रहा है भारत का सांस्कृतिक वैभवभारत ने राजनैतिक स्वतंत्रता 75 वर्ष पूर्व ही प्राप्त कर ली थी, परंतु भारत की सनातन संस्कृति आदि काल से चली आ रही है एवं लाखों वर्ष पुरानी है। भारत को ‘सोने की चिड़िया’ के रूप में जाना जाता रहा है और भारतीय सनातन संस्कृति का लोहा पूरे विश्व ने माना ..
भारत में निर्मित होने लगे हैं रोजगार के करोड़ों अवसरभारतीय सनातन संस्कृति के बारे में विवेचन करते हुए, भारत में रचित वेद, पुराण एवं परम्पराओं के अनुसार, राजा का यह कर्तव्य माना गया है कि उसके राज्य में निवास कर रही प्रजा में प्रत्येक नागरिक को रोजगार उपलब्ध हो, राजा ऐसी व्यवस्था करे। जब तक भारतीय ..
भारत-पश्चिमी एशिया-यूरोप के मध्य नया आर्थिक गलियारा करेगा भारतीय संस्कृति का विस्तारउक्त गलियारा भारत से संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, जॉर्डन और इजराइल के माध्यम से यूरोप तक विस्तारित होगा। उक्त घोषणा के अंतर्गत दो अलग-अलग गलियारे शामिल होंगे। एक, पूर्वी गलियारा जो भारत को पश्चिम एशिया से जोड़ेगा और दूसरा, उत्तरी गलियारा जो पश्चिम ..
भारतीय संस्कृति वैश्विक अर्थव्यवस्था का केंद्र बिंदु बनने की ओर अग्रसरविकसित देशों में पारिवारिक व्यवस्था के छिन्न भिन्न होने के कारण बुजुर्गों को सरकार की मदद पर निर्भर रहना होता है। अतः इन देशों की सरकारों को सामाजिक सुविधाओं पर भारी भरकम राशि खर्च करनी होती है। कई विकसित देशों में तो बुजुर्गों की संख्या में तेजी ..
चीन की अर्थव्यवस्था में गिरावट का लाभ भारत को मिल सकता हैअब वैश्विक स्तर पर कुछ इस प्रकार की घटनाएं घट रही हैं जिनका असर भारतीय अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक रूप से पढ़ता दिखाई दे रहा है। विशेष रूप से चीन की अर्थव्यवस्था, जो विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, हाल ही के समय में बहुत गम्भीर स्थिति का ..
भारत के प्रति पश्चिमी देशों को बदलना होगा अपना नजरियाभारत, पूरे विश्व में, पहिला देश है जिसने चन्द्रयान-3 को चन्द्रमा के दक्षिणी पोल पर सलतापूर्वक उतार लिया है। अन्यथा, विश्व का कोई भी देश, अमेरिका, रूस एवं चीन सहित, अभी तक चन्द्रमा के दक्षिणी पोल पर अपना यान उतारने में सफल नहीं हो सका हैं। निश्चित ..
अब वैश्विक स्तर पर भी भारत के विरुद्ध झूठा विमर्श गढ़ा जा रहा हैन्यूजक्लिक और चीन का नेक्सस भारत में किस तरह काम करता है और भारत को लेकर इनके कितने खतरनाक इरादे हैं, इसका खुलासा न्यूयॉर्क टाइम्स में छपी उस रिपोर्ट से हुआ है, जिसका शीर्षक है - “ए ग्लोबल वेब ऑफ चाइनीज प्रोपेगेंडा लीड्स टू ए यूएस टेक मुगल”।..
भारत में झूठा विमर्श गढ़ने के हो रहे हैं प्रयासपश्चिमी देशों एवं कई विदेशी संस्थानों द्वारा भारत के विरुद्ध गढ़े जा रहे विमर्श के विपरीत भारत लगातार आर्थिक क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है। भारत के विकास में सेवा क्षेत्र का बहुत महत्वपूर्ण स्थान है क्योंकि देश के सकल घरेलू उत्पाद में 60 प्रतिशत ..
साइबर ठगी एक वैश्विक समस्या, इससे नागरिकों का हो रहा है भारी आर्थिक नुकसानलगभग 18 प्रतिशत महिलाएं ऐसी भी हैं जिन्हें पता ही नहीं चला है कि उनके साथ साइबर ठगी हो चुकी है। यहां भी जानकारी का अभाव अधिक नजर आता है, क्योंकि आम नागरिकों को पता ही नहीं है कि उनके साथ साइबर ठगी होने के बाद उन्हें कहां एवं किस प्रकार शिकायत दर्ज ..
भारत दूरसंचार प्रौद्योगिकी का निर्यातक बनने की ओर अग्रसरभारत में डिजिटल क्रांति के क्षेत्र में नित नए नवाचार भी किए जा रहे हैं। जैसे अभी हाल ही में भारत में ई-रूपी को डिजिटल मुद्रा के रूप में प्रारम्भ किया गया है। इस डिजिटल मुद्रा को वालेट अथवा मोबाइल में रखा जा सकता है। डिजिटल मुद्रा के चलन में वृद्धि ..
रक्षा क्षेत्र में बढ़ता उत्पादन भारत को बनाएगा 5 लाख करोड़ अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्थाभारत कुछ समय पूर्व तक रक्षा के क्षेत्र में पूर्णतः आयातित उत्पादों पर ही निर्भर रहता था। छोटे से छोटा उत्पाद भी विकसित देशों से आयात किया जाता रहा है। परंतु, हाल ही के समय में भारत ने सुरक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करने की ओर अपने कदम ..
अमृत काल में भारतीय आर्थिक दर्शन के सहारे आगे बढ़ती भारतीय अर्थव्यवस्थाविशेष रूप से प्रधानमंत्री गरीब अन्न कल्याण योजना के अंतर्गत देश के 80 करोड़ नागरिकों को मुफ्त अनाज की जो सुविधा प्रदान की गई है एवं इसे कोरोना महामारी के बाद भी जारी रखा गया है, इसके परिणामस्वरूप देश में गरीब वर्ग को बहुत लाभ हुआ है। हाल ही में ..
छोटी छोटी बचतों से अर्थव्यवस्था को मिलता है बलभारत में केंद्र सरकार एवं भारतीय रिजर्व बैंक इस दृष्टि से लगातार प्रयास करते रहते हैं कि देश के नागरिक अपनी बचतें बढ़ाएं ताकि उनका एवं उनके बच्चों सहित परिवार के अन्य सदस्यों का आर्थिक भविष्य, बच्चों की शिक्षा एवं स्वास्थ्य आदि को सुरक्षित बनाया ..
गरीबी उन्मूलन के क्षेत्र में विश्व को राह दिखाता भारतकुछ वर्ष पूर्व तक भारत में करोड़ों नागरिक अतिगरीबी में जीते थे। वैश्विक स्तर पर एक दूसरी परिभाषा के अनुसार भी गरीबी का आकलन किया जाता है। इसके अनुसार जिस नागरिक की प्रतिदिन आय 3.2 अमेरिकी डॉलर से कम है, वह व्यक्ति गरीबी रेखा के नीचे जीवन करने वाला ..
विश्व के कई देशों में भारतीय मूल के नागरिकों की बढ़ती संख्या एवं भारतीय सनातन दर्शन का प्रसारआज भारतीय मूल के 320 लाख से अधिक नागरिक विश्व के विभिन्न देशों में निवास कर रहे हैं। इनमें 140 लाख भारतीय नागरिक प्रवासी भारतीय के रूप में इन देशों में निवास कर हैं एवं शेष 180 लाख भारतीय मूल के रूप में इन देशों के नागरिक बन चुके हैं। कुल मिलाकर ..
वस्तु एवं सेवा कर संग्रहण ने अप्रैल माह (2023) में छुआ उच्चतम स्तरअधिकतम कर राशि संग्रहण के मामले में प्रथम दस बड़े राज्यों में शामिल हैं, महाराष्ट्र (33,196 करोड़ रुपए), कर्नाटक (14,593 करोड़ रुपए), गुजरात (11,721), तमिलनाडु (11,559), उत्तर प्रदेश (10,320), हरियाणा (10,035), पश्चिम बंगाल (6,447), दिल्ली (6,320), ..
भारतीय संस्कारों को अपनाकर भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक हर क्षेत्र में हो रहे हैं सफलभारतीय मूल के अमेरिकी नागरिकों द्वारा व्यावसायिक डिग्री प्राप्त करते समय उक्त बात पर विचार किया जाता है। इसी कारण से 36 प्रतिशत भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक इंजीनीयरिंग के क्षेत्र में, 35 प्रतिशत गणित एवं कम्प्यूटर साइंस के क्षेत्र में एवं 10 प्रतिशत ..
वैश्विक स्तर पर भारतीय सबसे अधिक प्रसन्नता प्राप्त करने की ओर अग्रसरवैश्विक प्रसन्नता प्रतिवेदन के माध्यम से जारी सूची में भारत को 126वां स्थान दिया गया है। परंतु, आश्चर्य तो इस बात पर है कि लगातार आर्थिक, सामाजिक एवं राजनैतिक समस्याओं से जूझ रहा पाकिस्तान इस सूची में 103वें स्थान पर है। इस आंकलन के अनुसार, क्या ..
नव संवत्सर को भारत में उत्साहपूर्वक मनाने का समय आ गया हैभारत में सनातन हिंदू धर्म के अनुसार नव वर्ष को नवसंवत्सर कहा जाता है एवं यह देश के विभिन्न भागों में अलग अलग नामों से पुकारा जाता है। भारत में हिंदू धर्मावलम्बियों के लिए नव वर्ष का प्रथम दिन बहुत शुभ माना जाता है एवं प्राचीन भारत में इसे बहुत बड़े ..
अमेरिकी वित्तीय क्षेत्र में उथल पुथल का असर भारतीय बैकों पर पड़ने की संभावना नहींसिटी बैंक समूह को 4,700 करोड़ अमेरिकी डॉलर, बैंक आफ अमेरिका को 2,120 करोड़ अमेरिकी डॉलर, जे पी मोर्गन चेज को 1,730 करोड़ अमेरिकी डॉलर, टरुइस्ट फायनैन्शल को 1,360 करोड़ अमेरिकी डॉलर, वेल्ज फार्गो को 1,340 करोड़ अमेरिकी डॉलर एवं यूएस बैंक कॉर्प को ..
वैश्विक स्तर पर भुगतान के माध्यम के रूप में स्थापित हो रहा है भारतीय रुपयावैश्विक स्तर पर भुगतान के माध्यम के रूप में स्थापित हो रहा है भारतीय रुपया ..
वैश्विक स्तर पर भारतीय अर्थव्यवस्था पुनः वैभवकाल की ओर अग्रसरआज भारत ने आर्थिक क्षेत्र के कई आयामों में विश्व में प्रथम स्थान प्राप्त कर लिया है। दुग्ध उत्पादन में विश्व में भारत की हिस्सेदारी वर्ष 2014 के 18.28 प्रतिशत से बढ़कर वर्ष 2023 में 24.08 प्रतिशत पर पहुंच गई है। प्रति व्यक्ति दुग्ध की उपलब्धता भी ..
विकसित देशों द्वारा मुद्रा स्फीति की समस्या को नहीं सुलझा पाने के हो रहे गम्भीर परिणामविकसित देशों द्वारा मुद्रा स्फीति की समस्या को नहीं सुलझा पाने के हो रहे गम्भीर परिणाम..
भारतीय आर्थिक चिंतन के सहारे मुद्रा स्फीति शीघ्र ही नियंत्रण में लाई जा सकती हैभारतीय आर्थिक चिंतन के सहारे मुद्रा स्फीति शीघ्र ही नियंत्रण में लाई जा सकती है ..
भारत के आर्थिक विकास में प्रवासी भारतीय कर रहे हैं महत्वपूर्ण योगदानभारत के आर्थिक विकास में प्रवासी भारतीय कर रहे हैं महत्वपूर्ण योगदान ..
भारतीय बन रहे हैं अमेरिकी अर्थव्यवस्था के शिल्पकारभारतीय बन रहे हैं अमेरिकी अर्थव्यवस्था के शिल्पकार..
एकात्म दर्शन पर आधारित सर्वसमावेशी हिंदू सनातन संस्कृति ही भारत का मूल तत्व हैएकात्म दर्शन पर आधारित सर्वसमावेशी हिंदू सनातन संस्कृति ही भारत का मूल तत्व है ..