बच्चों के अभिवादन पर CM सुक्खू ने पूछा "राधे राधे क्यों बोल रहे हो?"

क्या एक मुख्यमंत्री को बच्चों के राधे राधे अभिवादन पर आपत्ति जतानी चाहिए, और क्या यह जनता की धार्मिक परंपराओं की अनदेखी नहीं दर्शाता?

    02-Dec-2025
Total Views |
Representative Image
 
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो ने लोगों में गहरी नाराजगी पैदा कर दी है। वीडियो में सुक्खू एक कार्यक्रम के दौरान बच्चों के साथ बातचीत करते दिखते हैं। बच्चे आदर से उनके पैर छूते हैं और राधे राधे कहकर अभिवादन करते हैं। इतने सरल और स्वाभाविक अभिवादन पर मुख्यमंत्री का व्यवहार लोगों को चौंकाने वाला लगा।
 
वीडियो में साफ दिखता है कि जैसे ही बच्चों ने राधे राधे कहा, सुक्खू तुरंत असहज हो गए। उन्होंने बच्चों से कहा कि राधे राधे या नमस्कार। इस पर भी जब बच्चों ने दोबारा राधे राधे कहा तो सुक्खू ने पूछा कि ऐसा क्यों बोल रहे हो। बच्चों की मासूम आवाज और उनके सहज स्वागत के सामने मुख्यमंत्री का यह रवैया जनता को काफी कड़ा लगा है।
 
यह वीडियो सोशल मीडिया पर इतनी तेजी से वायरल हुआ कि देखते ही देखते लोग अपनी नाराजगी खुलकर व्यक्त करने लगे। कई लोगों ने सवाल उठाया कि आखिर एक मुख्यमंत्री को अपने ही राज्य के बच्चों द्वारा बोले गए पारंपरिक और धार्मिक अभिवादन से परेशानी क्यों होती है। यह सवाल और भी गंभीर तब हो जाता है जब सुक्खू जिस पार्टी से आते हैं उस पार्टी पर पहले भी धार्मिक मान्यताओं को लेकर संवेदनहीन होने के आरोप लगते रहे हैं।
 
 
कई नागरिकों ने लिखा कि बच्चों की श्रद्धा और उनके संस्कारों में हस्तक्षेप करना किसी भी जन प्रतिनिधि के पद के अनुरूप नहीं है। कुछ लोग यह भी याद दिला रहे हैं कि कांग्रेस के नेताओं द्वारा समय समय पर इसी तरह के बयान और व्यवहार देश की सांस्कृतिक परंपराओं के प्रति उदासीनता को दिखाते हैं। सुक्खू का यह रवैया उसी सोच का हिस्सा माना जा रहा है।
 
हिमाचल जैसे सांस्कृतिक रूप से संपन्न राज्य में राधे राधे जैसा अभिवादन सामान्य जीवन का हिस्सा है। ऐसे में मुख्यमंत्री का इस पर सवाल उठाना जनता को इस बात का संकेत देता है कि कांग्रेस धार्मिक भावनाओं को सम्मान देने में हमेशा पीछे रह जाती है। यही कारण है कि सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा लगातार बढ़ रहा है और सुक्खू की आलोचना कम होने का नाम नहीं ले रही है।
 
 
यह वीडियो अब एक बड़ा राजनीतिक और सामाजिक विवाद बन चुका है। जनता यह साफ संदेश दे रही है कि संस्कृति और परंपरा का अपमान किसी भी रूप में स्वीकार नहीं होगा।
 
लेख
शोमेन चंद्र