नैरेटिव एक्सक्लुसिव : दीपावली के दौरान नल्लामल्ला के जंगलों में हुई माओवादियों की गुप्त बैठक की इनसाइड स्टोरीतेलंगाना और आंध्र प्रदेश की सीमा पर स्थित नल्लामल्ला जंगल में माओवादी नेताओं की गुप्त बैठक ने संगठन की कमजोर होती पकड़ और नेतृत्व संकट को उजागर किया। देवजी, हिड़मा और देवा जैसे बचे हुए नेता संगठन को पुनर्गठित करने की योजना बना रहे हैं।..
सरेंडर रणनीति : बस्तर के जंगलों में माओवाद की बदलती चालबस्तर के जंगलों में बंदूकें झुक गई हैं, लेकिन विचार अब भी खड़ा है। आत्मसमर्पण की इन तस्वीरों के पीछे एक नई रणनीति जन्म ले रही है, जहां माओवादी अब संविधान की भाषा में संघर्ष करने की तैयारी कर रहे हैं। क्या यह शांति का आरंभ है या एक और वैचारिक जंग ..
दंड नीति (भाग - 2) : रणनीति का पुनर्गठन - बंदूक से विकास तकभारत की नक्सल नीति अब केवल सुरक्षा तक सीमित नहीं रही। यह विकास और पुनर्वास की नई परिभाषा बन गई है। ऑपरेशन से लेकर आत्मसमर्पण नीति तक, सरकार की दंड नीति ने जंगलों में बंदूक की जगह भरोसे और विकास की रोशनी फैला दी है।..
नोबेल का नया चेहरा या वॉशिंगटन की पुरानी पटकथा? : अमेरिका के "लोकतंत्र" एक्सपोर्ट प्रोजेक्ट की नई नायिका "मारिया कोरीना माचाडो"2025 का नोबेल शांति पुरस्कार वेनेज़ुएला की विपक्षी नेता मारिया कोरीना माचाडो को मिला, लेकिन इसके पीछे छिपी कहानी कहीं अधिक गहरी है। NED फंडिंग, अमेरिकी दखल और ‘लोकतंत्र’ के नाम पर सत्ता परिवर्तन की वैश्विक रणनीति।..
द नैरेटिव एक्सक्लूसिव रिपोर्ट : सोनम वांगचुक का 'डीप स्टेट' कनेक्शनमीडिया में फैलाए प्रोपेगेंडा के अनुसार सोनम वांगचुक एक इंजीनियर, इनोवेटर और शिक्षाविद हैं, और साथ ही क्लाइमेट को लेकर एक जागरूक एक्टिविस्ट हैं। गौरतलब है कि सोनम वांगचुक एक ऐसे परिवार से आते हैं जो लद्दाख का समृद्ध एवं प्रभावशाली परिवार रहा है। ..
5 मई: कार्ल मार्क्स का जन्मदिन, जिसके विचार ने पूरे विश्व में 10 करोड़ से अधिक लोगों की जान ले लीआज 5 मई को वैश्विक इतिहास के सबसे बुरे और क्रूरतम विचार को रखने वाले इंसानों में से एक कार्ल मार्क्स का जन्मदिन है। कार्ल मार्क्स के विचार की वजह से बीते एक सदी में विश्व में 10 करोड़ से अधिक लोगों की हत्या की गई। इन हत्याओं से कार्ल मार्क्स के ..
अर्बन नक्सल : क्या है और कैसे कार्य करता है ?माओवादियों के शहरी मायाजाल की असली रूपरेखा 2004 में तैयार की गई थी। भारत में नक्सल हिंसा की शुरुआत के बाद 80 के दशक से ही बौद्धिक क्षेत्र में नक्सलवाद ने पैर पसारने शुरू कर दिए थे। शिक्षण संस्थानों से लेकर सामाजिक और प्रभावशाली संस्थाओं पर कब्जा ..
नारायणपुर : पुलिसिया कार्रवाई के विरुद्ध आक्रोशित जनजाति ग्रामीणों के धरने से डरा प्रशासन, निर्दोषों पर कार्रवाई नहीं करने का दिया आश्वासनबस्तर के नारायणपुर जिले में धर्मान्तरित ईसाइयों के द्वारा स्थानीय जनजातीय ग्रामीणों के साथ की गई हिंसा से पूरे छत्तीसगढ़ में जनजाति समाज के भीतर आक्रोश है।..
सोमालिया में आधुनिक शिक्षा का विरोध करते हुए इस्लामिक आतंकियों ने किया बड़ा हमला, 120 की मौत; 300 से अधिक घायलसोमालिया में आधुनिक शिक्षा का विरोध करते हुए इस्लामिक आतंकियों ने किया बड़ा हमला, 120 की मौत; 300 से अधिक घायल..
Debunking the BBC’s Doom: India’s Gen Z is Building, Not BurningThe BBC’s narrative of a rebellious, fragmented Indian Gen Z is a distortion of reality. Far from fueling unrest, India’s 370 million youth are driving innovation, powering startups, and strengthening a vibrant democracy...
दंड नीति (भाग - 3) : अंतिम मोर्चा - जंगल से जनगण तकनक्सलवाद की आख़िरी दीवारें ढह चुकी हैं। बीजापुर से गढ़चिरौली तक अब बंदूक की जगह भरोसा और विकास बोल रहा है। भारत सरकार की "दंड नीति” ने जंगलों में राज्य की उपस्थिति को जनसहभागिता में बदल दिया है। यह केवल एक सुरक्षा रणनीति की जीत नहीं, विचारधारा के ..
भारत-तालिबान संबंधों का विरोध: लिबरल समूह क्यों कर रहे विलाप?भारत-तालिबान संबंधों पर कम्युनिस्ट और लिबरल समूहों का विरोध रणनीतिक हितों को नजरअंदाज कर रहा है। पाकिस्तान-चीन नेटवर्क को काउंटर करने के लिए यह कदम आवश्यक है।..
बस्तर में नक्सली हिंसा: विचारधारा का खोखलापन और निर्दोषों का रक्तबस्तर एक बार फिर नक्सली खूनखराबे से दहला है। बीजापुर और सुकमा जिलों में एक ही रात हुई दो हत्याओं ने जनजातीय समाज की पीड़ा को फिर उजागर कर दिया। माओवादी, जो खुद को जनता का रक्षक बताते हैं, वास्तव में निर्दोष ग्रामीणों के सबसे बड़े हत्यारे हैं।..
ग्राउंड रिपोर्ट : सलवा जुडूम पर प्रतिबंध का बचाव करने वाले न्यायाधीशों को बस्तर की पुकार — जज साहब, कभी हमारी पीड़ा भी देखिएबस्तर के नक्सल प्रभावित इलाकों से एक दर्दनाक पुकार, यह खुला पत्र उन न्यायाधीशों के नाम है जिन्होंने सलवा जुडूम पर प्रतिबंध का समर्थन किया। ग्रामीण बताते हैं कि प्रतिबंध के बाद कैसे स्कूल जले, सड़कें टूटीं, दवाई और राशन नहीं पहुँचे, और पहुँचा सिर्फ ..
ईसाई पादरियों के 'यौन चंगुल' में दुनिया भर की ननेंईसाई धर्म के सबसे बड़े धर्म गुरु पोप फ्रांसिस ने वर्ष 2019 में मध्य-पूर्व के अपने ऐतिहासिक दौरे के दौरान पत्रकारों से वार्ता में इस बात को स्वीकार किया था कि चर्चों के भीतर पादरियों द्वारा ननों का यौन शोषण किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा था कि ..
चीन - एक सप्ताह में कोरोना से 13 हजार लोगों की मौत, अब तक 110 करोड़ लोग हो चुके संक्रमितकोरोना महामारी के कारण चीन में तबाही मची हुई है। चीनी नववर्ष के अवसर पर एक तरफ जहां लोग महामारी की चपेट में आकर मर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर 3 वर्षों के सख्त प्रतिबंधों से आजाद हुए लोग बाहर सड़कों में उतरकर जश्न मना रहे हैं।..
ईसाई आतंक के विरुद्ध बस्तर के बाद अब सरगुजा के जनजातियों में भी आक्रोश, कलेक्टर को सौंपा ज्ञापनबस्तर के नारायणपुर में ईसाइयों के द्वारा जनजातीय समाज पर किए गए जानलेवा हमले का आक्रोश अब छत्तीसगढ़ के उत्तरी हिस्से में भी फैल गया है। जनजाति बाहुल्य जिला सरगुजा में इस घटना को लेकर वनवासी समाज के भीतर अत्यंत आक्रोश देखा जा रहा है।..